
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव सोमवार को मध्य प्रदेश में कटनी जिले के बहोरीबंद विधानसभा क्षेत्र पहुंचे. उन्होंने पटना गांव में पार्टी प्रत्याशी शंकर महतो के पक्ष में जनसभा की. इस दौरान कांग्रेस और बीजेपी पर हमला बोला. कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि उन्होंने हमको लेकर कुछ कहा है. लगता है उम्र ज्यादा है उनकी, इसलिए ठीक से नाम हमारा नहीं ले पाए होंगे. यह उनकी नहीं है, उम्र की गलती है.
अखिलेश यादव ने कमलनाथ पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस के घोषित मुख्यमंत्री के नाम में ही कमल लगा हुआ है. उनके नाम में ही बीजेपी का चुनाव चिन्ह है. प्रदेश के नेता इंडिया गठबंधन को तोड़ना चाहते हैं. प्रदेश के नेता दिल्ली के नेता के इशारों पर ही बोल रहे हैं. कांग्रेस उत्तर प्रदेश में बीजेपी की बी टीम के रूप में कार्य करती है.
'यूपी में तुरंत एफआईआर होती है और मध्य प्रदेश में...'
सभा को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी किसानों की आय दुगनी करने की बात करती है, जो लागत है वो बढ़ गई पर किसानों के खेतों तक पानी नहीं पहुंचा पाई. आज भी किसान दुखी हैं. पैदावार हो जाए तो मंडी में सुविधाएं नहीं मिलतीं. यूपी में तुरंत एफआईआर होती है और मध्य प्रदेश में कोई अपराध हो जाए तो पुलिस कब पहुंचती है.
'ऐसी कोई सड़क मध्य प्रदेश में बनी हो तो बता दें'
उन्होंने कहा कि पुलिस घटना के दूसरे दिन एफआईआर दर्ज करती है. मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा घटनाएं हो रही हैं. महिलाएं कहीं सबसे ज्यादा असुरक्षित हैं तो मध्य प्रदेश में. सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए कोई बड़ा कदम नहीं उठाया.
'कांग्रेस के पास मौका था साथ लेकर चलने का'
हमने महिलाओं की सुरक्षा के लिए एक विशेष नंबर बनाकर उनके मदद करने का काम किया. आप लोगों ने वीडियो देखे होंगे, जिनमें एक सड़क पर प्रधानमंत्री विमान से उतरे थे. सड़क समाजवादी पार्टी ने बनाई थी. ऐसी कोई सड़क मध्य प्रदेश में बनी हो तो बता दें. इस बार समाजवादी पार्टी मध्य प्रदेश में पहले से ज्यादा सीटें जीतने जा रही है.
इंडिया गठबंधन बिखरने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस नहीं चाहती कि हम उनके सहयोगी दल बनें. कांग्रेस आप (आम आदमी पार्टी) के खिलाफ भी बोलती है. कांग्रेस के पास मौका था छोटे दलों को साथ लेकर चलने का. वो सोचते हैं कि जनता उनके साथ खड़ी है. आने वाले समय में कोई गठबंधन बनेगा तो उसकी कड़ी पिछड़ा दलित और आदिवासी यानी कि पीडीए होगा. इंडिया हो या कोई और गठबंधन पीडीए के बिना नहीं बन सकता.