Exit Poll result live updates: मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को 230 विधानसभा सीटों के लिए मतदान हुआ था. प्रदेश में कांग्रेस औऱ बीजेपी के बीच सीधा मुकाबला है. इस बार विधानसभा चुनाव में 77.15 प्रतिशत मतदान हुआ था, जो 2018 की तुलना में 1.52 प्रतिशत अधिक था. मध्य प्रदेश में सत्ता का ऊंट किस करवट बैठेगा इसका सबसे सटीक अनुमान आज इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल से लग जाएगा.
बता दें कि मध्य प्रदेश में कुल पुरुष मतदाताओं में से 78.21 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया, जबकि कुल पात्र महिलाओं में से 76.03 प्रतिशत वोट देने पहुंचीं थीं. आंकड़ों के अनुसार, रतलाम जिले की सैलाना विधानसभा सीट पर सबसे अधिक 90.10 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि राज्य के पश्चिमी क्षेत्र के अलीराजपुर जिले की जोबट सीट पर सबसे कम 54.37 प्रतिशत मतदान हुआ था.
कांग्रेस नेता कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस के सभी कार्यकर्ताओं को मैं उनका बल याद दिलाना चाहता हूं. आप लोग कांग्रेस की शक्ति हैं और आपकी मेहनत और समर्पण से ही जनता ने कांग्रेस पार्टी के समर्थन में जमकर वोट डाला है. 3 दिसंबर को जब मतगणना शुरू होगी तो कांग्रेस की सरकार पर जनता की मुहर लग जाएगी. मैंने हमेशा आपसे कहा है कि देश विजन से चलता है, टेलीविजन से नहीं. बहुत से एग्जिट पोल में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनती हुई दिखाई दी है, जबकि कुछ एग्जिट पोल अन्य तरह की बात कर रहे हैं. आपको इस सबसे अपना ध्यान भटकने नहीं देना है. अर्जुन की तरह आपको निगाहें सिर्फ अपने लक्ष्य पर रखनी है. आपको अपना पूरा ध्यान मतगणना के दिन पर लगाना है और यह सुनिश्चित करना है कि कांग्रेस को मिला एक-एक वोट सही से गिना जाए और प्रदेश में प्रचंड बहुमत से कांग्रेस की सरकार बने.
एग्जिट पोल के नतीजे सामने आने के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बीजेपी बहुमत से जीतेगी, पीएम मोदी का नेतृत्व, अमित शाह की रणनीति, जेपी नड्डा का मार्गदर्शन और कार्यकर्ताओं का अनथक परिश्रम और प्रदेश सरकार की योजनाएं और विकास जीत का कारण बनेगा. उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल जनभावनाएं हैं. उन्होंने कहा कि लाडली बहनाओं से सारे कांटे निकाल दिए, कोई कांटा नहीं बचा, हम जहां जाते थे, वहां पुरुषों से ज्यादा बहनें आती थीं.
मध्य प्रदेश के चंबल संभाग में 34 विधानसभा सीटें हैं. इस बार यहां बीजेपी को 43 फीसदी तो कांग्रेस को 40 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है. पिछली बार यहां कांग्रेस को 42 फीसदी तो बीजेपी को 35 फीसदी वोट मिला था. चंबल इलाके में बीजेपी के खाते में 19 सीटें, जबकि कांग्रेस को 14 सीटें मिल सकती हैं. इस बार बीजेपी 12 सीटों की बढ़त बनाती दिख रही है, तो कांग्रेस 12 सीटों की बढ़त बना सकती है.
शिवराज सिंह चौहान ने एग्जिट पोल से पहले 27 नवंबर को बुधनी में कहा था कि मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाकर लाऊंगा. मैंने जो कहा था वह 3 दिसंबर को पूरा होगा. फिर से भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी. इसमें कोई संदेह नहीं है, कोई कांटेॉ-फांटे की टक्कर नहीं है. उन्होंने कहा था कि कार्यकर्ताओं ने मेहनत की है, लाडली बहनों ने सब कांटे निकाल दिए.
बघेलखंड क्षेत्र में बीजेपी को 42 फीसदी 39 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है. बीजेपी ने जहां 4 फीसदी की बढ़त हासिल की है तो कांग्रेस ने 6 फीसदी वोटों की बढ़त हासिल की है. एग्जिट पोल के मुताबिक बीजेपी को बघेलखंड में 18 सीटें तो कांग्रेस को 11 सीटें मिलने का अनुमान है. इस बार कांग्रेस को 5 सीटों का फायदा तो बीजेपी को 6 सीटों का नुकसान होता दिख रहा है. बघेलखंड में अनूपपुर, रीवा, सतना, शहडोल, सीधी, सिंगरौली के इलाके शामिल हैं.
एग्जिट पोल के नतीजे आने के बाद मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ही चेहरा हैं. सीएम शिवराज सिंह का काम है. उन्होंने कहा कि मैं मुख्यमंत्री पद की दौड़ में नहीं हूं.
आजतक-एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल के अनुसार मध्य प्रदेश में बीजेपी की जबर्दस्त वापसी हो सकती है. बीजेपी को मध्य प्रदेश में 140 से 162 सीटें तो कांग्रेस को 68 से 90 सीटें मिलने का अनुमान है. आजतक-एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल के अनुसार मध्य प्रदेश में बीजेपी की जबर्दस्त वापसी हो सकती है. एमपी में बीजेपी को 47 फीसदी तो कांग्रेस को 41 फीसदी वोट मिल सकते हैं.
आजतक-एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में बीजेपी को बढ़त मिलती हुई नजर आ रही है. यहां बीजेपी को 45 फीसदी, कांग्रेस को 40 फीसदी और अन्य को 15 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है. यहां बीजेपी को 18 सीटें तो कांग्रेस को 8 सीटें मिल सकती हैं. यहां बीजेपी 4 सीटों की बढ़त बनाती दिख रही है तो कांग्रेस 2 सीटें के नुकसान में है.
मध्य प्रदेश के भोपाल क्षेत्र में बीजेपी को 51 फीसदी, कांग्रेस को 42 फीसदी तो अन्य को 7 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है. इस इलाके में 20 सीटें आती हैं. भोपाल, रायसेन, सीहोर और विदिशा इलाके में बीजेपी को 12 तो कांग्रेस को 8 सीटें मिल सकती हैं. यहां बीजेपी 2 सीटों से पीछे है तो कांग्रेस 2 सीटों से आगे चल रही है.
आजतक-एक्सिस माई इंडिया ने मध्य प्रदेश की सभी 230 सीटों पर सर्वे किया था. इसमें 47506 लोगों का सैंपल साइज रखा गया था. एग्जिट पोल के मुताबिक मध्य प्रदेश के निमाड़ इलाके की 18 सीटों पर वोटिंग हुई थी. यहां बीजेपी को 48 फीसदी तो कांग्रेस को 45 फीसदी वोट मिल सकते हैं. अगर वोटों के साइज की बात करें तो ज्यादा फर्क नहीं है. निमाड़ में बीजेपी ने वोट शेयर में 5 फीसदी बढ़त हासिल की है तो कांग्रेस को 4 फीसदी वोट शेयर में बढ़त मिलती नजर आ रही है. इस इलाके से बीजेपी को 12 सीटें मिल सकती हैं, तो कांग्रेस को 6 सीटें मिलने का अनुमान हैं. यहां बीजेपी 6 सीटों की बढ़त बनाए हुए है तो कांग्रेस को 4 सीटों का नुकसान हो सकता है.
मार्च 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके प्रति वफादार विधायकों की बगावत के बाद कमलनाथ के नेतृत्व वाली सरकार गिर गई थी, जिससे शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार की वापसी सुनिश्चित हो गई थी.
2018 में बीजेपी को 41.02 फीसदी वोट, कांग्रेस को 40.89 फीसदी और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) और अन्य पार्टियों को 10.83 फीसदी वोट मिले थे. कांग्रेस से अधिक वोट शेयर पाने के बाद भी भाजपा ने 2018 में 109 सीटें जीतीं थीं. जबकि सबसे पुरानी पार्टी को 114 सीटें मिली थीं. जबकि बसपा को 2, समाजवादी पार्टी को 1 और निर्दलीय के खाते में 4 सीटें आई थीं. तब कांग्रेस ने कमलनाथ के नेतृत्व में बसपा, सपा और निर्दलियों की मदद से सरकार बनाई थी.
मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को 230 सीटों पर वोटिंग हुई थी. चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक 77.15 प्रतिशत मतदान हुआ था, जो 2018 की तुलना में 1.52 प्रतिशत अधिक था. राज्य में पिछले कुछ चुनावों में मतदान प्रतिशत बढ़ रहा है. 2003 में यह आंकड़ा 67.25 प्रतिशत, 2008 में 69.78 प्रतिशत, 2013 में 72.13 प्रतिशत और 2018 में 75.63 प्रतिशत था.