
यूपी चुनाव प्रचार के बीच हमले के 2 दिन बाद ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के चीफ असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) शनिवार को 2 जगह चुनाव प्रचार करेंगे. प्रस्तावित कार्यक्रम के मुताबिक, ओवैसी शनिवार को तीन जगहों पर जनसभाएं करने वाले थे, लेकिन प्रशासन ने लोनी में रैली की इजाजत नहीं दी. लोनी में दोपहर 12 बजे ओवैसी की पहली रैली होनी थी. अब ओवैसी दोपहर दो बजे छपरौली में और शाम 4 बजे गढ़मुक्तेश्वर में जनसभा को संबोधित करेंगे.
बता दें कि गुरुवार शाम को मेरठ से लौटते वक्त ओवैसी पर दो युवकों ने फायरिंग की थी. इसके बाद केंद्र सरकार की ओर से दी जा रही जेड कैटेगरी की सुरक्षा लेने से इनकार कर दिया है. ओवैसी का कहना है कि उन्हें बुलेट प्रूफ गाड़ी और एक हथियार रखने की अनुमति मिलनी चाहिए लेकिन सरकार की सुरक्षा नहीं लेंगे.
उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में अब सिर्फ 5 दिन शेष रह गए हैं. पहले चरण की वोटिंग 10 फरवरी को होगी. AIMIM की ओर से यूपी चुनाव के लिए अब तक प्रत्याशियों की 9 सूची जारी की गई है. इन 9 सूची में 66 प्रत्याशियों की घोषणा की गई है. शनिवार को ओवैसी लोनी प्रत्याशी डॉक्टर महताब, गढ़मुक्तेश्वर में फुरकान चौधरी के लिए जनसभा कर वोट की अपील करेंगे. इन तीनों विधानसभा सीट के लिए यूपी चुनाव के पहले चरण में ही वोटिंग होनी है.
बता दें कि गुरुवार शाम मेरठ से लौटते वक्त उनकी गाड़ी पर 4 राउंड फायरिंग की गई थी. आज तक के साथ खास बातचीत में ओवैसी ने कहा कि उन पर मेरठ से लौटते वक्त हापुड़ टोल प्लाजा फायरिंग की गई. वह बोले कि सबको पता था कि हम मेरठ से दिल्ली के लिए रवाना हो चुके हैं. हर कोई जानता है कि टोल प्लाजा के पास गाड़ी धीमी हो जाती है और इसी दौरान हमलावर ने मुझे निशाना बनाते हुए गोलीबारी की. जब हमलावरों ने गोलीबारी की तो हमारे ड्राइवर ने समझदारी दिखाई और तुरंत गाड़ी भगा ली. इन लोगों पर ठोस कार्रवाई होनी चाहिए, इन्होंने मेरी जान लेने की कोशिश की है. हमला करने वाले दो आरोपियों को यूपी पुलिस ने गुरुवार को ही गिरफ्तार कर लिया था, जिन्हें शुक्रवार कोर्ट में पेश किया गया, जहां से दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
उधर, असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) पर हमला मामले में समाजवादी पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाया है. सपा का आरोप है कि भाजपा ने ओवैसी पर जान बूझकर हमला करवाया, ताकि उत्तरप्रदेश में वोटों का ध्रुवीकरण हो सके.