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Punjab Election 2022 Dates: पंजाब में 14 फरवरी को वोटिंग, 10 मार्च को आएंगे नतीजे

Punjab Election 2022 Dates: साल 2022 में जिन राज्यों में चुनाव है, उनमें से पंजाब एकलौता राज्य है, जहां पर कांग्रेस सत्ता में है. पंजाब विधानसभा का कार्यकाल 27 मार्च 2022 को समाप्त हो रहा है, जिसके चलते साल के शुरू में चुनाव होने हैं. कांग्रेस सूबे में अपनी सत्ता के बचाए रखनी के लिए सीएम चरणजीत सिंह चन्नी और प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्दू की अगुवाई में जद्दोजहद कर रही है तो आम आदमी पार्टी इस बार नंबर दो से नंबर वन बनने की जुगत में है.

चार साल के बाद कांग्रेस ने कैप्टन अमरिंदर को हटाकर चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाया. -फाइल फोटो चार साल के बाद कांग्रेस ने कैप्टन अमरिंदर को हटाकर चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाया. -फाइल फोटो
aajtak.in
  • चंडीगढ़,
  • 08 जनवरी 2022,
  • अपडेटेड 5:21 PM IST
  • 5 में से पंजाब ऐसा राज्य जहां कांग्रेस की सरकार
  • पंजाब में सरकार बनाने के लिए 59 का आंकड़ा जरूरी

पंजाब में एक चरण में सभी 117 विधानसभा सीटों के लिए 14 फरवरी को मतदान होगा. वोटों की गिनती 10 मार्च को होगी. तत्काल प्रभाव से आचार संहिता लागू हो गई है. पंजाब में चुनाव के लिए नोटिफिकेशन 21 जनवरी को जारी होगा. 28 जनवरी तक नामांकन कर सकेंगे, 29 जनवरी को नामांकन पत्रों की जांच होगी. 31 जनवरी तक नाम वापस लिए जा सकेंगे. 10 मार्च को चुनावों के नतीजे आएंगे. पंजाब में 117 विधानसभा सीटों में से 34 सीटें आरक्षित हैं.

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वोटरों को पहली बार नियमों की पर्ची दी जाएगी. पंजाब में चुनाव के समय में एक घंटे का इजाफा किया गया है. मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने इसकी घोषणा की. उन्होंने बताया कि चुनाव में धांधली रोकने के लिए सुविधा ऐप बनाया गया है. राजनीतिक दल इसका उपयोग कर सकेंगे. इस बार उम्मीदवार इस ऐप के जरिए ऑनलाइन भी आवेदन कर सकते हैं. 

पंजाब चुनाव का कार्यक्रम

नोटिफिकेशन जारी 21 जनवरी
नामांकन की आखिरी तारीख 28 जनवरी
नामांकन पत्रों की जांच 29 फरवरी
नामांकन वापसी की आखिरी तारीख 31 जनवरी
वोटिंग की तारीख 14 फरवरी
मतगणना 10 मार्च

मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि कोरोना नियमों के साथ चुनाव कराए जाएंगे. उन्होंने बताया कि 80+ उम्र के मतदाताओं के लिए पोस्टल बैलेट की सुविधा होगी. हर बूथ पर मास्क और सैनिटाइजर की व्यवस्था होगी. हर बूथ पर 1250 मतदाता वोट डाल सकेंगे. महिलाओं के लिए खासतौर पर बूथ होंगे. उन्होंने कहा कि निष्पक्ष चुनाव के लिए गैरकानूनी पैसे, शराब और ड्रग्स पर नजर रखी जाएगी. इस संबंध में सभी एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है. 

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इलेक्शन ड्यूटी में तैनात सभी कर्मी डबल वैक्सीनेटेड होंगे. इन कर्मियों को बूस्टर डोज भी दिया जाएगा. सभी चुनाव कर्मी फ्रंटलाइन वर्कर होंगे. उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से निकलने के लिए यकीन जरूरी है. उन्होंने बताया कि पंजाब में 82 फीसदी लोगों को पहली डोज जबकि 46 फीसदी लोगों को दोनों डोज लग चुका है. पंजाब में वीकली पॉजिटिविटी रेट 2.1 फीसदी है. 

ज्यादा से ज्यादा वर्चुअल प्रचार पर जोर
15 जनवरी तक पदयात्रा, रोड शो, जनसभाओं, बाइक रैली पर पाबंदी लगा दी गई है. डिजिटल, वर्चुअल, तरीके से चुनाव प्रचार करने की बात कही गई है. रात आठ बजे से सुबह आठ बजे तक किसी भी तरह की पब्लिक मीटिंग नहीं होगी. जीत के बाद जश्न की इजाजत भी नहीं होगी. डोर टू डोर प्रचार के लिए सिर्फ 5 लोगों को ही इजाजत होगी. 15 जनवरी के बाद कोरोना हालतों की समीक्षा होगी.  

 पंजाब विधानसभा का कार्यकाल 27 मार्च, 2022 को समाप्त हो रहा है. फिलहाल, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी हैं. पंजाब में सरकार बनाने के लिए किसी भी दल या गठबंधन को 59 सीटों का आंकड़ा हासिल करना होगा. जानिए पंजाब में चुनावी समीकरण क्या हैं.

साल 2022 में जिन राज्यों में चुनाव है, उनमें से पंजाब एकलौता राज्य है, जहां पर कांग्रेस सत्ता में है. पंजाब विधानसभा का कार्यकाल 27 मार्च, 2022 को समाप्त हो रहा है, जिसके चलते साल के शुरू में चुनाव होने हैं. कांग्रेस सूबे में अपनी सत्ता के बचाए रखनी के लिए सीएम चरणजीत सिंह चन्नी और प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्दू की अगुवाई में जद्दोजहद कर रही है तो आम आदमी पार्टी इस बार नंबर दो से नंबर वन बनने की जुगत में है. वहीं, अकाली दल ने बसपा के साथ हाथ मिला रखा है तो बीजेपी ने कैप्टन अमरिंदर सिंह और सुखदेव ढीढसा की पार्टी के साथ गठबंधन किया है. 

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सुखबीर बादल और चरणजीत सिंह चन्नी

बता दें कि 117 सीटों वाले पंजाब में 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 77 सीटें जीतकर दस साल के बाद सत्ता में लौटी, जबकि शिरोमणि अकाली दल-बीजेपी केवल 18 सीटों तक सिमट गया था और आम आदमी पार्टी 20 सीट जीतकर मुख्य विपक्षी दल बनी थी. कैप्टन अमरिंदर सिंह मुख्यमंत्री बने थे, लेकिन चार साल के बाद कांग्रेस ने कैप्टन अमरिंदर को हटाकर चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाया. पंजाब में सरकार बनाने के लिए किसी भी दल या गठबंधन को 59 का आंकड़ा हासिल करना होगा.

पंजाब विधानसभा का कार्यकाल 27 मार्च 2022 को समाप्त हो रहा है. 117 सीटों वाले पंजाब में 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 77 सीटें जीतकर दस साल बाद सत्ता में लौटी जबकि शिरोमणि अकाली दल-बीजेपी गठबंधन केवल 18 सीटों तक सिमट गया. आम आदमी पार्टी 20 सीट जीतकर मुख्य विपक्षी दल बनी. कैप्टन अमरिंदर सिंह मुख्यमंत्री बने लेकिन चार साल के बाद कांग्रेस ने कैप्टन अमरिंदर को हटाकर चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बना दिया. पंजाब में सरकार बनाने के लिए किसी भी दल या गठबंधन को 59 सीटों का आंकड़ा हासिल करना होगा.

2017 विधानसभा चुनाव के बाद सीटों की स्थिति

पार्टी सीटें
कांग्रेस 77
आप 20
अकाली दल 05
भाजपा 03
अन्य 02

2019 में लोकसभा चुनाव में पार्टियों की स्थिति

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पार्टी सीटें
कांग्रेस
बीजेपी 2
अकाली दल 2
आप 1
अन्य 0

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