
मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव धीरे-धीरे पूरे चरम पर पहुंच रहा है. प्रत्याशी चुनाव जीतने के लिए अपना पूरा दम लगा रहे हैं. कोई भगवान से प्रार्थना कर रहा तो कोई दूसरे उपाय कर रहा है. इसी बीच एक प्रत्याशी की अनूठी तस्वीर सामने आई है. सागर विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार के पति एक हाथी के नीचे से निकलते नजर आए. उन्होंने सुख-समृद्धि के वाहन का प्रतीक माने जाने वाले गजराज से अपनी पत्नी की जीत की कामना की.
सागर विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतरे जेठ और बहू के बीच टक्कर है. सगे बड़े भाई के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरे पूर्व विधायक और सागर से कांग्रेस प्रत्याशी निधि जैन के पति सुनील जैन एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं. ताकि उनकी पत्नी चुनाव में जीत हासिल कर सके.
हाथी के नीचे से निकल कर मांगी जीत की मन्नत
बीते दिन वो सागर में जिला अस्पताल सड़क पर गुजर रहे एक हाथी के नीचे से निकले. उन्होंने आस्था और विश्वास के साथ सुख समृद्धि के वाहन का प्रतीक माने जाने वाले गजराज से अपनी पत्नी की जीत की कामना की. सुनील जैन ने कहा, 'हाथी' से मैंने कामना की है कि निधि जीते और सागर विधानसभा क्षेत्र की विकास की दरिद्रता को दूर करें. यह अकेला मैं नहीं, पूरा सागर भी यही चाहता है. क्योंकि वह लंबे समय से सागर उद्योग-धंधे की गरीबी से जूझ रहा है. इस दौरान उनके साथ कांग्रेस के पूर्व कार्यकारी जिला अध्यक्ष चक्रेश सिंघई मौजूद थे.
जिले की देवरी विधानसभा से 1993 में रह चुके हैं विधायक
सुनील जैन सागर के बीजेपी से 3 बार से लगातार विधायक शैलेन्द्र जैन के सगे छोटे भाई हैं. दोनों भाई कांग्रेस और बीजेपी में रह कर अपनी अपनी राजनीति करते हैं. साल 1993 में सुनील जैन कांग्रेस के टिकट पर विधायक चुनकर आये थे. उसके बाद से उन्हें कांग्रेस ने दोबारा कभी विधानसभा चुनाव लड़ने का मौका नहीं दिया. वहीं, उनकी पत्नी निधि जैन को पिछले साल निकाय चुनाव में सागर नगर पालिक निगम से मेयर का टिकट दिया था, लेकिन वो बीजेपी की संगीता सुशील तिवारी से चुनाव हार गई थीं. शैलेन्द्र जैन और सुनील जैन दोनों ही सागर के प्रतिष्ठित उद्योगपति परिवार ढोलक बीड़ी से आते हैं.
निकाय चुनाव में भाइयों के रिश्ते आ गई थी खटास
बीजेपी विधायक शैलेन्द्र जैन और उनके भाई सुनील जैन दोनों के रिश्ते में पिछले साल हुए निकाय चुनाव में खटास आ गई थी. कांग्रेस ने निधि सुनील जैन को मेयर का अपना उम्मीदवार बनाया था जिसके बाद शैलेन्द्र जैन पर शक की सुई घूम रही थी. बहू और भाई के मुकाबले क्या वो पार्टी का साथ पूरी ईमानदारी से देंगे? शैलेन्द्र जैन ने बीजेपी का साथ दिया. नतीजा ये हुआ कि सुनील जैन चुनाव हार गए. जिसके बाद दोनों के रिश्ते में कटास आ गई. अब दोनों भाई खुलकर एक-दूसरे के खिलाफ मैदान में हैं.
सागर में जैन उम्मीदवार मैदान में
सागर विधानसभा क्षेत्र तीन प्रमुख पार्टी बीजेपी, कांग्रेस और आप से 'जैन' प्रत्याशी विकल्प के रूप में है. हालांकि, मुकाबला शैलेंद्र और निधि सुनील जैन के बीच है. दोनों ही प्रत्याशी अपने-अपने अंदाज में मतदाता को प्रभावित कर रहे हैं.