
भारतीय जनता पार्टी (BJP) से इस्तीफा दे चुके विधायक नारायण त्रिपाठी ने अपनी 'विंध्य जनता पार्टी' बना ली है. इसके साथ ही मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में नई पार्टी ने 25 प्रत्याशियों को भी उतार दिया है. मैहर सीट से खुद नारायण त्रिपाठी चुनाव लड़ेंगे.
भोपाल में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर नारायण त्रिपाठी ने कहा, विंध्य प्रदेश को लेकर कई बार मांग उठाई गई. अपनी बात रखने पर भाजपा सहित तमाम पार्टियों ने बागी बनाया. विंध्य का पुर्ननिर्माण हमारा विकास है. विंध्य के लोगों के साथ धोखा हुआ है. कोई भी पार्टी विंध्य के लिए कोई काम नहीं कर पाई.
इसके अलावा नारायण त्रिपाठी ने कहा कि राम के नाम पर राजनीति होती है, पर राम की भूमि चित्रकूट विंध्य उपेक्षित है. विंध्य जनता पार्टी को लेकर कहा कि विंध्य का पुनर्निर्माण हमारा उद्देश्य है.
25 सीटों पर उतारे उम्मीदवार:-
बता दें कि बीते दिनों मध्य प्रदेश की मैहर सीट से विधायक नारायण त्रिपाठी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. साथ ही बीजेपी को अलविदा कह दिया था. अलग पार्टी बनाकर चर्चा में आए त्रिपाठी की कांग्रेस में जाने की अटकलें लगने लगी रही थीं.
नारायण त्रिपाठी ने समाजवादी पार्टी से विधायकी का सफर शुरू किया था. फिर कांग्रेस का हाथ थामा और दूसरी बार विधायक बने. इसके बाद साल 2015 के उपचुनाव में बीजेपी के टिकट से लड़े और जीते. फिर 2018 के विधानसभा चुनाव में दोबारा बीजेपी के टिकट पर जीतकर विधानसभा पहुंचे.
विधायक त्रिपाठी पिछले 2-3 साल से लगातार पार्टी के खिलाफ बयानबाज़ी कर रहे थे और अलग विंध्य प्रदेश की मांग को लेकर अपनी ही पार्टी की सरकार पर हमलावर थे.
इस बार के चुनाव में बीजेपी ने नारायण त्रिपाठी का टिकट काटकर मैहर से श्रीकांत चतुर्वेदी को टिकट दिया है. जिन्हें सिंधिया समर्थक कहा जाता है.
बीजेपी की लिस्ट में मैहर से सिंधिया समर्थक श्रीकांत चतुर्वेदी का नाम घोषित होने के बाद अटकलें लगाई जा रही थीं कि नारायण त्रिपाठी कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं. लेकिन उन्होंने अपनी पार्टी से ही चुनावी मैदान में उतरना उचित समझा.