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'चन्नी को देना चाहिए सिख दंगों पर जवाब', राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर कांग्रेस पर बरसे अमित शाह

अमित शाह ने रविवार को लुधियाना में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए सिख दंगों के साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा के मसले पर कांग्रेस को जमकर घेरा.

अमित शाह (फोटोः ट्विटर) अमित शाह (फोटोः ट्विटर)
मनजीत सहगल
  • चंडीगढ़,
  • 13 फरवरी 2022,
  • अपडेटेड 4:58 PM IST
  • गृह मंत्री ने लुधियाना में रैली को किया संबोधित
  • अरविंद केजरीवाल को भी लिया निशाने पर

पंजाब में चुनाव प्रचार अब आखिरी चरण में प्रवेश कर रहा है. जैसे-जैसे चुनाव प्रचार का अंतिम चरण नजदीक आता जा रहा है, वैसे-वैसे जुबानी हमले तल्ख होते जा रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर हमला बोला है. अमित शाह ने रविवार को लुधियाना में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए सिख दंगों के साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा के मसले पर कांग्रेस को जमकर घेरा.

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अमित शाह ने 1984 के सिख विरोधी दंगों का मसला उठाते हुए कहा कि कांग्रेस पापी है. कांग्रेस ने इन दंगों के लिए जिम्मेदार लोगों को दंडित नहीं किया.  उन्होंने कहा कि कोई भी सिख विरोधी दंगों को नहीं भूल सकता. उस समय मेरी उम्र छोटी थी लेकिन जब भी वे दंगे याद आते हैं, आंखों में आंसू आ जाते हैं. अमित शाह मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को निशाने पर लेते हुए कहा कि चन्नी को जवाब देना चाहिए क्योंकि जब दंगे हुए थे, आपकी ही सरकार थी. राजीव गांधी ने कहा था कि जब भी कोई बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती हिलती है.

केंद्रीय गृह मंत्री ने राजीव गांधी के बयान को आधार बनाकर हमला बोलते हुए कहा कि धरती नहीं हिलती लेकिन कांग्रेस ने पाप किया. कांग्रेस ने दंगाइयों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं किया. उन्होंने बीजेपी की सरकार की ओर से उठाए गए कदम की चर्चा करते हुए कहा कि पीएम मोदी की सरकार में इसकी जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया और दंगाई सलाखों के पीछे पहुंचे. दंगा पीड़ितों को 5-5 लाख रुपये का मुआवजा भी दिया गया. अमित शाह ने पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक का मसला उठाते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर भी कांग्रेस पर जमकर हमला बोला.

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चन्नी को एक मिनट भी शासन का अधिकार नहीं

उन्होंने कहा कि चन्नी फिर से सरकार बनाने का सपना देख रहे हैं लेकिन जो व्यक्ति प्रधानमंत्री के मार्ग की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर सकता, वह राज्य की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित करेगा. क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पंजाब आने के लिए सुरक्षा नहीं मिलनी चाहिए? गृह मंत्री ने सीएम पर हमला बोलते हुए कहा कि आपको पंजाब पर एक मिनट भी शासन करने का अधिकार नहीं है. चन्नी सरकार अस्थिर है और सरकार चलाना कोई कॉमेडी शो नहीं है. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि क्या एक कमजोर सरकार पंजाब और देश की सुरक्षा सुनिश्चित कर पाएगी? क्या पंजाब चन्नी के नेतृत्व में सुरक्षित रह सकता है. हम देश चला रहे हैं और ये कोई कॉमेडी फिल्म नहीं. गंभीरता से बोलते हैं.

अरविंद केजरीवाल कर रहे वोट की राजनीति

अमित शाह ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी निशाने पर लिया और वोट की राजनीति करने का आरोप लगाया. उन्होंने पिछले चुनाव में खालिस्तानी तत्वों के साथ नजदीकियों के आम आदमी पार्टी (एएपी) पर लगे आरोप का भी जिक्र किया. केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि केजरीवाल केवल वोट की राजनीति करेंगे. वे इस सुरक्षा के साथ कुछ नहीं करने वाले. पिछला चुनाव याद रखिए. यदि उनको वोट मिला तो वे आतंक को रिवाइव करेंगे. क्या वे पंजाब की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं. पंजाब केवल नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ही सुरक्षित रह सकता है.

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यूपीए सरकार पर भी साधा निशाना

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की सरकार पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जब केंद्र में यूपीए की सरकार थी, पाकिस्तानी आतंकी घुसपैठ करते थे और हमारे सैनिकों के सिर लेकर लौट जाते थे. केंद्र की सरकार मूकदर्शक बनी रही. अमित शाह ने कहा कि उरी और पुलवामा हमला करके पाकिस्तान भूल गया कि अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं. पाकिस्तान ने सोचा था कि चीजें पहले की तरह ही होंगी लेकिन पीएम मोदी ने 10 दिन के भीतर जवाबी कार्रवाई की और आतंकियों को मारने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक, हवाई हमले किए.

किसान आंदोलन पर बोलने से बचते नजर आए

अमित शाह लुधियाना की इस जनसभा में जहां सिख विरोधी दंगों और राष्ट्रीय सुरक्षा के मसले पर आक्रामक नजर आए वहीं, किसान आंदोलन और नए कृषि कानूनों को लेकर बोलने से बचते नजर आए. उन्होंने किसानों और सिखों के हित में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार की ओर से उठाए गए कदमों की जरूर चर्चा की. गृह मंत्री ने कहा कि पंजाब के किसानों को अपने खेत की मिट्टी का परीक्षण कराना चाहिए जिससे ये पता लग सके कि उर्वरता कैसे खो रही है. उन्होंने जैविक खेती और फसल के पैटर्न में बदलाव की पैरवी करते हुए कहा कि प्रदेश में खेती तब तक लाभकारी नहीं हो सकती जब तक कि किसानों को जैविक खेती के लिए प्रोत्साहित नहीं किया जाता.

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20 फरवरी को होना है मतदान

बता दें कि पंजाब की 117 विधानसभा सीटों के लिए 20 फरवरी को मतदान होना है. पंजाब में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार 18 फरवरी को थम जाएगा. विधानसभा चुनाव के नतीजे 10 मार्च को आएंगे. कांग्रेस ने चरणजीत सिंह चन्नी और आम आदमी पार्टी ने भगवंत मान को सीएम कैंडिडेट घोषित किया है. भारतीय जनता पार्टी इस दफे शिरोमणि अकाली दल के बगैर चुनाव मैदान में है. बीजेपी ने कैप्टन अमरिंदर सिंह की पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के साथ गठबंधन किया है.

 

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