
उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले की विधानसभा सीट है अयोध्या विधानसभा सीट. अयोध्या की पहचान भगवान राम से रही है. ये भगवान राम की जन्मभूमि है और राम का नाम सियासत का केंद्र रहा है. ये नगर अयोध्या जिले का मुख्यालय भी है. यह नगर सरयू नदी के तट पर बसा है. मान्यताओं के मुताबिक इस नगर को मनु ने बसाया था. अयोध्या के श्रीराम जन्मभूमि के साथ ही कनक भवन, हनुमान गढ़ी, लक्ष्मण किला, नागेश्वर नाथ मंदिर, श्रीअनादि पंचमुखी मंदिर, राघवजी का मंदिर, सप्तहरि मंदिर भी आस्था के केंद्र हैं. इस शहर में कई जैन मंदिर भी हैं. लंबे समय तक अयोध्या यूपी की सियासत का केंद्र रहा है.
राजनीतिक पृष्ठभूमि
अयोध्या विधानसभा सीट से साल 1967 में जनसंघ के बृज किशोर अग्रवाल, 1969 में कांग्रेस के विश्वनाथ कपूर, 1974 में जनसंघ के वेदप्रकाश अग्रवाल, 1977 और 1989 में जनता पार्टी के जयशंकर पांडेय और 1980 में कांग्रेस के निर्मल खत्री विधायक निर्वाचित हुए. 1985 में कांग्रेस के सुरेंद्र प्रताप सिंह, 1991, 1993, 1996, 2002 और 2007 में लगातार पांच बार भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के लल्लू सिंह विधायक निर्वाचित हुए. 2012 में इस सीट से सपा के तेज नारायण पांडेय उर्फ पवन पांडेय जीते.
2017 का जनादेश
अयोध्या विधानसभा सीट से 2017 के विधानसभा चुनाव में सपा ने पवन पांडेय को ही उम्मीदवार बनाया. बीजेपी ने इस सीट से वेद प्रकाश गुप्ता और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने मोहम्मद बज्मी सिद्दीकी को उम्मीदवार बनाया था. बीजेपी के वेद प्रकाश गुप्ता ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी पवन पांडेय को 50440 वोट के बड़े अंतर से शिकस्त देकर ये सीट फिर से बीजेपी की झोली में डाल दी. बसपा उम्मीदवार को तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा था.
सामाजिक ताना-बाना
अयोध्या विधानसभा सीट के सामाजिक समीकरणों की बात करें तो यहां हर जाति-वर्ग के मतदाता हैं. अयोध्या विधानसभा सीट पर जातिगत फैक्टर पर राम नाम भारी पड़ता रहा है. अयोध्या में ब्राह्मण, क्षत्रिय और अन्य पिछड़ा वर्ग के मतदाता निर्णायक भूमिका निभाते हैं. इस विधानसभा क्षेत्र में अनुसूचित जाति के मतदाता भी अच्छी तादाद में हैं.
विधायक का रिपोर्ट कार्ड
अयोध्या विधानसभा सीट से विधायक वेद प्रकाश गुप्ता का दावा है कि उनके कार्यकाल में अयोध्या का चहुंमुखी विकास हुआ है. विरोधी दलों के नेता विधायक के दावे को हवा-हवाई बता रहे हैं. सपा ने इस दफे भी पवन पांडेय को अयोध्या सीट से उम्मीदवार बनाया है. अयोध्या विधानसभा सीट के लिए यूपी चुनाव के पांचवे चरण में 27 फरवरी को मतदान होना है. बता दें कि यूपी की 403 विधानसभा सीटों के लिए सात चरणों में मतदान होना है.