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सोनिया-राहुल से बिना मिले पंजाब लौटे कैप्टन कर रहे हैं गुप्त बैठकें, समर्थन जुटाने की कोशिश जारी

सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मिले बिना बैरंग वापस चंडीगढ़ पहुंचे पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह लगातार गुप्त बैठकें करके आलाकमान के सामने अपनी ताकत दिखाने की कोशिश में जुटे हैं.

पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह
सतेंदर चौहान
  • चंडीगढ़,
  • 25 जून 2021,
  • अपडेटेड 11:45 AM IST
  • सिद्धू के खिलाफ कैप्टन ने खोला मोर्चा
  • नेताओं और विधायकों को कर रहे हैं एकजुट

दिल्ली में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मिले बिना बैरंग वापस चंडीगढ़ पहुंचे पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह लगातार गुप्त बैठकें करके आलाकमान के सामने अपनी ताकत दिखाने की कोशिश में जुटे हैं. कैप्टन हर हाल में नवजोत सिंह सिद्धू का कद बढ़ाए जाने के खिलाफ हैं. 

सूत्रों के मुताबिक, हर हाल में नवजोत सिंह सिद्धू को पार्टी में अपने बराबर खड़ा करने से रोकने के लिए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कई विधायकों और सीनियर कांग्रेस नेताओं का समर्थन हासिल करने के प्रयास किए हैं और लगातार गुप्त बैठकें की जा रही हैं, लेकिन इस बीच पंजाब कांग्रेस का अंतर्कलह थमने का नाम नहीं ले रहा है.

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अपने बेटे को अनुकंपा के आधार पर मिली सरकारी नौकरी का ऑफर ठुकराने के बाद कांग्रेस विधायक फतेह जंग बाजवा ने अपनी ही पार्टी के कई नेताओं के नाम गिनवा डाले और आरोप लगाया कि इन सब नेताओं के बेटे और परिवार के लोग भी किसी ना किसी सरकारी पद पर हैं, लेकिन इन्हीं लोगों ने बेवजह उनके बेटे को मिली सरकारी नौकरी पर राजनीति की है.

कांग्रेस विधायक फतेह जंग बाजवा का कहना है कि उनके बेटे को सरकारी नौकरी राज्य सरकार के नियमों के तहत ही दी गई है. हालांकि फतेह सिंह बाजवा ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को ही अपना नेता बताया और उनका शुक्रिया भी अदा किया

इस पूरे मामले को लेकर अकाली दल और आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया कि कैप्टन अमरिंदर सिंह इस वक्त सिर्फ अपनी कुर्सी बचाने की कवायद में लगे हैं और उन्हें पंजाब के मुद्दों से और पंजाब की जनता से कोई लेना-देना नहीं है.

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