
पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक (pm modi security breach) के मामले पर आजतक के स्टिंग ऑपरेशन के बाद राजनीति फिर तेज हो गई हैं. बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों, केंद्र सरकार के मंत्रियों के साथ-साथ बीजेपी नेताओं ने पंजाब सरकार को कटघरे में खड़ा किया है. केंद्रीय मंत्री SIT जांच की मांग उठा रहे हैं. इस बीच सुप्रीम कोर्ट ने भी जांच के लिए अपनी निगरानी में पांच सदस्यों की कमेटी का गठन कर दिया है.
इसके बाद बुधवार को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कांग्रेस को घेरा. पंजाब सरकार पर सवाल खड़े करते हुए ईरानी ने कहा कि पीएम की सुरक्षा में चूक का सच उजागर हुआ है. कांग्रेस ने जानबूझकर पीएम को असुरक्षित रखा. वह बोलीं कि कांग्रेस नेता सुरक्षा को छोटा करके देख रहे थे.
ईरानी ने पंजाब सरकार से पूछा कि किसके कहने पर डीजीपी ने रूट क्लीयरेंस दी? वह बोलीं कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक निंदनीय ही नहीं दंडनीय भी हैं. उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस के अधिकारी का ये वक्तव्य की प्रधानमंत्री की सुरक्षा भंग होने की जानकारी वो वरिष्ठ अधिकारियों, पंजाब प्रशासन और सरकार को देते रहे, लेकिन सरकार की तरफ से कोई ऐसा हस्तक्षेप जो प्रधानमंत्री को सुरक्षा दे, नहीं किया गया था.
स्टिंग ऑपरेशन पर घिरी कांग्रेस की पंजाब सरकार
बता दें कि आजतक के स्टिंग ऑपरेशन में सामने आया था कि पुलिस अधिकारियों जिसमें पंजाब पुलिस के एसएचओ भी शामिल थे, उन्होंने बताया था कि राज्य सरकार ने प्रदर्शनकारी किसानों को हटाने के लिए कोई निर्देश नहीं दिया था.
स्टिंग ऑपरेशन के बाद केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने लिखा, 'पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक पर पंजाब पुलिस ने बड़ा खुलासा किया. पीएम मोदी के दौरे से पहले पुलिस को प्रदर्शनकारी किसानों की जानकारी थी, लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया.'
कांग्रेस नेता देश से माफी मांगें
वहीं बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि पंजाब में जिस तरह से एक सुनियोजित षड़यंत्र के तहत प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया गया, उसमें कांग्रेस की पंजाब सरकार की भूमिका का सच आज पूरे देश ने देख लिया है. देश के प्रधानमंत्री की सुरक्षा को योजनाबद्ध तरीक़े से ख़तरे में डाला गया.
नड्डा ने आगे लिखा कि पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी और कांग्रेस के नेताओं ने इतने संवेदनशील मामले का मज़ाक़ बनाया. लगातार देश के सामने झूठ बोलने और मामले का राजनीतिकरण करने का काम किया. कांग्रेस के नेताओं को देश से माफ़ी मांगनी चाहिए.
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया, प्रह्लाद जोशी ने भी इसपर अपनी प्रतिक्रियाएं दी. उन्होंने भी इसे प्री-प्लान बताया. वहीं केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव बोले कि पंजाब की कांग्रेस सरकार को बहुत से जवाब देने होंगे. इस बात में अब जरा भी शक नहीं है कि पीएम की सुरक्षा को जानबूझकर खतरे में डाला गया.
CM, DGP और CS ने प्रधानमंत्री का स्वागत क्यों नहीं किया?: योगी आदित्यनाथ
'आजतक' के स्टिंग ऑपरेशन पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री के पंजाब दौरे के दौरान एक खूनी साज़िश करके सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया था. ये स्टिंग ऑपरेशन से स्पष्ट हो गया है. ये एक शरारत पूर्ण साज़िश, शरारतन तरीके से की गई थी. योगी ने कहा कि ब्लू बुक और प्रोटोकॉल का तहत जिन नियमों का पालन पंजाब सरकार को करना चाहिए था, वह नहीं किया गया. प्रधानमंत्री के आगमन पर मुख्यमंत्री, डीजीपी और मुख्य सचिव उनका स्वागत करते हैं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
मुख्यमंत्री ने आशंका जताई कि इंटेलिजेंस इनपुट के बाद भी खालिस्तानी लोगों के इनपुट भी आ रहे थे. इतने सारे इनपुट के बाद भी प्रधानमंत्री का काफिला वहां रोका गया, जहां ड्रोन या किसी तरह के हमला हो सकता था. पंजाब के मुख्यमंत्री ये कहकर पल्ला नही झाड़ सकते थे कि वह कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आये थे जबकि वो खुद बिना मास्क के विचरण करते देखे गए.
कांग्रेस सरकार पर हमलावर योगी ने कहा, देश के सर्वोच्च संवैधानिक व्यक्ति की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ निंदनीय है. पंजाब के मुख्यमंत्री ने इसकी जानकारी यूपी प्रभारी (प्रियंका गांधी) को दी. ये खूनी साज़िश का पर्दाफाश करता है. ये उनके गैर जिम्मेदाराना रवैये को प्रदर्शित करता है. ये न सिर्फ सुरक्षा प्रावधानों का उल्लंघन है बल्कि देश के खिलाफ साजिश है. इसके लिए उनको माफी मांगनी चाहिए.
MP के सीएम शिवराज बोले- चूक संयोग नहीं, षड्यंत्र था
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया गया है, इसका स्टिंग ऑपरेशन में खुलासा किया है. अब यह स्पष्ट हो गया है कि प्रधानमंत्री जी सुरक्षा में हुई चूक संयोग नहीं, षड्यंत्र था.
खतरे में डाली गई PM की जान: खट्टर
हरियाणा के सीएम मनोहरलाल खट्टर ने कहा कि 'आजतक' न्यूज़ चैनल के 'स्टिंग आपरेशन' में ये साफ हो चुका है कि CID कि रिपोर्ट थी कि मौसम खराब हो सकता है, प्रधानमंत्री जी के लिए वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था की जानी चाहिए. प्रधानमंत्री की जान को जान-बुझकर खतरे में डाला गया, मैं इसकी घोर निंदा करता हूं.
जान-बूझकर बरती लापरवाही: हिमंता बिस्वा सरमा
प्रधानमंत्री सुरक्षा भंग मामले में को लेकर 'आजतक' के खुलासे पर असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी. सीएम सरमा ने हैरानी जताई कि पंजाब सीआईडी के डीएसपी सुखदेव सिंह स्वीकार कर रहे हैं कि उन्होंने 2 जनवरी को ही अपने सीनियर एसएसपी को साजिश के बारे में बता दिया था. जब 5 जनवरी को यह घटना हुई, तो सीआईडी ने उच्च अधिकारियों को इसकी जानकारी दी, फिर भी पंजाब की कांग्रेस सरकार ने पीएम की सुरक्षा में जानबूझकर लापरवाही बरती.
प्रायोजित थी पीएम की सुरक्षा में चूक: फडणवीस
'आजतक' के इस खुलासे पर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, स्टिंग ऑपरेशन से संकेत मिलता है कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक जानबूझकर की गई और प्रायोजित तरीके से की गई थी. वहां के एसएचओ, डीएसपी ने कुबूल किया है कि उन्हें घटना से पहले की जानकारी थी. सीआईडी और वहां की इंटेलीजेंस ने 4 दिन पहले इनपुट दिया था. लेकिन उनके सीनियर्स ने धरने को रोकने या उस पर कार्रवाई नहीं करने का निर्देश दिया था.
फडणवीस ने आगे कहा, पंजाब के सीएम, डीजीपी और मुख्य सचिव प्रधानमंत्री की अगवानी करने नहीं आए. ऐसा इसलिए क्योंकि उन्हें पता था कि पीएम के काफिले को रोका जाएगा. पीएम के काफिले विवाद में कांग्रेस पूरी तरह शामिल रही है.