
उत्तर प्रदेश की सियासत में अपनी जगह बनाने के लिए ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी राजनीतिक बिसात बिछाने में जुटे हैं. मुस्लिम वोटरों के सहारे सूबे में सियासी जमीन तलाश रहे ओवैसी ने मंगलवार को प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव से मुलाकात की है तो दूसरी तरफ अपने जनाधार को मजबूत करने के लिए बुधवार से वो 'वंचित शोषित सम्मेलन' करने जा रहे हैं.
ओवैसी का 'वंचित शोषित सम्मेलन'
बिहार की तर्ज पर ही यूपी में असदुद्दीन ओवैसी सियासी तौर पर बड़ा करिश्मा दिखाने की कवायद में है, जिसके लिए प्रदेश भर में 'वंचित शोषित सम्मेलन' शुरू करने जा रहे हैं. ओवैसी ने इस सम्मेलन के जरिए कई जिलों में मुस्लिम वोटों के साथ-साथ दलित और वंचित खासकर अतिपिछड़ी जातियों को जोड़ने की रणनीति बनाई है. इसकी शुरुआत बुधवार को मुस्लिम बहुल संभल जिले से हो रही है.
सूबे में अल्पसंख्यक वोटों को जोड़ने के लिए असदुद्दीन ओवैसी संभल में 'वंचित शोषित सम्मेलन' को संबोधित करेंगे. इसके अलावा 25 सिंतबर को प्रयागराज, 26 सितंबर को कानपुर, 30 सितंबर को बहराइच के नानपारा और अगले 10 अक्तूबर को उतरौली में शोषित वंचित सम्मेलन करेंगे और साथ ही पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ अलग-अलग जिलों में बैठक कर उन्हें जीत का मंत्र देंगे. ओवैसी की पार्टी ही नहीं बल्कि भागीदारी संकल्प मोर्चे के घटक दल और कार्यकर्ता भी 'शोषित वंचित सम्मेलन' की तैयारी में जुट गए हैं.
शिवपाल को साथ लाने में जुटे ओवैसी
बता दें कि असदुद्दीन ओवैसी उत्तर प्रदेश में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर के अगुवाई में बने भागीदारी संकल्प मोर्चा में शामिल हैं. माना जा रहा है कि ओवैसी उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए भागीदारी संकल्प मोर्चा में शिवपाल को भी लाना चाहते हैं. इसी कवायद को लेकर ओवैसी मंगलवार शिवपाल यादव से मिले हैं. दोनों नेताओं की यह दूसरी बार मुलाकात हुई हैं.
असदुद्दीन ओवैसी ने शिवपाल सिंह यादव को बड़ा नेता बताते हुए कहा कि सियासी मुद्दों पर उनसे लगातार चर्चा होती रहती है. हालांकि, गठबंधन के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी इस मुद्दे पर बातचीत नहीं हुई जबकि शिवपाल यादव की पार्टी के वरिष्ठ नेता फरहत मियां ने कहा कि हम सूबे में गठबंधन के लिए राजनीतिक विकल्प तलाश रहे हैं और असदुद्दीन ओवैसी सेकुलर नेता हैं. ऐसे में उनकी पार्टी के साथ गठबंधन होता है तो निश्चित तौर पर बीजेपी के खिलाफ एक मजबूत गठबंधन बनेगा.
चंद्रशेखर आजाद से भी बढ़ रही नजदीकियां
भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने भी कुछ दिनों पहले ही शिवपाल यादव से लखनऊ में मुलाकात कर चुके हैं. इतना ही नहीं चंद्रशेखर ने असदुद्दीन ओवैसी और ओम प्रकाश राजभर के साथ भी बैठक कर चुके हैं. इसके अलावा ओम प्रकाश राजभर ने भी पिछले दिनों शिवपाल यादव से लेकर बिहार सरकार में शामिल वीआईपी पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी के साथ मुलाकात की थी. यह सारी कवायद भागीदारी संकल्प मोर्चा को मजबूत बनाने के लिए हो रही है.
ओवैसी मंगलवार को शिवपाल के साथ-साथ ओम प्रकाश राजभर से भी मुलाकात हुई. इस दौरान भागीदारी संकल्प मोर्चा में शामिल सभी दल अपनी-अपनी दावेदारी वाली सीटों के नाम को लेकर भी मंथन किया गया. ओवैसी सूबे में 100 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का पहले ही ऐलान कर चुके हैं. ऐसे में भागीदारी संकल्प मोर्चा के बाकी दलों के सीट बंटवारे की रूप रेखा तैयार हो रही है.