
मेघालय में 27 फरवरी को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होना है. इसी बीच बीजेपी ने बुधवार को मेघालय चुनाव के लिए अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने वादा किया है कि मेघालय में बीजेपी की सरकार आते ही 7वां वेतन आयोग लागू किया जाएगा. इतना ही नहीं बीजेपी ने लड़कियों को केजी से स्नातक तक फ्री शिक्षा का वादा किया है. इसके अलावा विधवा महिलाओं को सालाना 24000 रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी.
बीजेपी के घोषणा पत्र में ये बड़े ऐलान
1- जेपी नड्डा ने कहा, बीजेपी की सरकार बनते ही राज्य के सभी सरकारी कर्मचारियों को 7वें वेतन आयोग के मुताबिक सैलरी दी जाएगी.
2- बीजेपी ने मेघालय में किसानों को पीएम-किसान सम्मान निधि के तहत दी जाने वाली राशि में सालाना 2000 रुपये की बढ़ोतरी का ऐलान किया है.
3-लड़कियों के जन्म के समय पर उन्हें 50000 रुपये का बॉन्ड दिया जाएगा.
4- लड़कियों को केजी से स्नातक तक फ्री शिक्षा देने का ऐलान.
5-इसके अलावा बीजेपी ने विधवा महिलाओं और सिंगल मदर के सशक्तिकरण के लिए 24,000 हजार रुपये की सालाना मदद का ऐलान किया है.
6- उज्जवला योजना के लाभार्थियों को साल में दो सिलेंडर फ्री दिए जाएंगे.
7- वरिष्ठ नागरिकों की पेंशन दोगुनी करेंगे.
8- राज्य में भ्रष्टाचार के केसों की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट के रिटायर जजों के नेतृत्व में स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा.
9- इतना ही नहीं भूमिहीन किसानों को 3,000 रुपये और मछुआरों के लिए छह हजार रुपये सालाना की आर्थिक मदद की जाएगी.
मेघालय में 27 फरवरी को वोटिंग
मेघालय और नगालैंड में 27 फरवरी को वोटिंग होनी है. मेघालय में 60 सीटें हैं. यहां 2 मार्च को नतीजे आएंगे. बीजेपी मेघालय में सभी 60 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. 2018 में मेघालय में नेशनल पीपुल्स पार्टी और भाजपा गठबंधन की सरकार बनी थी. हालांकि, चुनाव में कांग्रेस ने सबसे ज्यादा 21 सीटों पर जीत हासिल की थी. लेकिन एनपीपी ने बीजेपी और अन्य दलों के साथ मिलकर सरकार बना ली थी. एनपीपी के कोनराड संगमा मेघालय के मुख्यमंत्री हैं.
हालांकि, इस बार दोनों ही दलों के बीच कई मुद्दों पर विवाद चल रहा है, ऐसे में बीजेपी और एनपीपी दोनों अलग-अलग चुनाव लड़ने जा रही है. लेकिन इस संभावना को नकारा नहीं जा सकता कि चुनाव के बाद फिर बीजेपी और एनपीपी साथ आ जाएं.