
ओडिशा में हुए लोकसभा और विधानसभा दोनों चुनावों में मोदी लहर का जादू नहीं चल पाया. विधानसभा चुनावों में ओडिशा की कुल 147 सीटों में अकेले बीजू जनता दल को 105 सीटें हासिल हुईं. विधानसभा चुनावों में मिली विराट जीत ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की मेहनत है.
ओडिशा विधानसभा चुनावों में बीजू जनता दल को 105, बीजेपी को 27, कांग्रेस को 13, सीपीएम को 1 सीटें हासिल हुईं. वहीं लोकसभा चुनावों में बीजेपी को 8 सीटें मिलीं. बीजू जनता दल ने 13 सीटों पर जीत हासिल की.
पांच साल केंद्र में राज करने के बाद एक बार फिर नरेंद्र मोदी की अगुवाई में एनडीए की सरकार बन रही है. देश के कई हिस्सों में बीजेपी ऐतिहासिक जीत की ओर बढ़ रही है, लेकिन ओडिशा में मोदी मैजिक नदारद रहा. हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले नवीन पटनायक के लिए ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, ‘नवीन बाबू, आपको एक और जीत के लिए बधाई. आने वाले टर्म के लिए आपको बधाई’.
नरेंद्र मोदी के इस ट्वीट के साथ कई संकेत मिल रहे हैं. दरअसल, चुनाव से पहले संकेत मिल रहे थे कि जगन-नवीन दोनों का ही एनडीए के प्रति सॉफ्ट रुख है. क्योंकि दोनों ही दलों ने चुनाव से पहले किसी दल का समर्थन नहीं किया था और ऐलान किया था कि जो भी पार्टी सरकार बनाने के हक में होगी, हम उसका साथ देंगे. ऐसे में संकेत मिल रहे हैं कि क्या दोनों दल सरकार बनने के बाद एनडीए के साथ जुड़ेंगे.
साल 2000 से ओडिशा के मुख्यमंत्री का पद संभाल रहे नवीन पटनायक पर लोगों का भरोसा अब भी बरकरार है. साल 2014 के विधानसभा चुनाव नतीजों की बात करें तो बीजेडी को 117, कांग्रेस को 16 और भारतीय जनता पार्टी 10 सीट पर जीत हासिल हुई थी.
5 साल पहले के चुनाव में अगर वोट प्रतिशत के आंकड़ों पर गौर करें तो बीजेडी को 43.4 प्रतिशत वोट मिले थे. जबकि, बीजेपी का वोट शेयर पिछले चुनाव में 18 फीसदी था और कांग्रेस का वोट शेयर 2014 में 25.7 प्रतिशत रहा था.
नवीन पटनायक की लोकप्रियता बरकरार
कांग्रेस का राज्य में खिसकता आधार बीजेपी का फायदा बनता जा रहा है. हालांकि नवीन पटनायक अब भी राज्य में सबसे लोकप्रिय नेता है, लेकिन अब उन्हें अपनी पार्टी में ही असंतोष की सुगबुगाहट का सामना गाहे-बगाहे करना पड़ता है. इसे हवा देने में बीजेपी का हाथ होने के ही कयास लगाए जाते हैं. ओडिशा का अनुभव बताता है कि नवीन पटनायक की मजबूत मुख्यमंत्री की छवि का मुकाबला नरेंद्र मोदी की प्रधानमंत्री के तौर पर मजबूत छवि हुआ. इसने सीधे मुकाबले की स्थिति बनाई.