
राहुल गांधी 17 फरवरी से दो दिवसीय दौरे पर पुदुचेरी पहुंचे हुए हैं लेकिन उनके दौरे से पहले ही पुडुचेरी में 4 कांग्रेस विधायकों के इस्तीफा देने के बाद से उनकी सरकार संकट में आ गई है. इसके बाद पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने एक बैठक बुलाई जिसमें निर्णय लिया गया कि मंत्रिमंडल का इस्तीफा नहीं दिया जाएगा बल्कि बहुमत साबित किया जाएगा. कांग्रेस के चार विधायकों के इस्तीफे के बाद विपक्ष के नेता और मुख्यमंत्री नारायणसामी 18 फरवरी के दिन गवर्नर तमिलिसाई सौंदरराजन (Tamilisai Sounderrajan) से मिले.
राज्यपाल के कार्यालय से जारी स्टेटमेंट में कहा गया है कि इस बात को देखा गया है कि विपक्ष और सत्तापक्ष दोनों के पास ही 14-14 की संख्या है. इसलिए संविधान के अनुच्छेद 239 में दी गई शक्तियों का उपयोग करते हुए, राज्यपाल ने 22 फरवरी के दिन पुडुचेरी विधानसभा को आयोजित करने का निर्देश किया है. 5 बजे तक फ्लोर टेस्ट के माध्यम से इस बात का निर्णय लिया जाएगा कि किसके पास सरकार बनाने का बहुमत है.
संकट में आई कांग्रेस की सरकार को किस तरह बचाया जाना है ये राहुल गांधी के लिए भी एक बड़ी चुनौती है. राहुल गांधी आने वाले विधानसभा चुनावों के लिए पुडुचेरी दौरा करने ही वाले थे कि उससे पहले ये घटना घट गई है.
अब ये बात देखने वाली होगी कि वो पार्टी के अंदर हुई बगावत से कैसे निपटते हैं. आपको बता दें कि अब तक कांग्रेस के चार विधायक पार्टी में बगावत कर चुके हैं. जिनके नाम ए जॉन कुमार, मल्लदी कृष्ण राव, नमिचीवम और थिपिनदान है. इनमें से नमिचीवम और ई थिपिनदान पहले ही भाजपा ज्वाइन कर चुके हैं और ए जॉन कुमार द्वारा जल्द ही भाजपा ज्वाइन करने के कयास लगाए जा रहे हैं.