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पंजाब में क्षेत्रीय दलों में सबसे पुराने दल अकाली दल ने आज सौ साल पूरे होने के उपलक्ष्य में पंजाब के मोगा में बड़ी रैली कर समारोह का आयोजन किया. चूंकि पंजाब में कुछ दिनों बाद ही चुनाव आयोग चुनावों का ऐलान कर सकता है लिहाज़ा अकाली दल ने सौ साल के इस फंक्शन को कहीं न कहीं चुनावी मुहिम के ऐलान के साथ भी जोड़ दिया. इस जनसभा को पंजाब के सबसे बुजुर्ग नेता और पांच बार मुख्यमंत्री रहे प्रकाश सिंह बादल ने भी संबोधित किया तो वहीं अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल और गठबंधन के सहयोगी बसपा की तरफ़ से सतीश चंद्र मिश्रा ने भी रैली को संबोधित करते हुए अकाली बसपा गठबंधन को वोट देने की अपील की.
बसपा का विरोधियों को संकेत, पंजाब के लिए संदेश
सतीश चंद्र मिश्रा ने कांग्रेस पार्टी पर बाबा साहब भीम राव अंबेडकर के सपनों को ना पूरा करने का आरोप लगाया. उनके मुताबिक कांग्रेस हमेशा से दलित विरोधी रही लेकिन प्रकाश सिंह बादल ने पंजाब में इस वर्ग का पूरा ध्यान रखा. उनके मुताबिक जब-जब पंजाब में अकाली का बसपा संग गठबंधन हुआ है, रिजल्ट 100 प्रतिशत रहता है. वे मानकर चल रहे हैं कि फिर इतिहास खुद को दोहराएगा और पंजाब में ये गठबंधन कांग्रेस का सूपड़ा साफ कर देगा. इसके अलावा अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने सरकार बनने पर युवाओं के लिए कई ऐलान कर दिए. उन्होंने महिलाओं को भी साधने का प्रयास किया और युवाओं के लिए नया रोडमैप दिखाया.
हरसिमत की लखीमपुर हिंसा पर प्रतिक्रिया
अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर बादल ने लखीमपुर खीरी घटना के फ़ैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें इस पूरे मामले में अदालत से ही न्याय की उम्मीद थी क्योंकि BJP ने किसी भी तरीक़े से मंत्री और उनके बेटे को बचाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी. यहां तक कि ये भी कहा गया कि मंत्री का बेटा मौक़े पर था ही नहीं, हरसिमरत बादल ने ये भी कहा कि जिस तरीक़े से ये घटना हुई थी वो एक सोची समझी योजना का हिस्सा था क्योंकि केंद्रीय मंत्री ने चार दिन पहले ही अपने भाषण में किसानों को सबक़ सिखाने की बात कही थी