
देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव जल्द ही होने वाले हैं. ऐसे में पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने चुनाव आयोग को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने एक सप्ताह के लिए चुनाव आगे बढ़ाने का आग्रह किया है.
चुनाव आयोग को लिखे पत्र में चरणजीत सिंह चन्नी ने लिखा है कि उन्हें दलित समुदाय का प्रतिनिधित्व करने का अवसर दिया गया है. राज्य में इनकी संख्या 32 प्रतिशत के आसपास है. यह समुदाय 16 फरवरी को श्री गुरु रविदास जयंती में भाग लेना चाहता है. इस अवसर पर, 10 फरवरी से 16 फरवरी के बीच, उत्तर प्रदेश के बनारस में करीब 20 लाख दलित भक्तों के आने की संभावना है.
ऐसे में इस समुदाय के बहुत से लोग अपना वोट नहीं डाल पाएंगे, जो उनका संवैधानिक अधिकार है. इस समुदाय ने आग्रह किया है कि चुनाव की तारीखें इस तरह आगे बढ़ाई जाएं, ताकि वह 10 फरवरी से 16 फरवरी के बीच बनारस की यात्रा भी कर सकें और विधानसभा चुनावों में वोट भी डाल सकें.
ऐसी स्थिति में, पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 की तारीख कम से कम 6 दिनों के लिए आगे बढ़ा देना सही होगा. इससे 20 लाख लोग चुनाव में हिस्सा ले सकेंगे. उन्होंने आगे लिखा कि मुझे आशा है कि चुनाव आयोग इस पर सहानुभूतिपूर्वक फैसला लेगा.
आपको बता दें कि पंजाब में एक चरण में सभी 117 विधानसभा सीटों के लिए 14 फरवरी को मतदान होगा. वोटों की गिनती 10 मार्च को होगी. पंजाब में चुनाव के लिए नोटिफिकेशन 21 जनवरी को जारी होगा. 28 जनवरी तक नामांकन कर सकेंगे, 29 जनवरी को नामांकन पत्रों की जांच होगी. 31 जनवरी तक नाम वापस लिए जा सकेंगे. 10 मार्च को चुनावों के नतीजे आएंगे. पंजाब में 117 विधानसभा सीटों में से 34 सीटें आरक्षित हैं.