
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना को बहुमत मिल गया है. आखिरी नतीजों में महाराष्ट्र में बीजेपी को 105 सीटें, शिवसेना को 56 सीटें मिली हैं. विपक्षी खेमे की बात करें तो कांग्रस को 44 और एनसीपी को 54 सीटें मिली हैं. नतीजों के बीच मुंबई में एनसीपी नेता शरद पवार के घर पर सन्नाटा पसरा है. मीडिया के लोगों के अलावा कोई भी एनसीपी कार्यकर्ता नहीं दिखाई दे रहा है.
एनसीपी और कांग्रेस का गठबंधन इस बार फाइट में आता नजर नहीं आ रहा है. बड़ा कारण यह है कि कांग्रेस और एनसीपी के बड़े नेताओं ने ठीक चुनावों से पहले पार्टी से किनारा कर लिया है. चुनावों से पहले एनसीपी और कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने पार्टी से किनारा कर लिया था.
वहीं महाराष्ट्र कांग्रेस में कलह का असर भी पार्टी नेताओं के पीछे होने का बड़ा कारण हो सकता है. संजय निरुपम ने महाराष्ट्र कांग्रेस में कई बड़े नेताओं पर चुनावों के दौरान निशाना भी साधा था लेकिन कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व की आलोचना भी की थी.
क्या कहते हैं एग्जिट पोल के आंकड़े?
India Today- Axis My India के एग्जिट पोल के नतीजों पर अगर गौर करें तो महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनती दिख रही है लेकिन नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी के मुखिया अपना गढ़ बचाने में कामयाब हो जाएंगे.
पश्चिम महाराष्ट्र को चीनी बेल्ट के तौर पर पहचाना जाता है. यह इलाका एनसीपी का मजबूत गढ़ माना जाता है और शरद पवार अपने इस किले को बचाने में कामयाब हो सकते हैं.
इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक, पश्चिम महाराष्ट्र की कुल 58 विधानसभा सीटों में से बीजेपी-शिवसेना को 22 सीटें मिल सकती हैं, वहीं कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन को 29 सीटें मिलती नजर आ रही हैं. जबकि अन्य के खाते में महज सात सीटें मिलने की संभावना है.