
यूपी के मथुरा जिले की एक विधानसभा सीट है गोवर्धन सीट. मथुरा जिला मुख्यालय से 17 किलोमीटर की दूरी पर है गोवर्धन तहसील. गोवर्धन विश्व विख्यात है. यहां भगवान गोवर्धन नाथ विराजते हैं और ये कथा श्रीमद्भागवत में भी आती है जब भगवान श्रीकृष्ण ने इसी गोवर्धन पर्वत को सात दिन अपनी उंगली पर उठाए रखा था.
राजनीतिक पृष्ठभूमि
गोवर्धन विधानसभा सीट की सियासी पृष्ठभूमि की बात करें तो ये सीट 1952 के चुनाव में अस्तित्व में आई थी. शुरुआत में ये सुरक्षित सीट थी. इस सीट से 15 दफे दलित उम्मीदवार जीते. 2012 के विधानसभा चुनाव से ये सीट सामान्य है. अभी तक गोवर्धन विधानसभा सीट के लिए 17 बार चुनाव हुआ है.
इसमें कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने चार-चार, जनता पार्टी और जनता दल ने दो-दो बार, भारतीय क्रांति दल, राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने एक-एक बार निर्दलीय उम्मीदवार जीते. एक दफे यहां निर्दलीय उम्मीदवार को भी जीत मिली है.
2017 का जनादेश
गोवर्धन विधानसभा सीट से 2017 के विधानसभा चुनाव में 13 उम्मीदवार मैदान में थे लेकिन मुकाबला बीजेपी और बसपा के बीच रहा. बीजेपी के टिकट पर चुनाव मैदान में उम्मीदवार कारिंदा सिंह ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी बसपा के राजकुमार रावत को 33 हजार वोट से अधिक के अंतर से हरा दिया. आरएलडी के कुंवर नरेंद्र सिंह तीसरे और कांग्रेस चौथे स्थान पर रही थी.
सामाजिक ताना-बाना
गोवर्धन विधानसभा सीट के सामाजिक समीकरणों की बात करें तो यहां जाट और ठाकुर बिरादरी के मतदाताओं की तादाद अधिक है. यहां दलित बिरादरी के वोटर भी अच्छी तादाद में हैं. गोवर्धन विधानसभा क्षेत्र का चुनाव परिणाम निर्धारित करने में ब्राह्मण वोटर भी निर्णायक भूमिका निभाते हैं.
विधायक का रिपोर्ट कॉर्ड
गोवर्धन विधानसभा सीट से बीजेपी के विधायक कारिंदा सिंह का जन्म 12 जनवरी 1954 को छड़गांव में हुआ था. विधायक कारिंदा सिंह के पिता चंदन किसान थे. मथुरा के ही केआर इंटर कॉलेज से इंटर और केआर डिग्री कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई करने के बाद कारिंदा सिंह ठेकेदारी करने लगे. कारिंदा सिंह बचपन में ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के स्वयंसेवक थे. वे बचपन में ही शाखा में जाने लगे थे.
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कारिंदा सिंह तीन बार बीजेपी मथुरा के जिला उपाध्यक्ष रहे. कारिंदा सिंह ने विधायक निधि पूरी खर्च कर दी है. उनका दावा है कि शिक्षा और स्वास्थ्य पर बहुत काम किया है. वे कहते हैं कि मेरे क्षेत्र में लगभग 1600 करोड़ रुपये के विकास कार्य हुए हैं. जनता के बीच विधायक कारिंदा सिंह की छवि ठीक-ठाक है.