
झारखंड में लोकसभा की 14 सीटें हैं. एनडीए ने इन तमाम सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. एक सीट बीजेपी ने अपने साथी घटक ASJU के लिए छोड़ दी है. राज्य में चुनाव चौथे चरण से शुरू होकर आखिरी तक चलने वाला है, लेकिन इन सब के बीच अब तक विपक्षी INDIA ब्लॉक के बीच सीट शेयरिंग को लेकर सस्पेंस कायम है.
सीट शेयरिंग अब तक ना होने की वजह से कांग्रेस भवन भी उदास दिख रहा है. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने बताया की सीट शेयरिंग का फॉर्मूला यह है कि कांग्रेस को 7, जेएमएम को 5 और राजद समेत वाम दलों को एक एक सीट दी जाएगी. हालांकि, सूत्रों का कहना है कि इस बंटवारे पर RJD ने विरोध जताया है. उसने 2 सीटों की मांग की है. राजद झारखंड की चतरा और पलामू पर अपनी दावेदारी ठोक रही है. यही कारण है कि सीट शेयरिंग में अड़चन खड़ी हो रही है.
विधानसभा चुनाव में जीती थी सिर्फ 1 सीट
कांग्रेस के सीनियर नेता ने बताया की विधानसभा चुनावों में राजद 7 सीट पर लड़ी थी. लेकिन पार्टी को सिर्फ एक ही सीट पर जीत हासिल हो सकी थी. बावजूद इसके राजद को मंत्रिमंडल में भी जगह दी गई थी. जबकि मंत्री बनाने का फॉर्मूला 4 सीट पर एक मंत्री का था. उन्होंने बताया कि JMM पूरी तरह से सहयोग कर रही है लेकिन RJD की मांग ने परेशानी में डाल दिया है.
14 में से 12 सीटों पर BJP का कब्जा
अभी फिलहाल झारखंड की 14 में से 12 सीटों पर एनडीए का कब्जा है. गिरिडीह सीट पर AJSU ने जीत दर्ज की थी, जबकि बीजेपी 11 सीटों पर बीजेपी ने फतह हासिल की थी. एक-एक सीट कांग्रेस और जेएमएम के खाते में आई थी.
BJP ने सभी प्रत्याशियों का किया ऐलान
कांग्रेस नेता का कहना है कि विलंब से कार्यकर्ताओं में मायूसी है. उम्मीदवार भी असमंजस में हैं. उनके मन में यह सवाल है कि किस तरह वह तैयारी शुरू करें. जबकि, बीजेपी के उम्मीदवारों की घोषणा हो चुकी है. इसलिए बीजेपी नेता खुलकर मैदान में उतर चुके हैं.