
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए विपक्षी कांग्रेस पार्टी ने अपना भारी-भरकम घोषणा पत्र जारी कर दिया है. मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने प्रदेश कांग्रेस के नेताओं की मौजूदगी में मंगलवार को वचन पत्र नाम से पार्टी का घोषणा पत्र जारी किया. कांग्रेस के इस वचन पत्र में युवा से बुजुर्ग, बच्चों से लेकर महिला और कास्ट से लेकर क्लास, आस्था और विश्वास तक, हर उस मतदाता वर्ग को टारगेट किया गया है जिसकी भूमिका मध्य प्रदेश के चुनाव में सत्ता का निर्धारण करने वाली मानी जा रही है.
युवा
कांग्रेस ने वचन पत्र में रोजगार पर जोर देते हुए इसके लिए नीति बनाने, रोजगार मेले आयोजित करने, कैम्पस सिलेक्शन के लिए राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय कंपनियों को आमंत्रित करने का वादा किया है. पार्टी ने ये भी कहा है कि सरकारी भर्तियों के लिए कानून बनाने के साथ ही हम मध्य प्रदेश भर्ती आयोग का गठन करेंगे. दो लाख से अधिक रिक्त पदों पर भर्ती के लिए वार्षिक कैलेंडर जारी करेंगे. कांग्रेस ने प्रतियोगी परीक्षाओं की फीस में सौ फीसदी छूट का वादा करने के साथ ही अपात्रों की भर्ती, पेपर लीक, भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार की जांच कराने का भी वादा किया है.
कांग्रेस ने कहा है कि तीन सदस्यों का आयोग बनाकर पटवारी भर्ती परीक्षा और भर्तियों में धांधली की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे. युवाओं के लिए नई स्टार्टअप नीति लागू करने, एक हजार करोड़ रुपये से स्टार्टअप फंड स्थापित करने, 25 लाख से 5 करोड़ तक सरल प्रक्रिया से ऋण उपलब्ध कराने का वादा करने के साथ ही कांग्रेस ने नई युवा नीति बनाने का भी वादा किया है. 18 साल से अधिक उम्र के हर व्यक्ति को रोजगार मिले, पार्टी इसके लिए वचनबद्ध है. रोजगार न मिलने पर सामाजिक सुरक्षा के तहत न्यूनतम आय के लिए कानून बनाने का भी कांग्रेस ने वादा किया है.
कांग्रेस ने मेडल लाओ कार का मालिक बनो, मेडल लाओ करोड़पति बनो जैसे स्लोगन भी दे दिए हैं. पार्टी के इस दांव के पीछे फोकस युवाओं पर है. बेरोजगारी और पटवारी भर्ती परीक्षा में धांधली को मुद्दा बनाकर कांग्रेस शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली सरकार को घेरती रही है. पार्टी ने अब युवाओं को साधने के लिए कैम्पस सिलेक्शन से लेकर रोजगार के अधिकार तक की बात कर दी है. पिछले चुनाव में बेरोजगारों को भत्ता देने के वादे का भी कांग्रेस को लाभ हुआ था और पार्टी ने इसबार भी रोजगार नहीं मिलने पर न्यूनतम आय के लिए कानून बनाने का वादा कर उसी दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं.
महिला
कांग्रेस ने सत्ता में आने पर महिला को नारी सम्मान योजना के तहत हर महीने 1500 रुपये देने,500 रुपये में गैस सिलेंडर देने, बेटी विवाह योजना शुरू कर एक लाख एक हजार रुपये की सहायता राशि देने के साथ ही विधवा विवाह को बढ़ावा देने के लिए एक लाख 51 हजार की सहायता राशि देने का वादा किया है. विधवा और वृद्धा पेंशन के तहत पेंशन की राशि 1200 रुपये करने के साथ ही महिला उद्यमियों को तीन फीसदी की दर पर ऋण उपलब्ध कराने का वादा किया है. पार्टी ने मेरी बिटिया रानी योजना शुरू करने, महिला सुरक्षा के लिए मजबूत नेटवर्क खड़ा करने और कॉलेज स्तर तक फ्री शिक्षा का भी वादा किया है.
कांग्रेस ने वचन पत्र में ये भी कहा है कि बोर्ड की मेरिट लिस्ट में आने वाली महिलाओं को दो लाख रुपये की सम्मान निधि देंगे. सरकार ने लड़कियों के लिए आदर्श छात्रावास खोलने के साथ ही सरकारी स्कूल से पढ़ी बच्चियों के लिए इंजीनियरिंग, मेडिकल और कानून की पढ़ाई में 10 फीसदी सीटें आरक्षित करने का भी वादा किया है. दरअसल, सूबे की 230 में से कई सीटों पर महिला मतदाता जीत और हार निर्धारित करने की स्थिति में हैं. महिला मतदाताओं को बीजेपी का कोर वोटर माना जाता है. शिवराज सरकार ने लाडली बहना योजना शुरू की है. कांग्रेस की नारी सम्मान योजना को लाडली बहना योजना की काट के तौर पर देखा जा रहा है.
किसान
कांग्रेस के वचन पत्र में किसानों पर भी फोकस है. दो लाख रुपये तक का कर्ज और सिंचाई पंप के पुराने बकाया बिल माफ करने का वादा करने के साथ ही साथ ही कांग्रेस ने मेरा तालाब, मेरा खेत, मेरा कुआं अभियान चलाने और किसान सरोवर बनाने का वादा किया है. पार्टी ने फसल बीमा के लिए राज्य की बीमा कंपनी बनाने, नई कृषि उद्योग नीति बनाने और दो रुपये किलो की दर से गोबर खरीदने का भी वादा किया है. पार्टी ने ये भी कहा है कि हम खेतिहर श्रमिकों को स्वास्थ्य और दुर्घटना बीमा के दायरे में लाएंगे. 2018 के चुनाव में कांग्रेस की सरकार बनी तो इसके पीछे किसान कर्जमाफी के दांव का भी रोल था. खाद-बीज की किल्लत, फसल बीमा योजना को लेकर किसान नाराज बताए जा रहे हैं और कांग्रेस की कोशिश इसे कैश कराने की है.
कास्ट और क्लास
कांग्रेस के वचन पत्र में कास्ट से लेकर क्लास तक की बात है. कांग्रेस ने जातिगत जनगणना कराने, क्रीमीलेयर की सीमा बढ़ाने के साथ ही नौकरियों में ओबीसी आरक्षण देने के साथ ही इसे संविधान के अनुच्छेद 9 में शामिल करने का प्रस्ताव भेजने का वचन दिया है. बैकलॉग के पदों पर भर्ती, समान अवसर आयोग बनाने का वादा है तो साथ ही गरीब और मध्यम आय वर्ग के लिए भी आठ वचन हैं. कांग्रेस ने गरीब और मध्यम आय वर्ग से संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए तीन सदस्यीय आयोग बनाने, यूथ हॉस्टल बनाने के साथ ही पहला आवास खरीदने पर रजिस्ट्री फीस में रियायत और गरीबों को राशन किट देने का भी वादा किया है.
कांग्रेस ने पुरानी पेंशन बहाल करने और पेंशनर्स के परिवार का 25 लाख का स्वास्थ्य बीमा कराने के साथ ही प्रमोशन और ट्रांसफर में भी पारदर्शिता का वादा किया है. क्लास की बात करें तो कांग्रेस ने कला, साहित्य और रंगमंच के साथ ही पर्यटन, आवासहीन परिवारों को भू-खंड, पुश्तैनी आवास और पट्टे की जमीन की फ्री रजिस्ट्री, राज्य शहरी और ग्रामीण आवास योजना में दी जाने वाली सहायता राशि को एक समान करने का भी वादा किया है.
आस्था और विश्वास
कांग्रेस ने आस्था और विश्वास से जुड़े 18 वादे अपने वचन पत्र में किए हैं. पार्टी ने राम वन गमन पथ का निर्माण जल्द पूरा कराने, श्रीलंका में माता सीता का मंदिर बनवाने, चित्रकूट में निषादराज की प्रतिमा लगवाने का वादा किया है. पार्टी ने अस्थि विसर्जन और अंत्येष्टि के लिए 10 हजार की सहायता राशि देने, पुजारियों को पुजारी सम्मान निधि, महंत-पुजारियों का बीमा कराने और रीवा में संत कबीर, मुरैना में संत रविदास पीठ बनाने का वादा किया है. कांग्रेस ने बाबा साहेब आंबेडकर की जन्मस्थली को राष्ट्रीय स्मारक बनाने का वचन दिया है जिसे धर्म की पिच पर बीजेपी को टक्कर देने और अनुसूचित जाति के मतदाताओं को अपने पाले में लाने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है.