
मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ के बयान को लेकर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव भड़क गए हैं. यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस के लोग बीजेपी से मिले हुए हैं. अगर पता होता कि कांग्रेस विधानसभा में गठबंधन नहीं करेगी तो हम कभी उनका फोन भी नहीं उठाते.
दरअसल, मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के प्रचार को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री और एमपी पीसीसी चीफ कमलनाथ अपने गृह क्षेत्र छिंदवाड़ा के दौरे पर थे. इस दौरान पीसीसी चीफ ने मीडिया से कहा कि माहौल बहुत अच्छा है. टिकट घोषित होने के बाद फोन कॉल आ रहे हैं और लोग बता रहे हैं कि काफी उत्साह है. हम उम्मीद से भी बेहतर संख्या से जीतेंगे.
इसी दौरान सपा प्रमुख अखिलेश यादव की तरफ से कांग्रेस पर लगाए गए 'विश्वासघात' के आरोपों के बारे में मीडिया ने सवाल किया तो कमलनाथ छूटते ही बोले, 'अरे भई छोड़ो अखिलेश अखिलेश...'
सरकार बनानी थी तब हमारे विधायकों ढूंढते थे: सपा प्रमुख
बस, इसी बयान को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव अब कांग्रेस पर भड़क गए हैं. सपा के मुखिया ने कहा, मुझे यह समझ नहीं आ रहा कि आखिरकार कांग्रेस को दूसरे दलों को साथ लेने में क्या परेशानी है? किसी दल में ताकत या हैसियत है तो उसको साथ लेना चाहिए. मुझे वो दिन याद है जब कांग्रेस को अपनी सरकार बनानी थी तो MP में तो सुबह से लेकर शाम तक वह हमारे विधायक को ढूंढ रहे थे.
तो कांग्रेस नेताओं के फोन ही नहीं उठाते: अखिलेश
अखिलेश ने आगे कहा, I.N.D.I.A. के भरोसे में MP में अपने नेताओं को निराश नहीं कर सकता. सपा अब भाजपा को हराने के लिए तैयार है. निर्णय कांग्रेस को लेना है. अगर हमें पता होता कि विधानसभा स्तर पर गठबंधन नहीं है तो न हम मीटिंग में जाते और न ही कांग्रेस नेताओं के फोन उठाते.
CM शिवराज ने ली चुटकी, बोले- I.N.D.I.A.का कोई भविष्य नहीं
उधर, अखिलेश यादव और I.N.D.I.A. पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता शिवराज सिंह चौहान ने चुटकी लेते हुए कहा, दिल्ली में दोस्ती और राज्य में कुश्ती? यह (I.N.D.I.A. ) 2024 (चुनाव) के लिए बनाया गया था. अखिलेश यादव ने कल कहा था कि कांग्रेस ने उन्हें और सपा को एक साल तक अंधेरे में रखा. उनके 'चिरकुट' शब्द के इस्तेमाल से समझा जा सकता है कि उन्हें कैसा महसूस हुआ होगा. एमपी में कांग्रेस, एसपी और आप-तीनों पार्टियां चुनाव लड़ रही हैं. तो फिर ये गठबंधन क्या है? कांग्रेस ने एमपी के लिए अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है और अब पार्टी में अंदरूनी कलह शुरू हो गई है. I.N.D.I.A. गठबंधन का कोई भविष्य नहीं है. यह पूरी तरह बनने से पहले ही टूट गया.
बता दें कि मध्य प्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा के लिए 21 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक पर्चा भरा जाना है. फॉर्म वापसी 2 नवंबर तक होगी. मतदान 17 नवंबर को होगा और मतगणना 3 दिसंबर को होगी. इसलिए इतने कम समय में कांग्रेस और सपा के बीच एमपी में शीट शेयरिंग की संभावना मुश्किल ही है.
बहरहाल, मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में सीट शेयरिंग के मुद्दे से समाजवादी पार्टी और कांग्रेस में तकरार बढ़ती जा रही है. यूपी कांग्रेस चीफ अजय राय के बयान के बाद बीते दिन अखिलेश यादव ने कड़े तेवर दिखाते हुए कहा कि कांग्रेस अपने 'चिरकुट' नेताओं से हमारी पार्टी के बारे में न बुलवाए. अखिलेश के इस बयान के बाद अजय राय ने भी प्रतिक्रिया दी.
'चिरकुट नेता' वाले बयान से बढ़ी तल्खी
सपा मुखिया अखिलेश यादव के 'चिरकुट नेता' वाले बयान पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने कहा- मैं एक आम आदमी हूं. वह जो शब्द चाहें इस्तेमाल कर सकते हैं. मैं कांग्रेस का एक छोटा सा कार्यकर्ता हूं. मुझे स्वीकार है हर शब्द जो वह (अखिलेश यादव) मेरे लिए प्रयोग करते हैं.
अजय राय ने आगे कहा कि मेरा बस ये अनुरोध है कि अगर हम मध्य प्रदेश में बीजेपी को हराना चाहते हैं, तो उन्हें (अखिलेश) कांग्रेस का समर्थन करना चाहिए. उन्हें (अखिलेश यादव) धैर्य रखना चाहिए और एमपी में कांग्रेस का समर्थन करना चाहिए. ठीक वैसे ही जैसे हमने घोसी में उनका समर्थन किया था.
MP का वोटर हाथ का पंजा जानता है साइकिल नहीं: अजय राय
अखिलेश यादव के बयान से पहले बीते दिन अजय राय ने यह भी कहा था कि यूपी के घोसी उपचुनाव में आगे बढ़कर कांग्रेस ने सपा का समर्थन किया और इन्होंने क्या किया उत्तराखंड में? अपना उम्मीदवार उतारकर बीजेपी को चुनाव जितवा दिया. सब दिख रहा है कि आप कैसे काम कर रहे हैं.
यूपी पीसीसी चीफ राय ने आरोप लगाया कि एमपी में भी सपा बीजेपी को जिताना और कांग्रेस को हराना चाहती है. जब एमपी में सपा बनाम कांग्रेस था, तो आपके मन बड़ा कर कांग्रेस का समर्थन करना चाहिए था. एमपी का वोटर हाथ का पंजा जानता है, साइकिल को नहीं जानता. आप बीच में जाएंगे तो बीजेपी की मदद करेंगे. हमारी यूपी की 80 सीटों पर तैयारी है.