
MP Assembly Elections 2023: मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव प्रत्याशियों की किस्मत इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) में कैद हो चुकी है. 3 दिसंबर को अब हार और जीत का फैसला होगा. कांटे की टक्कर के इस चुनाव में राजनीतिक दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी. तमाम सर्वे और राजनेताओं की ओर से प्रदेश में सरकार बनाने को लेकर अपने अपने दावे किए गए हैं. इसी बीच aajtak से की गई खास बातचीत में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दावा किया है कि सूबे में बीजेपी ही पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगी. साथ ही प्रियंका गांधी और दिग्विजय सिंह की ओर से किए गए तंज और टिप्पणियों का भी बीजेपी नेता सिंधिया ने बखूबी जवाब दिया.
सवाल: क्या आप MP के इस विधानसभा चुनाव को अपने सबसे बड़े इम्तिहान के रूप में देख रहे हैं?
सिंधिया: हर एक चुनाव एक चुनौती होता है. हर एक चुनाव को संघर्षपूर्ण रूप से लेना होता है. मैंने साल 2002 से अपने राजनीतिक करिअर का आगाज किया था. तब से लेकर अब तक मध्य प्रदेश में मेरा यह 5वां विधानसभा चुनाव है और मैंने हर बार इसे चुनौती के रूप में लिया. मैंने हर चुनाव में अपनी भूमिका अदा की है. पार्टी की जीत के लिए मैं हर संभव कोशिश करता हूं.
सवाल: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने 'गद्दार' और 'छोटे कद' का कहकर आप पर हमला किया?
सिंधिया: इसका जवाब मैंने अपने ट्विटर हैंडल (अब X) पर दे दिया है. रही बात टॉल लीडर (बड़े कद का नेता) की. तो जिस टॉल लीडर के नेतृत्व में स्वयं तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष (राहुल गांधी) अपनी सीट हार गए, जिस टॉल लीडर के नेतृत्व में पूरे यूपी कांग्रेस को सिर्फ 1 सीट हासिल हुई, तो आप समझ सकते हैं कि टॉल लीडर का कद वास्तव में कितना टॉल है.
सवाल: प्रियंका गांधी को दिए गए जवाब में आपने इमरजेंसी तक का जिक्र किया है, क्यों?
सिंधिया: जैसी करनी वैसी भरनी.
सवाल: क्या प्रियंका गांधी आपको लेकर कुछ ज्यादा ही पर्सनल हो गई हैं?
सिंधिया: किसने पर्सनल होने की शुरुआत की, आप अब उनसे ही पूछिए..
सवाल: BJP CM का फेस प्रोजेक्ट क्यों नहीं कर रही? क्या आपको ऑप्शन के रूप में देख रही है?
सिंधिया: मैंने बारंबार कह दिया है कि मैं 2013 में सीएम पद की रेस में नहीं था. 2018 में भी नहीं था और 2023 में भी नहीं हूं और न ही आगे रहूंगा. मेरे पूज्य पिताजी (दिवंगत माधवराव सिंधिया) भी सीएम पद की रेस में नहीं थे और आजी अम्मा (दिवंगत विजयाराजे सिंधिया) भी मुख्यमंत्री पद की रेस में नहीं थीं. सिंधिया परिवार का लक्ष्य कुर्सी नहीं, सेवा, विकास और प्रगति है.
सवाल: दिग्विजय सिंह कहते हैं कि ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस में 'महाराज' थे और बीजेपी में जाकर 'भाईसाहब' हो गए, आप पर क्यों हमलावर हैं?
सिंधिया: मुझे भी भाईसाहब बनकर ज्यादा अच्छा लगा रहा है. दिग्विजय जी को धन्यवाद देना चाहता हूं कि मेरे इस परिवर्तन में उनका काफी योगदान रहा.
सवाल: आपको मुख्यमंत्री न बनने देने में कमलनाथ का कितना योगदान रहा?
सिंधिया: मैं कभी सीएम पद की रेस में था ही नहीं. जिस दिन कांग्रेस पार्टी ने निर्णय लिया कि कमलनाथ जी सीएम बनेंगे, मैंने बिना एक सेकंड गंवाए हामी भर दी थी. अगर मैंने 5 दिन झगड़ा किया होता, हठ किया होता और अगर अपने विधायकों को इकट्ठा किया होता तो मेरे बारे में कुछ कहना ठीक था.
सवाल: BJP को ग्वालियर-चंबल संभाग की 34 सीटों में कितनी मिलेंगी?
सिंधिया: मैं कोई ज्योतिषाचार्य नहीं हूं. इसलिए मैं किसी संभाग या पूरे मध्य प्रदेश के लिए कोई आकलन नहीं बता सकता हूं. 3 दिसंबर को पूर्ण बहुमत से बीजेपी की सरकार बनेगी. ग्वालियर-चंबल संभाग में भी बहुत अच्छे रिजल्ट देखने को मिलेंगे.