
कांग्रेस ने राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी कर दी है. इसमें 43 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया गया है. इस लिस्ट में कई बड़े नाम हैं. इसमें डीग से विश्वेंद्र सिंह, केकरी से रघु शर्मा और सिविल लाइन्स विधानसभा सीट से प्रताप सिंह खाचरियावास को टिकट दिया गया है. साथ ही सीएम गहलोत के करीबी माने जाने वाले प्रमोद जैन भाया को अंता विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया गया है.
राजस्थान के पूर्व मुख्य सचिव निरंजन आर्य को सोजत से टिकट मिला है. गहलोत सरकार में मौजूदा मंत्री जिन्हें टिकट दिया गया है, उसमें गोविंद राम मेघवाल, डॉ. बीडी कल्ला, (सीएम के ओएसडी), प्रताप सिंह खाचरियावास, विश्वेंद्र सिंह, प्रसादी लाल मीना, उदय लाल, प्रमोद जैन भाया, शकुंतला रावत, रामलाल जाट और सुखराम विश्नोई हैं.
वहीं, दूदू विधानसभा सीट से बाबू लाल नागर को टिकट मिला है. नागर को गहलोत का करीबी और वफादार माना जाता है. उन्होंने पिछला चुनाव निर्दलीय लड़ा था. साथ ही अशोक गहलोत के नेतृत्व में राजस्थान सरकार बनाने में मदद की थी.
कांग्रेस की दूसरी लिस्ट में जिन 5 निर्दलीय विधायकों को टिकट दिया गया है, उसने नागर के साथ ही संयम लोढ़ा को सिरोही, ओपी हुड़ला को महुवा, लक्ष्मण मीणा को बस्सी और खुशवीर जोजावर को मारवाड़ जंक्शन से उम्मीदवार बनाया गया है.
इससे पहले राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर जारी की गई कांग्रेस की पहली सूची में 33 नाम थे. इसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (72 साल) और निवर्तमान स्पीकर सीपी जोशी (73 साल) को भी टिकट दिया गया है. कांग्रेस ने अपनी पहली लिस्ट में उन्हीं सुरक्षित सीटों पर उम्मीदवार उतारे, जहां से वो मजबूत है. कांग्रेस ने 33 में 32 उम्मीदवार रिपीट किए.
कांग्रेस ने जिन चेहरों पर दांवा खेला है, उनमें सबसे ज्यादा उम्र के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सीपी जोशी हैं. दोनों की उम्र 70 साल से ज्यादा है. इन दोनों नेताओं को छोड़ बाकी सभी लीडर 70 साल से कम उम्र के हैं. यानी राजस्थान में कांग्रेस ने दो सीनियर लीडर्स के बीच युवाओं को चुनावी समर में उतरने का मौका दिया है.
इसके साथ ही कांग्रेस की पहली सूची सामने आने के बाद 2020 के मानेसर मामले की फिर से चर्चा होने लगी है. सचिन पायलट के साथ मानेसर जाने वाले विधायकों को फिर से चुनावी टिकट मिला. इनमें रामनिवास गावड़िया को परबतसर से उम्मीदवार बनाया गया.
मुकेश भाकर को लाडनूं विधानसभा सीट और विराट नगर से इंद्राज गुर्जर चुनाव लड़ेंगे. पार्टी ने 9 महिलाओं को भी चुनाव मैदान में उतारा है. साथ ही पार्टी ने विधायकों पर भी विश्वास जताया है और उनको फिर से टिकट दिए हैं.
पहली लिस्ट में विधायक कृष्णा पूनिया, रीता चौधरी, अर्चना शर्मा, ममता भूपेश, मंजू देवी, दिव्या मदेरणा, मनीषा पवार, प्रीति शक्तावत, रमिला खेड़िया को टिकट मिला है. कांग्रेस ने जिन विधायकों पर फिर से विश्वास जताया, उनमें टीकाराम जूली, इंद्राज सिंह गुर्जर, भीम सुदर्शन सिंह रावत, सीपी जोशी, अशोक चांदना, भंवर सिंह भाटी, कृष्णा पूनिया, मनोज मेघवाल और रीता चौधरी हैं.
इसके साथ हीगोविंद सिंह डोटासरा, इंदिरा सिंह गुर्जर, ममता भूपेश, दानिश अबरार, सचिन पायलट, मुकेश भाकर, चेतन सिंह चौधरी, मंजू देवी, विजय पाल मिर्धा, रामनिवास गवारिया, दिव्या मदेरणा, अशोक गहलोत, मनीष पनवार, महेंद्र बिश्नोई, हरीश चौधरी, प्रीति गजेंद्र, गणेश गोघरा, महेंद्रजीत सिंह मालवीय, रमिला खड़िया, रामलाल मीणा, अमित चाचाण पर भी भरोसा जताया.