
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है. बीजेपी सरकार बचाने के लिए लड़ रही है तो कांग्रेस वापसी के लिए. कुछ को दूसरी पार्टी से टिकट मिल भी गई है. तो किसी को दूसरी पार्टी में टिकट मिलने की उम्मीद है. जानते हैं ऐसे ही नेताओं के बारे में जो टिकट बंटवारे के बाद बागी हो गए.
हालांकि, चुनाव में जनता के बीच जाने से पहले ही पार्टियों को भीतर ही भीतर भी लड़ना पड़ता है. वो भी टिकट बंटवारे को लेकर. टिकट नहीं मिलने पर पार्टी के खिलाफ बगावत करना राजनीति में नया नहीं है. जिसे टिकट नहीं मिलता, उनमें से बहुत से ऐसे होते हैं जो या तो पार्टी ही छोड़ देते हैं या फिर निर्दलीय ही चुनाव में उतार जाते हैं.
मध्य प्रदेश में भी विधानसभा चुनावों को लेकर उम्मीदवारों की लिस्ट सामने आने के बाद तमाम राजनीतिक पार्टियों में बगावत शुरू हो गई है. इनमें से कुछ को दूसरी पार्टी से टिकट मिल भी गई है. तो किसी को दूसरी पार्टी में टिकट मिलने की उम्मीद है. जानते हैं ऐसे ही नेताओं के बारे में जो टिकट बंटवारे के बाद बागी हो गए.
1. ममता मीनाः गुना की छछोरा सीट से बीजेपी विधायक थीं. टिकट नहीं मिला तो आम आदमी पार्टी में शामिल हो गईं.
2. रक्षपाल सिंहः भिंड विधानसभा से टिकट मिलने के लालच में बीजेपी छोड़कर बहुजन समाज पार्टी में चले गए हैं.
3. रसल सिंहः बीजेपी के पूर्व विधायक हैं. भिंड जिले की लाहर सीट से टिकट नहीं मिलने पर बीजेपी छोड़कर बीएसपी में शामिल हो गए.
4. केदार कंसानाः कांग्रेस पार्टी से ग्वालियर दक्षिण सीट से टिकट नहीं मिलने पर नाराज हैं. पार्टी से इस्तीफा दे दिया है और चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. हालांकि, कांग्रेस ने अब तक कुछ तय नहीं किया है.
5. विवेक यादवः उज्जैन उत्तर से कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने पर बागी हो गए हैं. माना जा रहा है कि अगर टिकट नहीं मिला तो आम आदमी पार्टी में जा सकते हैं.
6. छाताभुज तोमरः कांग्रेस से जुड़े हैं. शाजापुर की कालापीपल विधानसभा से टिकट मांग रहे थे. टिकट नहीं मिलने पर आम आदमी पार्टी में चले गए हैं.
7. घोई राम पटेलः छतरपुर में बीजेपी के जिलाध्यक्ष थे. राजनगर से टिकट नहीं मिलने पर पार्टी छोड़कर बीएसपी में शामिल हो गए.
8. राजेश शर्माः कांग्रेस से जुड़े राजेश शर्मा सेवा दल के अध्यक्ष भी थे. बिजावर से टिकट नहीं मिलने पर कांग्रेस से इस्तीफा दे चुके हैं.
9. राजेंद्र भारतीः दतिया विधानसभा से कांग्रेस के उम्मीदवार का विरोध कर रहे हैं. हालांकि, अभी तक उन्होंने पार्टी नहीं छोड़ी है.