
राजस्थान चुनाव में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने जिन चेहरों पर दांवा खेला है, उनमें सबसे ज्यादा उम्र के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सीपी जोशी हैं. दोनों की उम्र 70 साल से ज्यादा है. इन दोनों नेताओं को छोड़ बाकी सभी लीडर 70 साल से कम उम्र के हैं. यानी राजस्थान में कांग्रेस ने दो सीनियर लीडर्स के बीच युवाओं को चुनावी समर में उतरने का मौका दिया है.
इसके साथ ही कांग्रेस की पहली सूची सामने आने के बाद 2020 के मानेसर मामले की फिर से चर्चा होने लगी है. सचिन पायलट के साथ मानेसर जाने वाले विधायकों को फिर से चुनावी टिकट मिला है. इनमें रामनिवास गावड़िया को परबतसर से उम्मीदवार बनाया गया है. मुकेश भाकर को लाडनूं विधानसभा सीट और विराट नगर से इंद्राज गुर्जर चुनाव लड़ेंगे. पार्टी ने 9 महिलाओं को भी चुनाव मैदान में उतारा है. साथ ही पार्टी ने विधायकों पर भी विश्वास जताया है और उनको फिर से टिकट दिए हैं.
कांग्रेस की पहली लिस्ट में महिलाओं को जगह
पहली लिस्ट में विधायक कृष्णा पूनिया, रीता चौधरी, अर्चना शर्मा, ममता भूपेश, मंजू देवी, दिव्या मदेरणा, मनीषा पवार, प्रीति शक्तावत, रमिला खेड़िया को टिकट मिला है.
वो विधायक, जिनको फिर मिला टिकट
कांग्रेस ने विधायकों पर फिर से विश्वास जताया है. इनमें टीकाराम जूली, इंद्राज सिंह गुर्जर, भीम सुदर्शन सिंह रावत, सीपी जोशी, अशोक चांदना, भंवर सिंह भाटी, कृष्णा पूनिया, मनोज मेघवाल, रीता चौधरी, गोविंद सिंह डोटासरा, इंदिरा सिंह गुर्जर, ममता भूपेश, दानिश अबरार, सचिन पायलट, मुकेश भाकर, चेतन सिंह चौधरी, मंजू देवी, विजय पाल मिर्धा, रामनिवास गवारिया, दिव्या मदेरणा, अशोक गहलोत, मनीष पनवार, महेंद्र बिश्नोई, हरीश चौधरी, प्रीति गजेंद्र, गणेश गोघरा, महेंद्रजीत सिंह मालवीय, रमिला खड़िया, रामलाल मीणा, अमित चाचाण का नाम शामिल है.
सचिन पायलट समर्थकों को मिला मौका
कांग्रेस की पहली लिस्ट में सचिन पायलट समर्थक इंद्राज गुर्जर, मुकेश भाकर, रामनिवास गावड़िया को टिकट मिला है. इसके अलावा दिव्या मदेरणा को भी जगह मिली है. इंद्राज गुर्जर, मुकेश भाकर, रामनिवास सहित अन्य ने पायलट का खुलकर समर्थन किया तो सर्वे के दौरान इन लोगों को सबसे मजबूत पाया गया.
बसपा विधायकों को नहीं मिला टिकट
गहलोत सरकार को 13 निर्दलीय विधायकों ने अपना समर्थन दिया था. इन 13 निर्दलीय विधायकों में से कांग्रेस पार्टी ने सिर्फ एक रमीला खड़िया को कुशलगढ़ से टिकट दिया है. बसपा से कांग्रेस में आए 6 विधायकों में से राजेंद्र गुढ़ा अपना रास्ता बदल चुके हैं, जबकि पांच अन्य विधायकों में वाजिब अली, दीपचंद खेरिया, लाखन सिंह और संदीप कुमार को पहली सूची में जगह नहीं दी गई है.
कुछ चेहरे... जो हुए रिपीट
पार्टी के सर्वे के आधार पर कांग्रेस में कुछ नाम ऐसे हैं जो फिर से रिपीट हुए हैं. उनमें मांडलगढ़ से विवेक धाकड़, मालवीय नगर से डॉ. अर्चना शर्मा, सांगानेर से पुष्पेंद्र भारद्वाज को टिकट दिया गया है. कुशलगढ़ से रमीला खड़िया को टिकट दिया गया है.