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Rajasthan exit poll 2023: इधर 400 का सिलेंडर, उधर पुरानी पेंशन... राजस्थान के एग्जिट पोल में दिखा वोटर्स का कन्फ्यूजन

Rajasthan exit poll 2023: राजस्थान के एग्जिट पोल नतीजे रिवाज के बदलने और कांग्रेस राज के कायम होने की इशारा कर रहे हैं. अगर ऐसा होता है तो कांग्रेस की वापसी में गहलोत सरकार की सोशल स्कीम्स का बड़ा रोल होगा.

राजस्थान में बीजेपी का चुनाव प्रचार (फोटो- पीटीआई) राजस्थान में बीजेपी का चुनाव प्रचार (फोटो- पीटीआई)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 30 नवंबर 2023,
  • अपडेटेड 9:56 PM IST

राजस्थान के लिए आए आजतक Axis My India Exit Poll के अनुसार कांग्रेस राजस्थान में एक बार फिर से वापसी करती दिख रही है. हालांकि सर्वे के आंकड़े राज्य में जोरदार टक्कर की ओर इशारा कर रहे हैं. सर्वे के अनुसार कांग्रेस को 42 फीसदी वोट मिल रही है, लेकिन बीजेपी भी ज्यादा पीछे नहीं है. यहां पर बीजेपी को 41 % वोट मिलता दिख रहा है. सीटों में ये आंकड़ा कांग्रेस के लिए 86 से 106 तो बीजेपी के लिए 80 से 100 सीटों के रूप में दिख रहा हैं. अगर 3 दिसंबर को आने वाले वास्तविक नतीजे जरा भी इधर-उधर हुए तो राज्य की सियासी तस्वीर बदल सकती है.

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आजतक Axis My India Exit Poll के लिए सर्वे के दौरान हमने पाया कि पिछले 6 महीनों में सामाजिक कल्याण की योजनाओं से कांग्रेस को फायदा मिला है. एग्जिट पोल के अनुसार कांग्रेस को चिरंजीवी हेल्थ बीमा योजना का फायदा मिला है. इस योजना के तहत गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों को 25 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा मिलता है. 

इसके अलावा कांग्रेस को अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना का भी लाभ मिला है. इस योजना की  शुरुआत राजस्थान की गहलोत सरकार ने अगस्त 2023 में की है. इस योजना के तहत राजस्थान राज्य के लगभग 1 करोड़ 6 लाख परिवारों को हर महीने निःशुल्क खाद्य सामग्री वाले पैकेट वितरित कर रही है. 

आजतक Axis My India Exit Poll के अनुसार राजस्थान सरकार को महिलाओं को मुफ्त में स्मार्टफोन बांटने की योजना का भी लाभ मिला है. बता दें कि राजस्थान सरकार ने 40 लाख महिलाओं को स्मार्ट फोन दिये जाने की स्कीम लॉन्च की है.  

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इसके अलावा हर महीने 100 यूनिट मुफ्त बिजली और किसानों को हर महीने 2000 यूनिट मुफ्त बिजली जैसी योजनाओं का फायदा भी राजस्थान की गहलोत सरकार को पहुंचा है. 

इसके अलावा राजस्थान सरकार द्वारा शुरू की गई सामाजिक सुरक्षा पेंशन ने भी वोटों के लिहाज से गहलोत सरकार को फायदा पहुंचाया. सामाजिक सुरक्षा पेंशन के तहत गहलोत सरकार ने बुजुर्गों, विधवाओं और दिव्यांगों को 1000 रुपये प्रति महीना पेंशन देने की घोषणा की है. 

इसके अलावा राजस्थान सरकार ने राज्य में बहुत पहले ही पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने की घोषणा कर रखी है. इस मुद्दे को लेकर गहलोत का केंद्र से टकराव भी है, लेकिन वे पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करने पर अड़े हैं. इस चुनाव में सरकारी कर्मचारियों के बीच पेंशन का मुद्दा प्रमुखता से छाया रहा.

आजतक Axis My India Exit Poll के अनुसार इस सर्वे में शामिल सरकारी नौकरी करने वाले 49 फीसदी लोगों ने कांग्रेस को वोट दिया. कांग्रेस के लिए ये आंकड़ा पिछली बार से 10 फीसदी ज्यादा है. जबकि बीजेपी को वोट करने वाले ऐसे लोगों का आंकड़ा 36 फीसदी है जो पिछली बार के मुकाबले 4 फीसदी कम है.  

एग्जिट पोल के आंकड़े बताते हैं कि बीजेपी के घोषणापत्र से युवा और महिलाएं पार्टी की ओर आकर्षित तो हुईं लेकिन कांग्रेस की घोषणाओं और  सरकार की डिलीवरी मैकेनिज्म से पार नहीं पा सकीं. 

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फिर भी 12वीं पास छात्राओं के लिए स्कूटी, गरीब छात्रों को मुफ्त शिक्षा और हर साल 1200 रुपये जैसे ऐलान चर्चा में रहे. बीजेपी ने 450 रुपये में सिलेंडर की योजना को जोरशोर से प्रचारित किया था. 

लेकिन आजतक Axis My India Exit Poll के सर्वे कहते हैं कि वोटों के लिहाज से ये घोषणाएं बीजेपी को बहुत लाभ नहीं पहुंचा सकीं. 

राजस्थान चुनाव के दौरान बीजेपी ने450 रुपए में सिलेंडर देने का वादा किया था. इस पर CM अशोक गहलोत ने कहा कि यदि उनकी सरकार रिपीट हुई तो वे 400 रुपये में लोगों को सिलेंडर मुहैया कराएंगे.

 

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