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पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के रणनीतिक सलाहकार और पूर्व IPS मोहम्मद मुस्तफा के विवादित बयान से सियासी माहौल गरमा गया है. उनके खिलाफ बीजेपी ने मोर्चा खोल दिया है. पंजाब कथित भड़काऊ भाषण को लेकर चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराने की योजना बना रही है. वहीं, मुस्ताफ का बयान कांग्रेस की टेंशन बढ़ाने वाला है.
बीजेपी नेता शाजिया इल्मी ने मोहम्मद मुस्तफा पर धार्मिक भावनाएं भड़काने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा, 'मैं हैरान हूं कि एक पूर्व पुलिस अधिकारी ने ऐसा बयान दिया. ये भड़काऊ और मुस्लिम विरोधी होने के साथ-साथ हिंदू विरोधी भी है. क्या ये बयान दंगे कराने के लिए दिया गया था? यह अस्वीकार्य है. उनके खिलाफ केस दर्ज होना चाहिए'
इधर, पंजाब कांग्रेस पर सीधा आरोप लगाते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने कहा कि नवजोत सिद्धू और उनके सलाहकार मोहम्मद मुस्तफा दोनों आईएसआई के हाथों में खेल रहे हैं. पंजाब में सांप्रदायिक नफरत फैला रहे हैं. चुघ ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी से ये बताने की मांग की कि क्या कांग्रेस पंजाब में सिख विरोधी दंगों को दोहराना चाहती है.
क्या है मामला?
पंजाब के मलेरकोटला में गुरुवार की रात एक चुनावी सभा हो रही थी. बगल में ही आम आदमी पार्टी की सभा भी चल रही थी. आम आदमी पार्टी की जनसभा में जुटी भीड़ को देखकर पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के स्ट्रैटेजिक एडवाइजर मोहम्मद मुस्तफा को गुस्सा आ गया. गुस्साए मोहम्मद मुस्तफा ने आम आदमी पार्टी को धमकी देते हुए कहा, 'मैं इनकी तरह आरएसएस का एजेंट नहीं हूं. अगर अपनी पर आ गया, तो इनको एक भी जलसा नहीं करने दूंगा. मैं कौम का सिपाही हूं और कौम के लिए खड़ा रहूंगा.'
मोहम्मद मुस्तफा ने ये भी कहा, 'प्रशासन और ये लोग मेरी बात समझ लें कि अगर मैं बिगड़ गया तो किसी के काबू नहीं आऊंगा.' मोहम्मद मुस्तफा आगामी पंजाब चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी के मलेरकोटला उम्मीदवार रजिया सुल्ताना के पति हैं. रजिया सुल्ताना राज्य मंत्री और वर्तमान मलेरकोटला से विधायक हैं.