
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए शुक्रवार को घोषणापत्र जारी किया. बीजेपी के सीएम उम्मीदवार येदियुरप्पा ने बेंगलुरु के फाइव स्टार होटल से चुनावी वादों की झड़ी लगाई. इनमें ज्यादातर वही मुद्दे थे, जिन्हें लेकर कांग्रेस एक हफ्ते पहले ही वादे कर चुकी है.
कर्नाटक में कांग्रेस को चुनौती पेश करने के लिए बीजेपी ने हर उस वादे को अपने घोषणा पत्र में जगह दी जिसे कांग्रेस ने जोर-शोर से उठाया था. चाहे वो किसानों को लुभाने की बात हो या फिर महिलाओं को.
दोनों के घोषणापत्र में किसानों की कर्ज माफी
कांग्रेस की तरह बीजेपी ने भी किसानों की आमदनी दोगुनी करने का वादा किया. इसके साथ बीजेपी ने किसानों के एक लाख तक फसली कर्ज माफी को भी अपने घोषणापत्र में जगह दी. सिंचाई को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस से सवा शेर बनने का दावा किया. कांग्रेस ने सवा लाख करोड़ की बात की तो बीजेपी ने डेढ़ लाख करोड़ रुपये तक खर्च करने की ताल ठोकी.
दोनों पार्टियों ने की महिलाओं को लुभाने की कोशिश
महिलाओं को खुश करने के मामले में भी बीजेपी कांग्रेस से पीछे नहीं रहना चाहती. कांग्रेस की तरह बीजेपी ने भी सैनेटरी नैपकिन, महिला रोजगार और महिला सुरक्षा को भी अपने घोषणापत्र में प्रमुखता से जगह दी.
युवाओं को लुभाने के लिए कांग्रेस ने कॉलेज जाने वाले 18 से 23 साल के छात्रों को मुफ्त स्मार्टफोन देने का वादा किया तो भला बीजेपी कैसे पीछे रहती. बीजेपी ने इसमें गरीब महिलाओं को भी जोड़ दिया. 27 अप्रैल को जारी अपने 52 पन्नों के घोषणापत्र में कांग्रेस ने आधी कीमत पर महिलाओं को स्कूटी देने का वादा किया था. वहीं, बीजेपी ने कांग्रेस से इतर गौहत्या रोकने की घोषणा की.
बीजेपी का घोषणापत्र 'जुमलाफेस्टो': कांग्रेस
कांग्रेस ने BJP की ओर से जारी घोषणापत्र को 'जुमलाफेस्टो' करार दिया और कहा कि जनता 'झूठ के इस पुलिंदे' पर विश्वास नहीं करने वाली है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कर्नाटक में BJP का घोषणापत्र 2014 के मोदी के घोषणापत्र और 'येदि-रेड्डी के 2018 के घोषणापत्र' का मिश्रण है. उन्होंने कहा, 'न वचन की कीमत, न शब्दों पर यकीन, हारी हुई भाजपा की खिसकती जमीन.'
क्या है BJP के घोषणापत्र में...?
BJP ने प्रदेश में सरकार बनने के पर सिंचाई परियोजनाओं के मद में 1.5 लाख करोड़ रुपये आवंटित करने और राष्ट्रीयकृत एवं सहकारी बैंकों से लिये गए 1 लाख रुपये तक के कृषि ऋण माफ करने का वादा किया.
BJP ने कहा कि अगर पार्टी सत्ता में आती है तो वह कांग्रेस शासन में राज्य की आर्थिक स्थिति के बारे में 'श्वेत पत्र' लाएगी. बीपीएल श्रेणी की लड़कियों की शादी के समय 25,000 रुपये और 3 ग्राम सोना देने का वादा किया गया है. घोषणापत्र में 'अन्नपूर्णा कैंटीन' शुरू करने की बात भी कही गयी है.
BJP ने कहा कि गायों की सुरक्षा से जुड़े 'गो सेवा आयोग' को भी पुनर्जीवित किया जाएगा. BJP सांसद शोभा करंदलाजे ने कहा कि 3 लाख से अधिक लोगों एवं विशेषज्ञों से राय-मशविरा करने के बाद घोषणापत्र तैयार किया गया है.
कांग्रेस का घोषणापत्र: 1 करोड़ नौकरियों का वादा
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने 27 अप्रैल को अपना घोषणापत्र जारी किया था. कांग्रेस ने कहा कि अगर उनकी सरकार दोबारा सत्ता में आती है तो 5 साल में 1 करोड़ नौकरियां देंगे. साथ ही सिंचाई पर 1.25 लाख करोड़ रुपये खर्च करने का वादा किया.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने घोषणापत्र करते हुए इसे 'कर्नाटक की जनता की आवाज' करार दिया. उन्होंने कहा कि इसे '3 या 4 लोगों ने बंद कमरे में बैठकर तैयार नहीं किया है.' भाजपा पर कटाक्ष करते हुए राहुल ने कहा था कि उसका घोषणापत्र कर्नाटक के लोगों के लिए नहीं होगा और उसमें आरएसएस के विचार की झलक होगी.
'कांग्रेस के घोषणापत्र में कर्नाटक के लोगों के मन की बात'
राहुल गांधी कहा, 'कांग्रेस का घोषणापत्र कर्नाटक के लोगों के मन की बात करता है. इसमें वह खास वादे हैं जिन्हें पूरा करने की हम मंशा रखते हैं. इसमें अगले 5 वर्ष में 1 करोड़ नयी नौकरियों के सृजन का वादा भी है.' उन्होंने दावा किया कि कर्नाटक की सिद्धरमैया सरकार ने अपने 95 फीसदी वादे पूर किए हैं.
'हर साल 15-20 लाख लोगों को मिलेगा रोजगार'
कांग्रेस ने राज्य में 'कृषि कोरिडोर' बनाने की भी बात की जिससे कृषि एवं उससे संबंधित क्षेत्रों में विकास के लिए अवसर पैदा होंगे. 'कुपोषण मुक्त कर्नाटक' का वादा करते हुए कहा है कि सभी को स्वास्थ्य सेवा का अधिकार दिया जाएगा. इसमें वादा किया गया है कि हर साल 15-20 लाख लोगों को रोजगार दिया जाएगा और सरकार में महिलाओं के रोजगार के स्तर को 50 फीसदी तक पहुंचाया जाएगा.
Karnataka opinion poll: त्रिशंकु विधानसभा के आसार, कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी
12 को मतदान, 15 को रिजल्ट
कर्नाटक में 224 सीटों के लिए 12 मई को मतदान होगा और 15 मई को मतगणना होगी. चुनाव से ठीक पहले आए इंडिया टुडे-कार्वी इनसाइट्स ओपिनियन पोल में बताया गया था कि कर्नाटक में त्रिशंकु विधानसभा आने के आसार हैं.
इंडिया-टुडे कार्वी की ओर से 17 मार्च से 15 अप्रैल के बीच कर्नाटक की सभी 224 सीटों के लिए कराए गए ओपनियन पोल के मुताबिक कांग्रेस 90 से 101 सीटों पर जीत का परचम लहराने जा रही है. ओपिनियन पोल का अनुमान है कि कांग्रेस को 2013 कर्नाटक विधानसभा चुनाव में 37% वोट शेयर जितना ही वोट शेयर इस बार भी मिलने जा रहा है. इसके बावजूद कांग्रेस राज्य में बहुमत के लिए जरूरी 113 सीटों के जादुई आंकड़े से कुछ सीट पीछे रह जाएगी. कांग्रेस ने 2013 विधानसभा में 122 सीट हासिल कर कर्नाटक में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई थी.
बीजेपी का घर एकजुट
ओपिनियन पोल में बीजेपी के खाते में 78 से 86 सीटें आती दिख रही हैं. बीजेपी को 2013 में कर्नाटक में 40 सीटों पर जीत मिली थी. हालांकि, तब येदियुरप्पा ने अलग पार्टी केजीपी बना कर चुनाव लड़ा था और 6 सीट पर जीत हासिल की थी. इसी तरह श्रीरामुलु ने भी बीजेपी से अलग होकर बीएसआरसीपी बना कर चुनाव लड़ा था और 4 सीटों पर कामयाबी पाई थी. इस बार बीजेपी का घर एकजुट है.
वहीं, जनता दल (सेक्युलर) यानि जेडीएस को ओपिनियन पोल के मुताबिक 34 से 43 सीटों पर जीत हासिल करने जा रही है. 2013 विधानसभा चुनाव में जेडीएस को 40 सीट पर जीत हासिल हुई थी.