
यूक्रेन और रूस (Russia-Ukraine) के बीच हालात दिन-ब-दिन तनावपूर्ण होते जा रह हैं. यूक्रेन के हालात पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कह दिया है कि अब महायुद्ध होगा. वैश्विक स्तर पर होने वाला ये युद्ध भारत को भी कई मायनों में प्रभावित करेगा, लेकिन इससे पहले यह सवाल उठता है कि भारत सरकार यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने की क्या तैयारी कर रही है?
पंचायत आजतक पंजाब के मंच पर यही सवाल केंद्रीय राज्य विदेश मंत्री और बीजेपी नेता मीनाक्षी लेखी (Meenakshi Lekhi) से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने एक एडवाइजरी जारी की है, वहां हॉटलाइन भी एक्टिव है और ईमेल भी. इसके जरिए जिस किसी भारतीय को वहां किसी भी तरह की मदद चाहिए, उसके लिए इंडियन एम्बेसी काम कर रही है.
यूक्रेन में रहने वाले छात्रों को वहां से निकालने के लिए पूरी प्लानिंग के साथ काम किया जा रहा है. मीनाक्षी लेखी ने कहा, कोरोना के वक्त जब विदेशों में फंसे भारतीयों को स्वदेश लाने की बात हुई और वहां सुविधाओं की कमी को पूरा करने के लिए भारत ने पूरा लैब वहां एयरपोर्ट पर सेट कर दिया. जब भारतीयों की घर वापसी हो गई तो हमने चीजें वहीं छोड़ दी ताकि वहां के लोग उसका इस्तेमाल कर सकें.
26 जनवरी को कीव स्थित भारतीय दूतावास ने यूक्रेन में रह रहे भारतीयों से खुद को जल्द से जल्द रजिस्ट्रेशन करने को कहा था. एक रिलीज में दूतावास ने कहा था, 'भारतीयों से कॉर्डिनेट को लेकर यूक्रेन में रह रहे सभी नागरिकों से अनुरोध है कि वे फॉर्म भरें. जो छात्र भारत से ऑनलाइन एजुकेशन ले रहे हैं, वे फॉर्म न भरें.'
उल्लेखनीय है कि हाल के महीनों में यूक्रेन को लेकर तनाव बढ़ गया है. रूस और नाटो एक दूसरे पर रूस-यूक्रेन की सीमा पर फौज बढ़ाने का आरोप लगा रहे हैं. वहीं, अमेरिका और यूक्रेन ने रूस पर हमले की तैयारी करने का आरोप लगाया है. हालांकि रूस ने इस बात को नकारा है.