
AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का सियासी टोन सेट करते नजर आ रहे हैं. गुरुवार को उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में उन्होंने कहा कि 2014 में जब से देश में बीजेपी की सरकार बनी तबसे सेकुलरिज्म कमजोर हुआ है. बीजेपी भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाना चाहती है. इस दौरान ओवैसी का भाषण CAA आंदोलन, अल्पसंख्यकों पर हमले, CAA प्रदर्शन के दौरान हिंसा, बाराबंकी में मस्जिद तोड़े जाने पर केंद्रित रहा.
ओवैसी ने कहा कि जो लोग इस देश के संविधान और सेकुलरिज्म को कमजोर करना चाहते हैं वो वीडियो बनाते हैं. कभी जुल्म करने पर कार्रवाई नहीं होती. अगर कार्रवाई होती है तो रस्मी तौर पर कार्रवाई होती है. ओवैसी ने कहा कि हम वो हैं जिसने कभी कातिलों से समझौता नहीं किया.
CAA विरोध में 22 लोग मारे गए
उत्तर प्रदेश में CAA विरोधी प्रदर्शनों का जिक्र करते हुए ओवैसी ने कहा कि CAA का यूपी में विरोध हुआ तो 22 लोगों को गोली मार दी गई. लखनऊ, रामपुर समेत अन्य जगहों पर 22 लोगों की जान गई पर किसी ने संसद में खड़े होकर कुछ नहीं कहा. CAA मजहब के आधार पर बनाया गया. ये संविधान के खिलाफ है. गृह मंत्री अमित शाह ने आतंकवाद के खिलाफ UAPA जिसे कांग्रेस ने बनाया था उसे और मजबूत कर दिया.
सांसद ओवैसी ने कहा कि 2014 से मॉब लिंचिंग के नाम पर निशाना बनाया जाता है. पूरे देश के मॉब लिंचिंग का मुद्दा उठाते हुए ओवैसी ने कहा कि अखलाक, पहलू खान, रकबर खान, तबरेज अंसारी इसका शिकार हुए. इनका वीडियो बनाया गया. लोगों को मैसेज देने की कोशिश की गई.
जुल्म करने वालों की बीजेपी मदद करती है
ओवैसी ने कहा कि मुस्लिमों के बारे में आपत्तिजनक नारे लगाए गए, लेकिन ऐसा करने वालों को 24 घंटे के अंदर जमानत मिल गई. ये जुल्म इसलिए हो रहा है क्योंकि जुल्म करने वाले जानते हैं कि मोदी उनके साथ हैं, बीजेपी पीछे से मदद करती है. विपक्षी पार्टी सपा, बसपा आवाज नहीं उठाती. ओवैसी के भाषण के बीच अजान शुरू हुई तो उन्होंने कुछ पलों के लिए अपना भाषण रोक दिया.
बाराबंकी में 100 साल पुरानी मस्जिद शहीद की
सीएम योगी आदित्यनाथ पर हमला करते हुए ओवैसी ने कहा कि बाराबंकी में 100 साल पुरानी एक मस्जिद को शहीद किया गया. सीएम योगी ने अपने अफसर से कहा कि इस मस्जिद को तोड़ दो, SDM ने बिना किसी नोटिस के मस्जिद को तोड़ दिया. इसके खिलाफ किसी ने आवाज नहीं उठाई.
ओवैसी ने कहा कि जिस वक्त लाशें नदियों में तैर रही थीं, लोग बिना ऑक्सीजन के मर रहे थे उस समय उसपर काम करने की बजाय मस्जिद को तोड़ रातो-रात मलबा हटा दिया गया. अखिलेश पर हमला करते हुए ओवैसी ने कहा कि अखिलेश यादव का एक भाई धर्मेंद्र यादव उस अफसर की शादी में शामिल होते हैं जिसने बदायूं में मस्जिद को गिराया था.
60 साल से यूपी में धर्मनिरपेक्षता के नाम पर वोट देता आया मुसलमान
मुस्लिम कौम को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा कि मुसलमान 60 साल से यूपी में धर्मनिरपेक्षता के नाम पर वोट देता आया लेकिन उन्हें मिला क्या? किसी भी दल ने मंच से मुसलमान की बात नहीं की. सभी दल वोट चाहते हैं लेकिन नाम नहीं लेना चाहते. उन्होंने कहा कि जबतक वे जिंदा है तबतक मुसलमान की बात करेंगे. मुसलमानों को सोचना चाहिए कि वो नेता कब बनेंगे? अब जंज़ीरों को तोड़ने का वक़्त आ गया है.
नेता बनने नहीं नेता बनाने आए हैं
ओवैसी ने कहा कि 2019 में सपा बसपा मिलकर लड़े लेकिन फिर भी बीजेपी जीती. दलित यादव के बीजेपी को वोट देने पर कोई सवाल नहीं होता है तो मुसलमान वोट को लेकर बातें क्यों की जाती हैं? अगर 11 फ़ीसदी यादव मुख्यमंत्री बना सकते हैं तो 19 फ़ीसदी मुसलमान मजलिस के विधायक नहीं बना सकते ? क्या योगी आदित्यनाथ ठाकुरों के नेता नहीं हैं? यादव समाज अखिलेश को बेटा बताता है, दलित मायावती को बहन कहते हैं, कुर्मी अनुप्रिया पटेल को अपना कहते हैं, ओवैसी ने कहा कि वह नेता बनने नहीं नेता बनाने आए हैं.