
पूरब से पश्चिम तक नई हवा और नई सपा के चुनावी गीत पर अखिलेश यादव का रथ घूमा था. अब इसी हवा और नई सपा पर भारतीय जनता पार्टी ने गीत वाला प्रहार किया है. यूपी के चुनावी दंगल पर बीजेपी ने विधानसभा चुनावों के लिए शुक्रवार को अपना थीम सॉन्ग जारी किया है. इस थीम सॉन्ग के बोल सुनकर पूरी चुनावी रणनीति समझ में आ जाती है.
इस थीम सॉन्ग को लॉन्च करन के बाद, योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में अपने पांच वर्षों का रिपोर्ट कार्ड पढ़कर सुनाया. योगी आदित्यनाथ ने कहा- 'सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास' को बीजेपी मूलमंत्र मानकर चलती है. उन्होंने दावा किया कि ईमानदार सोच और दमदार काम का जोर है, तभी तो 'गली-गली यूपी मांगे बीजेपी' का शोर है.
गीत के शुरुआती बोल कुछ इस तरह हैं-
यूपी फिर मांगे भाजपा सरकार, फिर से बीजेपी
जनता कस के कमर तैयार, फिर से बीजेपी
सोच जिनकी है ईमानदार, फिर से बीजेपी
काम करती रही जो दमदार, फिर से बीजेपी
'सोच ईमानदार- काम असरदार, यूपी फिर मांगे भाजपा सरकार'
बात अगर बीजेपी के थीम सॉन्ग की करें तो, इस गाने में पूरी कोशिश की गई है कि योगी सरकार में हुए हर एक काम का ज़िक्र हो. फिर चाहे वह अपराधियों पर की गई कार्रवाइयां हों या फिर महिलाओं के प्रति सरकार की ज़िम्मेदारी की.
किसानों का भी ज़िक्र इस गीत में किया गया है. कहा गया है 'किसान बहुत खुशहाल हुआ है, रौशन पानी घर-घर पहुंचा है'. किसान कानून पर किसान भले ही सरकार से नाराज़ रहे हों , लेकिन इस गीत में किसान बेहद खुश दिख रहे हैं. वहीं उत्तर प्रदेश के विकास कार्यों का ज़िक्र भी है, 'गांव-गांव रौशनी घनी है, सड़क बहुत ही कड़क बनी है'.
गीत के माध्यम से बीजेपी सरकार का कहना है कि उन्होंने जो भी कहा वह किया है, काशी-अयोध्या को चमकाया है. और इसी आधार पर उन्हें धुंआधार जीत मिलने की उम्मीद है. कुल मिलाकर इस गीत के माध्यम से बीजेपी ने जनता को एक बार फिर अपना बनाने की कोशिश की है.