
पंजाब (Punjab) में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस (Congress) पार्टी में आपसी कलह जारी है. पार्टी इस वक्त कैप्टन अमरिंदर सिंह और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू के बीच जारी तकरार को खत्म करने में जुटी है. इस बीच बीते दिन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ हुई वरिष्ठ नेता कमलनाथ की मुलाकात सुर्खियां बटोर रही हैं.
माना जा रहा था कि ये मुलाकात कांग्रेस संगठन में बदलाव के मद्देनज़र है, लेकिन अब इस बात को गलत बताया जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक, सोनिया गांधी और कमलनाथ के बीच हुई बैठक में मुख्य मुद्दा पंजाब का ही था.
सूत्रों के मुताबिक, कमलनाथ ने सोनिया गांधी को अवगत कराया है कि अगर नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया जाता है. तो पंजाब कांग्रेस के दोनों गुटों में जंग और भी तेज हो सकती है.
बता दें कि कमलनाथ पूर्व में पंजाब कांग्रेस के प्रभारी भी रहे हैं, साथ ही उन्हें कैप्टन अमरिंदर का करीबी भी माना जाता है. ऐसे में पंजाब कांग्रेस में जारी दंगल के बीच कमलनाथ का ये रुख अहम साबित हो सकता है.
दरअसल, बीते दिन पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत का एक बयान सामने आया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया जा सकता है. हालांकि, इसपर हुए विवाद के बाद शुक्रवार को हरीश रावत ने कहा कि अभी कुछ फाइनल नहीं है, अंतिम फैसला सोनिया गांधी ही करेंगी.
बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू को कमान मिलने की खबरों के बीच कैप्टन अमरिंदर की नाराजगी की बात सामने आई थी. कैप्टन और सिद्धू दोनों ने ही अपने-अपने समर्थकों के साथ बैठक की थी.