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राहुल गांधी से मिले नवजोत सिद्धू, हाथ के साथ जाने पर लगी मुहर

तमाम अटकलों के बीच कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से पूर्व क्रिकेटर और नेता नवजोत सिंह सिद्धू मिले. दोनों के बीच करीब आधे घंटे तक मुलाकात चली. जिसके बाद सिद्धू के कांग्रेस में शामिल होने की खबर की पुष्टि हो गई.

नवजोत सिंह सिद्धू नवजोत सिंह सिद्धू
मौसमी सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 12 जनवरी 2017,
  • अपडेटेड 6:47 PM IST

तमाम अटकलों के बीच कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से पूर्व क्रिकेटर और नेता नवजोत सिंह सिद्धू मिले. दोनों के बीच करीब आधे घंटे तक मुलाकात चली. जिसके बाद सिद्धू के कांग्रेस में शामिल होने की खबर की पुष्टि हो गई.

खबरों के मानें से राहुल से मुलाकात के दौरान नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब की सियासत पर चर्चा की. काफी समय से सिद्धू के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें तेज थी. हालांकि उनकी पत्नी नवजोत कौर सिद्धू ने पहले ही कांग्रेस का दामन थाम लिया है.

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गौरतलब है कि नवजोत सिद्धू के कांग्रेस में आने के संकेत वह खुद एक प्रेस वार्ता में दे चुकी थी. बताया जा रहा है कि राहुल गांधी से मिलने के बाद नवजोत सिद्धू औपचारिक रूप से कांग्रेस पार्टी ज्वाइन कर लेंगे. इससे पहले कैप्टन अमरिंदर ने नवजोत सिद्धू के अमृतसर ईस्ट विधानसभा से चुनाव लड़ने के संकेत दिए थे.

भारतीय क्रिकेट टीम में खेलने और बाद में क्रिकेट कमेंटरी करते हुए सिद्धू 2004 में राजनीति में आए. 2004 के लोकसभा चुनावों में वे अमृतसर से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े और जीते भी. 2009 में भी उन्हें चुनाव जीतने में कामयाबी हासिल हुई. 2014 में अमृतसर से भाजपा ने अरुण जेटली को चुनाव लड़ाया. बताया जाता है कि उसी वक्त से भाजपा और सिद्धू के संबंध खराब होने शुरू हो गए.

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पिछले साल इन्हीं दिनों में यह खबर आने लगी थी कि सिद्धू आम आदमी पार्टी में शामिल हो सकते हैं. 2016 में जब भाजपा ने उन्हें राज्यसभा भेजा तो लगा कि सिद्धू और भाजपा के संबंध सामान्य हो रहे हैं. लेकिन कुछ समय बाद ही उन्होंने ने राज्यसभा से इस्तीफा देकर सभी को हैरान कर दिया. पंजाब चुनाव को अब कुछ महीने ही बचे हैं.

भाजपा और AAP से उनके रिश्ते पहले ही खराब हो चुके हैं. ऐसे में अब कांग्रेस सिद्धू का अंतिम विकल्प बनकर सामने आ रही है. पिछले दिनों सिद्धू द्वारा उठाए गए तमाम कदमों के चलते उनकी 13 साल की राजनीति दांव पर लगी हुई है.

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