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कैराना: EVM खराबी से चुनावी हिंसा तक, सब हुआ...फिर भी पश्चिमी यूपी की इस सीट पर सबसे ज्यादा वोटिंग

पलायन के मुद्दे पर देशभर में चर्चा में आए यूपी के कैरान में चुनाव इस बार रोचक रहा. यहां पश्चिमी यूपी की सभी सीटों में सबसे ज्यादा मतदान दर्ज किया गया.

कैराना में मतदान करने पोलिंग बूथ पर लगी लोगों की भीड़. कैराना में मतदान करने पोलिंग बूथ पर लगी लोगों की भीड़.
मिलन शर्मा
  • कैराना,
  • 11 फरवरी 2022,
  • अपडेटेड 9:46 AM IST
  • कैराना सीट पर 75.12% मतदान हुआ
  • पिछले चुनावों में 60 फीसदी हुई थी वोटिंग

उत्तर प्रदेश में पहले चरण के मतदान में 11 जिलों की 58 सीटों पर मतदान हो चुका है. सबसे ज्यादा चर्चा में रहने वाली शामली जिले की कैराना सीट पर ही सबसे ज्यादा 75.12% मतदान हुआ है. पिछली बार यहां विधानसभा और आम चुनाव दोनों में वोटिंग प्रतिशत करीब 60% रहा था. जबकि इस बार शामली में कुल वोटिंग पश्चिमी यूपी के सभी निर्वाचन क्षेत्रों में सबसे ज्यादा (69 प्रतिशत) रही.

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कैराना में सुबह घना कोहरा छाया था, लेकिन मतदाताओं की कतार में उत्साह देखा गया. यहां बुआ और भतीजा मैदान में हैं. बीजेपी ने हुकम सिंह की बेटी मृगांका सिंह को टिकट दिया है तो वहीं सपा से चौधरी मुनव्वर हसन के बेटे नाहिद हसन को उम्मीदवार बनाया है. दोनों का पुश्तैनी वंश एक ही माना जाता है. नाहिद पर 17 से अधिक मामले दर्ज हैं. वे गैंगस्टर अधिनियम के एक केस में जेल में हैं. उनका प्रतिनिधित्व उनकी बहन इकरा चौधरी ने किया. उन्होंने हिंदू पलायन के मुद्दे को किनारे करते हुए कहा कि लोगों ने सपा-रालोद के पक्ष में मतदान किया. मृगांका सिंह ने इस चुनाव को करो या मरो का का मुद्दा बना लिया था.

3 घंटे तक लाइन में करना पड़ा इंतजार

कैराना में ईवीएम खराबी के कई मामले सामने आए. बूथ नंबर 1 पर मतदान धीमा रहा. इस्लामिया इंटर कॉलेज मतदान केंद्र में अधिकारियों ने ऐसी मशीनों की जांच की और उन्हें बदल दिया. लेकिन मतदाताओं को वोट डालने के लिए 2-3 घंटे से ज्यादा इंतजार करना पड़ा. एक मुस्लिम मतदाता ने बताया कि सुबह सबसे पहले मतदान करने आए थे, कुछ खाया भी नहीं था, फिर भी 3 घंटे लाइन में इंतजार करना पड़ा.

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मतदान केंद्रों में मारपीट की घटना भी हुई

एक अन्य घटना धुंडू खेड़ा के मतदान केंद्र में हुई. यह गूजरों के वर्चस्व वाला ग्रामीण क्षेत्र है. यहा अधिकारियों को हिंसा की घटनाओं और मतदाताओं की धमकियों का सामना करना पड़ा. धुंडू खेड़ा मतदान केंद्र पर वोट डालने वाले कुछ लोगों को गांव की प्रभावशील जाति ने पीटा. हाथापाई में आबिद, शौकिन और मेहरबान घायल हो गए. चुनाव अधिकारियों से शिकायत करने वाले शाहरुख को भी धमकी दी गई. धुंडू खेड़ा बूथ पर करीब 1000 वोट हैं. 

मुस्लिमों के अलावा सिख और गुर्जर वोटर भी निर्णायक

कैराना शामली से पानीपत हाईवे पर मतदान संपन्न होने के कुछ घंटे बाद बिना नंबर प्लेट वाले वाहन में ईवीएम मिलने की घटना भी सामने आई. गुरुवार रात 10.30 बजे, कार के अंदर ईवीएम मशीन के साथ एक लावारिस वाहन मिला. समाजवादी पार्टी के पोलिंग एजेंटों ने ईवीएम की जांच के लिए एसडीएम को मौके पर बुलाया. कैराना सीट से जीत सिर्फ जाट और मुस्लिम वोटों के मजबूत होने पर निर्भर नहीं है, कैराना में मुस्लिम वोट 46% है, लेकिन सिखों के वोट कैराना में लगभग 12,000 हैं. हिंदू और मुस्लिम गुर्जर, जाटव और सैनी और कश्यप क्षेत्र में भी निर्णायक भूमिका निभाते हैं.

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