
कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री पी. चिदम्बरम ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी पुलवामा आतंकी हमले का राजनीतिक इस्तेमाल कर सत्ता में आई थी और बाद में होने वाले विधानसभा चुनावों में जनता ने बीजेपी के खिलाफ वोट दिया था.
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव साउथ 2021 में पी. चिदम्बरम ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनावों में कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों को कई राज्यों में जीत मिलेगी. उन्होंने कहा कि बीजेपी सांप्रदायिक एजेंडा, मुस्लिमों-ईसाइयों के खिलाफ घृणा और देश में एक भाषा, एक संस्कृति, एक खान-पान के विचार को बढ़ावा देती है. जो भारत के सेकुलर, लिबरल और खुले समाज के विचार के खिलाफ है.'
उन्होंने कहा कि तिमाही दर तिमाही भारत की अर्थव्यवस्था की हालत खराब रही है और कथित 'वी शेप रिकवरी' कहीं नहीं दिख रही है.
बीजेपी ने सरकारें चुराई थी
क्या पिछले वर्षों के चुनावी नतीजों से यह नहीं दिखता कि कांग्रेस आईसीयू में चली गई है? इस सवाल के जवाब में चिदम्बरम ने कहा, 'पिछले 50 साल की अपनी राजनीति में मैंने विरोधियों को कई बार ऐसा कहते हुए सुना है. चाहे 1977 हो, 1998 या 2003. हर दल की तरह कांग्रेस में भी उतार-चढ़ाव आते रहे हैं. साल 2018-19 में कांग्रेस ने पांच विधानसभा चुनाव जीते थे. गोवा जैसे कई राज्यों में बीजेपी ने सरकार चुरा ली हमसे गवर्नरों की मदद से. अभी भी मणिपुर के 13 विधायकों की सदस्यता जाने का खतरा है. वहां भी एक सरकार अवैध तरीके से बनी हुई है.'
कई राज्यों में जीतेंगे
उन्होंने कहा कि आने वाले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस और उसका गठबंधन कई राज्यों में जीतेगा. उन्होंने कहा, 'हमें भरोसा है कि केरल में जीतेंगे, हमारे एलायंस को तमिलनाडु में भारी जीत मिलेगी. पिछली बार राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश तीनों राज्यों में बीजेपी हारी थी और इस बार भी दक्षिण में बीजेपी कहीं नहीं जीतेगी तो आप क्या कहेंगे कि बीजेपी आईसीयू में चली गई है.'
उन्होंने कहा, 'पुलवामा अटैक को बीजेपी ने मैनिपुलेट कर राष्ट्रवाद को हवा दी. पुलवामा आतंकी हमला था, लेकिन बीजेपी ने इसका राजनीतिक लाभ लिया और तस्वीर बदल गई.'
कांग्रेस के बागियों से सहमत नहीं
कांग्रेस में लोकतंत्र और अध्यक्ष के चुनाव पर चिदम्बरम ने कहा, 'सोनिया गांधी और राहुल गांधी कभी इससे इंकार नहीं करते रहे हैं कि पार्टी में चुनाव होने चाहिए. लेकिन मेरे कुछ मित्र जिस तरह से बाहर खुलकर बोल रहे हैं मैं उससे सहमत नहीं. मैंने अपने दोस्तों को सलाह दी कि लेटर लिखने की जगह मिसेज गांधी से अपॉइंटमेंट लेकर बात करें. मिसेज गांधी का इरादा चुनाव कराने का है.'
99 फीसदी कार्यकर्ता राहुल गांधी को नेता मानते हैं
चिदम्बरम ने कहा कि 99 फीसदी कार्यकर्ता राहुल गांधी को नेता मानते हैं, नेता का चुनाव कार्यकर्ता ही करते हैं. मैंने यह भी सुझाव दिया था कि श्रीमती गांधी को अंतरिम अध्यक्ष बनना चाहिए. मैंने कहा था कि पार्टी में पूर्णकालिक अध्यक्ष होना चाहिए. मेरा अब भी मानना है कि चुनाव होना चाहिए, और मुझे लगता है कि विधानसभा चुनाव के बाद चुनाव होगा.