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पेशे से पत्रकार, कहा गया 'गुजरात का केजरीवाल'... जानें कौन हैं इसुदान गढ़वी, जिन्हें AAP ने बनाया CM फेस

गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही आम आदमी पार्टी ने प्रदेश में सीएम फेस की घोषणा कर दी है. वहीं पार्टी ने प्रचार में अपनी ताकत झोंक दी है. केजरीवाल के साथ पंजाब के सीएम प्रदेश में डेरा डाले हुए हैं. AAP सिर्फ सौराष्ट्र और तटीय गुजरात ही नहीं बल्कि ग्रामीण इलाकों में अपनी सक्रियता बढ़ा रही है. 

इसुदान AAP के नेशनल ज्वॉइंट जनरल सेक्रेटरी हैं (फाइल फोटो) इसुदान AAP के नेशनल ज्वॉइंट जनरल सेक्रेटरी हैं (फाइल फोटो)
पंकज जैन
  • नई दिल्ली,
  • 04 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 5:08 PM IST

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने गुजरात चुनाव के लिए AAP के मुख्यमंत्री चेहरे का ऐलान कर दिया है. इसुदान गढ़वी को सीएम कैंडिडेट बनाया गया है. इसुदान गढ़वी अभी AAP में नेशनल ज्वॉइंट जनरल सेक्रेटरी हैं और पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य भी हैं. केजरीवाल ने बताया कि गुजरात की 16 लाख 48 हजार 500 जनता ने सीएम के लिए अपनी राय दी है.

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इसुदान का जन्म 10 जनवरी 1982 को जामनगर जिले के पिपलिया गांव में एक साधारण चारण परिवार में हुआ था. उनके पिता खेराजभाई खुद किसान हैं. उनका पूरा परिवार खेती से जुड़ा है. राजनीति में आने से पहले इसुदान टीवी पत्रकार थे. उन्होंने लंबे समय तक गुजरात में पत्रकारिता की है.

बतौर न्यूज एंकर उनका टीवी शो जनता के मुद्दे उठाने के लिए काफी मशहूर रह है. इसके बाद जून 2021 में वह आम आदमी पार्टी में शामिल हुए. अरविंद केजरीवाल इसुदान को गुजरात का केजरीवाल कहकर बुलाते हैं.

AAP ने ओबीसी चेहरे पर लगाया दांव

आम आदमी पार्टी के चेहरे इसुदान गढ़वी गुजरात के गढ़वी समाज से आते हैं, जो कि चारण जाति से ताल्लुक रखते हैं. यह जाति अति पिछड़ा वर्ग में शामिल है यानी पार्टी ने सीधे ओबीसी चेहरे पर बड़ा दांव खेल है. पारंपरिक तौर पर गुजरात की राजनीति में पाटीदार समाज के वर्चस्व को ही देखा जाता रहा है लेकिन ओबीसी वोट बैंक भी राज्य में निर्णायक भूमिका अदा करता है.

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जामखंभालिया सीट से लड़ सकते हैं चुनाव

सीएम फेच घोषित किए जाने से पहले ही इसुदान पिछले कई महीनों से आम आदमी पार्टी के लिए गुजरात के सभी इलाकों में यात्राएं और सभाएं कर रहे हैं. वह अपनी यात्राओं में हर दिन 3 विधानसभा का दौरा करते हैं और लगभग 20 गांव में पार्टी के लिए प्रचार कर रहे हैं. माना जा रहा है कि इसुदान भी खुद द्वारका के जामखंभालिया विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतर सकते हैं.

5 दिनों में 11 रोड शो करेंगे केजरीवाल

अरविंद केजरीवाल अपने पांच दिवसीय गुजरात दौरा पर हैं और इन 5 दिनों के दौरान करेंगे ताबड़तोड़ 11 रोड शो करेंगे. 5 नवंबर को गांधीधाम और अंजार, 6 नवंबर को वांकानेर, चोटीला और राजकोट ईस्ट में रोड शो तो 7 नवंबर को राजकोट रूरल, कालावड और जेतपुर में रोड शो और  8 नवंबर को जूनागढ़, केशोद और मांगरोल में रोड शो करेंगे. वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी 3 दिनों में 9 रोड शो करेंगे.

जनसंख्या के आधार पर OBC को आरक्षण है मुद्दा

आंकड़ों के मुताबिक गुजरात में कुल 52% ओबीसी मतदाता हैं. ओबीसी वर्ग में लगभग 146 जातियां शामिल हैं. नौकरियों से लेकर निकाय चुनाव में हमेशा ओबीसी को आरक्षण दिए जाने का मुद्दा गुजरात में रहा है. यहां तक कि जनसंख्या के आधार पर भी ओबीसी को गुजरात में आरक्षण दिए जाने का मुद्दा तूल पकड़ता रहा है.

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अदालत के आदेश पर ओबीसी वर्ग को आरक्षण दिए जाने को लेकर आयोग का गठन भी हुआ है. सभी पार्टियों ने इस आयोग को अपनी राय भी सौंपी है. वैसे तो साल 1995 से ही ओबीसी समाज की इन सभी 146 जातियों को गुजरात में 27% का आरक्षण मिलता रहा है, लेकिन मांग है कि जनसंख्या के आधार पर इनका आरक्षण तय किया जाए.

AAP में कई पाटीदार नेता भी हुए शामिल

सूरत म्युनिसिपल कॉरपोरेशन में कांग्रेस को पीछे छोड़ने के बाद बीजेपी के खिलाफ मुख्य विपक्ष बनते ही आम आदमी पार्टी में पाटीदार नेताओं के आने का सिलसिला शुरू हो गया है. पाटीदार आंदोलन के समय से सक्रिय रहे पूर्व पुलिस कर्मचारी गोपाल कालिया आम आदमी पार्टी के संयोजक हैं तो हाल ही में हार्दिक पटेल के करीबी रहे और पार्टी आंदोलन में सक्रिय अल्पेश कथिरिया ने भी पार्टी का दामन थाम लिया है.

कोली समाज के नेता राजू सोलंकी ने भी AAP ज्वॉइन कर ली है यानी अपने पहले चुनाव में आम आदमी पार्टी राजनीतिक समीकरणों को ध्यान में रखते हुए ओबीसी वोट बैंक पाटीदार समाज और तटीय इलाकों में रहने वाले कोहली वोट बैंक को भी ध्यान में रख रही है. स्थानीय छोटे-छोटे चेहरों पर पार्टी ने दांव खेला है और ग्रामीण इलाकों में अपनी सक्रियता बढ़ाई है.

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1 और 5 दिसंबर को होगी वोटिंग

गुजरात में विधानसभा चुनाव की तारीखों का 3 अक्टूबर को ऐलान हो गया. गुजरात में 1 दिसंबर और 5 दिसंबर को दो चरणों में मतदान होगा. गुजरात में हिमाचल प्रदेश के साथ ही 8 दिसंबर को मतगणना होगी. गुजरात में इस बार कुल 4.9 करोड़ वोटर मतदान में हिस्सा लेंगे. इनमें से 3,24,422 नए वोटर हैं.
 

 

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