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'कमलनाथ ने अखिलेश पर दिया अमर्यादित बयान, इसलिए हार गई कांग्रेस,' बोले सपा प्रवक्ता

मध्य प्रदेश में कांग्रेस की करारी हार पर समाजवादी पार्टी का बयान आया है. सपा प्रवक्ता मनोज यादव ने कहा, मध्य प्रदेश में कमलनाथ ने राष्ट्रीय अध्यक्ष जी (अखिलेश यादव) के प्रति जो अपमानजनक शब्द बोला था, उनका अहंकार सर चढ़कर बोल रहा था.

मध्य प्रदेश चुनाव में सपा और कांग्रेस दोनों दलों ने उम्मीदवार खड़े किए थे. मध्य प्रदेश चुनाव में सपा और कांग्रेस दोनों दलों ने उम्मीदवार खड़े किए थे.
कुमार अभिषेक
  • लखनऊ,
  • 03 दिसंबर 2023,
  • अपडेटेड 1:19 PM IST

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी को जबरदस्त बहुमत मिल रहा है. शुरुआती रुझान के बाद स्थिति स्पष्ट होने लगी है. चुनाव में कांग्रेस की बड़ी हार देखने को मिल रही है. इस चुनाव में सपा ने भी 74 उम्मीदवार उतारे थे. अब सपा प्रवक्ता मनोज सिंह काका का बयान आया है. उन्होंने हार का ठीकरा पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ पर फोड़ा है. मनोज ने कहा, कमलनाथ ने अखिलेश यादव पर अमर्यादित बयान दिया था, इसलिए कांग्रेस हार गई है. 

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सपा प्रवक्ता मनोज सिंह काका ने कहा, मध्य प्रदेश में कमलनाथ ने राष्ट्रीय अध्यक्ष जी (अखिलेश यादव) के प्रति जो अपमानजनक शब्द बोला था, उनका अहंकार सर चढ़कर बोल रहा था. रामधारी सिंह दिनकर जी ने लिखा है कि जब नाश मनुष्य पर छाता है,पहले विवेक मर जाता है. तो उनके अमर्यादित बयानों से कांग्रेस हारी है. ज्यादातर जगहों पर यही हुआ है. 

'कांग्रेस को अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करना भारी पड़ा'

मनोज ने कहा, कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में एक दलित का अपमान कर दूसरे व्यक्ति को प्रदेश अध्यक्ष बना दिया. देश के बड़े नेता और आज के दौर में बहुजनों के नायक अखिलेश यादव जी मंडल कमीशन और जातिगत जनगणना को लेकर बहुजन वर्ग के सामाजिक-आर्थिक और राजनीतिक सभी तरह के भागीदारी की लड़ाई लड़ रहे है. उन्होंने अकेले दम पर भारतीय जनता पार्टी को नाको चना चबवा दिए हैं. उसे बड़े नेता को अपमानजनक शब्दों से संबोधित करना कांग्रेस को भारी पड़ा है. कांग्रेस को समझना चाहिए कि जब-जब दलितों-पिछड़ों और क्षेत्रीय दलों का अपमान होगा, तब तब कांग्रेस को मुंह की खानी पड़ेगी.

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कांग्रेस को मध्य प्रदेश में 50 सीटों का नुकसान

बता दें कि मध्य प्रदेश में INDIA गठबंधन में शामिल सपा और कांग्रेस के बीच अलांयस नहीं हो सका था और दोनों ही दलों ने अपने-अपने प्रत्याशी उतारे थे. कई सीटों पर सपा के उम्मीदवारों ने सीधी टक्कर दी और कांग्रेस के उम्मीदवार को खासा नुकसान पहुंचाया. इसका सीधा फायदा बीजेपी को मिला है. इसके अलावा, आम आदमी पार्टी, जदयू ने भी उम्मीदवार उतारे थे. मध्य प्रदेश चुनाव में इस बार 230 सीटों के रुझान में बीजेपी को 163 सीटें मिलती दिख रही हैं. बीजेपी को पिछली बार के मुकाबले 54 सीटों की बढ़त मिली है. कांग्रेस की 64 सीटों पर बढ़त है. कांग्रेस को इस बार मध्य प्रदेश में 50 सीटों का नुकसान देखा जा रहा है.

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