
Rajasthan Election Result 2023: राजस्थान में बीजेपी ने बहुमत का आंकड़ा (100) पार कर लिया है. पहले अनुमान लगाया जा रहा था कि यहां बीजेपी और कांग्रेस में कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी, लेकिन बीजेपी ने सबकी बोलती बंद करते हुए स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया.
रिजल्ट स्पष्ट होने से पहले ही राजस्थान में बीजेपी ने समीकरण साधने की कवायद तेज कर दी थी. शनिवार देर रात तक बीजेपी नेता और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे खेमे में ताबड़तोड़ बैठकें देखी गईं थी, जो सुबह 3 बजे तक चलती रहीं.
इस बीच सूत्रों के मुताबिक, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) प्रमुख हनुमान बेनीवाल से बीजेपी के शीर्ष नेताओं ने संपर्क किया. इससे पहले वे एनडीए गठबंधन का हिस्सा थे. उन्होंने 2020 में किसान बिल पर गठबंधन छोड़ दिया था. पिछले विधानसभा चुनाव में आरएलपी के उम्मीदवारों ने तीन विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की थी.
कांग्रेस-BJP के बीच कांटे की टक्कर
राजस्थान में 25 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग हुई थी. यहां कांग्रेस और बीजेपी के बीच कड़ा मुकाबला माना जा रहा था, हालांकि नतीजे सामने आने के बाद बीजेपी ने स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया. राज्य के 200 विधानसभा क्षेत्रों में से 199 में 51,000 से अधिक मतदान केंद्रों पर वोटिंग हुई थी. कांग्रेस प्रत्याशी के निधन के कारण श्रीगंगानगर जिले के करणपुर विधानसभा क्षेत्र में चुनाव स्थगित कर दिया गया था.
प्रचार में छाए रहे ये मुद्दे
कांग्रेस और बीजेपी, दोनों ही पार्टियां इस बार सीएम फेस घोषित किए बगैर चुनाव मैदान में उतरी थीं. सत्ताधारी दल ने 'काम किया है दिल से, कांग्रेस फिर से' नारे के साथ चुनाव लड़ा तो वहीं ने बीजेपी ने 'मोदी साथे राजस्थान' नारा दिया था. कांग्रेस चिरंजीवी योजना, सस्ते गैस सिलेंडर जैसी योजनाओं को लेकर जनता के बीच गई तो बीजेपी ने कन्हैयालाल हत्याकांड, जोधपुर दंगे और पेपर लीक की घटनाओं को मुद्दा बनाया.
सीएम पद के लिए पहली पसंद कौन?
एक्गिट पोल के मुताबिक आज तक टुडे-एक्सिस माय इंडिया एग्जिट पोल में 21 फीसदी लोगों का मानना था कि बीजेपी से कोई भी व्यक्ति गहलोत से बेहतर सीएम होगा. इस चुनाव में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट, राज्य वर्धन सिंह राठौड़, बाबा बालकनाथ, नरेंद्र कुमार, भागीरथ चौधरी, किरोड़ी लाल मीणा, देवजी पटेल, दीया कुमारी, गौरभ वल्लभ जैसे नेता मैदान में उतरे थे.