
कांग्रेस में शामिल होने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू और कैप्टन अमरिंदर सिंह गुरुवार को पहली बार अमृतसर में एक साथ मीडिया के सामने आए. पंजाब चुनाव में कांग्रेस के सीएम उम्मीदवार कैप्टन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत में ही बता दिया कि नवजोत सिंह सिद्धू को उन्होंने बहुत छोटे से देखा है, यानि उनके सामने वह बच्चे हैं और वह यहां के कैप्टन... वहीं सिद्धू को भी यह कहना पड़ा कि बाप-बाप होता है, बेटा-बेटा होता है.
हालांकि अक्सर लंबी लंबी बातें करने वाले नवजोत सिंह सिद्धू का अंदाज इस ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में गायब था. इस पूरी प्रेस कांफ्रेंस के दौरान सिद्धू से पूछे गए अधिकतर सवालों को वह टालते रहे और कैप्टन ही उनकी तरफ से जवाब दे रहे थे. यहां एक बात दो सबको साफ नजर आई, वह यह कि कैप्टन की मौजूदगी में सिद्धू अपने चिर परिचित अंदाज में नहीं दिखाई दिए.
पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष कैप्टन अमरिंदर सिंह ने हालांकि यहां सिद्धू की तारीफ करते हुए कहा कि वह उन्हें बचपन से जानते हैं. कैप्टन ने साथ ही कहा कि सिद्धू बिना शर्त कांग्रेस में शामिल हुए हैं. वह एक फुट सोल्जर हैं. वहीं सिद्धू ने भी कैप्टन को अपने पिता तुल्य बताया.
अमृतसर में आयोजित इस संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में ज्यादातर वक्त अमरिंदर सिंह ही बोले, जबकि सिद्धू चुप रहे. बीजेपी का दामन छोड़ हाल ही कांग्रेस का हाथ थामने वाले सिद्धू की इस चुप्पी की एक वजह तो यह है कि उनके पिता भी अमरिंदर सिंह के साथ काम कर चुके हैं और दूसरा कि ये दोनों दोनों पटियाला से आते हैं. अमरिंदर सिंह पटियाला के राज परिवार से है और पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष भी हैं, इसलिए सिद्धू कहीं से भी ये नहीं चाहते थे कि वह कैप्टन को कमतर करते दिखे.
खास बात यह है कि अमरिंदर सिंह ने पहले ही घोषणा कर रखी है कि यह उनका आखिरी चुनाव है और इसके बाद वह चुनाव नहीं लड़ेंगे. जबकि नवजोत सिंह सिद्धू कांग्रेस में अपनी पारी की शुरुआत कर रहे हैं. दोनों की अमृतसर में पहली जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस थी, लेकिन यहां सिद्धू अमरिंदर सिंह के बाद पहुंचे. अमरिंदर सिंह का पहले नवजोत सिंह सिद्धू के साथ एक रोड शो का भी प्रोग्राम था, लेकिन उसको भी कैंसिल कर दिया गया.