
कांग्रेस ने भले ही पंजाब में चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री चेहरा घोषित किया हो, लेकिन मतदान से पहले एक बार फिर प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के साथ मतभेद सामने आया है. दरअसल, इस बार सिद्धू की बेटी राबिया कौर सिद्धू ( Rabia Kaur Sidhu) ने चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम चेहरा बताने को हाईकमान की मजबूरी बताई है.
पंजाब में अमृतसर के पूर्वी विधानसभा से सिद्धू चुनाव मैदान में हैं. राबिया कौर अपने पिता नवजोत सिंह सिद्धू के प्रचार में उतरी हैं. इस दौरान चन्नी को सीएम चेहरा बनाने पर राबिया कौर सिद्धू ने कहा, हाईकमान तो हाईकमान है. उन्होंने जो कर दिया, उनकी कोई मजबूरियां रही होंगी. कोई ईमानदार बंदे को काफी देर तक नहीं रोक सकता. बेईमान को रुकना ही पड़ेगा.
राहुल गांधी ने किया था सीएम चेहरे का ऐलान
दरअसल, राहुल गांधी पिछले दिनों जालंधर पहुंचे थे. इस दौरान नवजोत सिंह सिद्धू और चरणजीत सिंह चन्नी ने राहुल से सीएम चेहरे का ऐलान करने के लिए कहा था. इस पर राहुल गांधी ने कहा था कि वे पंजाब की जनता और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के फीडबैक के आधार पर सीएम चेहरे का ऐलान करेंगे. राहुल गांधी ने 6 फरवरी को अपने पंजाब दौरे पर चन्नी को सीएम चेहरा घोषित किया था. नवजोत सिंह सिद्धू इस रेस में पीछे रह गए.
सिद्धू की पत्नी और बेटी ने चन्नी का किया विरोध
राबिया सिद्धू भी अपने पिता के समर्थन में लगातार प्रचार कर रही हैं. उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान बिक्रम मजीठिया पर भी जमकर निशाना साधा था. राबिया ने गुरुवार को कहा था कि उनके पिता सीएम का फेस नहीं बन पाए, लेकिन आगे जाकर देखना वे क्या क्या बनते हैं. इतना ही नहीं राबिया ने कहा था कि अब वह शादी तब तक नहीं करेंगी जब तक उनके पापा चुनाव नहीं जीतेंगे.
उधर, नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर ने भी चन्नी को सीएम चेहरा बनाने का विरोध किया था. उन्होंने कहा था कि सीएम चेहरे का चयन करते वक्त आपकी योग्यता, आपकी शिक्षा, आपका काम, आपकी ईमानदारी को ध्यान में रखना चाहिए था . नवजोत कौर का कहना है कि उनके ऐसे फैसले लेते वक्त शिक्षा को आधार बनाना चाहिए. जब इतनी बड़ी जिम्मेदारी किसी को दी जानी चाहिए, तो शिक्षा को मिस नहीं किया जा सकता. वो सीएम पद के लिए उपयुक्त थे. अगर वे (सिद्धू) मेरे पति नहीं होते तो भी मैं यही मानती कि उन्हें सीएम बनना चाहिए.
हालांकि, चन्नी को सीएम चेहरा घोषित किए जाने के बाद सिद्धू ने कहा था कि वह कभी किसी पद के लिए नहीं जिए हैं. उन्होंने कहा कि मैंने हमेशा पंजाब की बेहतरी के लिए काम किया है. वे हमेशा कार्यकर्ताओं के साथ खड़े रहेंगे.