Advertisement

UP: कुंडा से सपा प्रत्याशी गुलशन यादव के काफिले पर हमला, पुलिस बोली- सब कुछ ठीक

यूपी चुनाव के 5वें चरण में सभी की निगाहें प्रतापगढ़ जिले की कुंडा सीट पर लगी हैं. यहां सीधा मुकाबला रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया और सपा के गुलशन यादव के बीच है. ऐसे में इस बार राजा भैया के लिए सियासी वर्चस्व को बनाए रखने का चैलेंज है. 

सपा प्रत्याशी गुलशन यादव (फाइल फोटो) सपा प्रत्याशी गुलशन यादव (फाइल फोटो)
संतोष शर्मा
  • प्रतापगढ़,
  • 27 फरवरी 2022,
  • अपडेटेड 1:47 PM IST
  • सपा प्रत्याशी की ओर से तहरीर दी गई है
  • पुलिस ने कहा- कार्रवाई की जा रही है

यूपी विधानसभा चुनाव में रविवार को पांचवें चरण का मतदान हो रहा है. प्रतापगढ़ की कुंडा विधानसभा सीट से सपा प्रत्याशी गुलशन यादव के काफिले पर हमले का मामला सामने आया है. सपा का आरोप है कि पहाड़पुर के पास काफिले पर हमला हुआ है. वहीं, पुलिस का कहना है कि सब कुछ ठीक है. मतदान शांतिपूर्वक हो रहा है. सपा प्रत्याशी की ओर से तहरीर दी गई है. उस पर कार्रवाई की जा रही है. 

Advertisement

बता दें कि 5वें चरण में सभी की निगाहें प्रतापगढ़ जिले की कुंडा सीट पर लगी हैं. यहां सीधा मुकाबला रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया और सपा के गुलशन यादव के बीच है. ऐसे में इस बार राजा भैया के लिए सियासी वर्चस्व को बनाए रखने का चैलेंज है. 

राजा भैया 1993 से लगातार कुंडा सीट से निर्दलीय चुनाव जीतकर विधायक बनते आ रहे हैं. सपा-बीजेपी के सहयोग से मंत्री बने, लेकिन डेढ़ दशक के बाद सपा ने उनके खिलाफ अपना कैंडिडेट उतारा है. सपा ने गुलशन यादव को प्रत्याशी बनाया है, जो कभी उनके करीबी रहे हैं.

बीजेपी ने ब्राह्मण कार्ड खेलते हुए सिंधुजा मिश्रा को उतारा है तो बसपा ने मोहम्मद फहीम के जरिए मुस्लिम दांव खेला है. इस तरह से कुंडा सीट पर तीन दशक में पहली बार विपक्ष ने रघुराज प्रताप सिंह के खिलाफ घेराबंदी की है. 

Advertisement

डेढ़ दशक के बाद सपा ने उतारा कैंडिडेट

राजा भैया सूबे में बीजेपी के कल्याण सिंह से लेकर राम प्रकाश गुप्ता और राजनाथ सिंह की सरकार में मंत्री रहे तो मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री काल में सत्ता में बन रहे. ऐसे में पिछले डेढ़ दशक से सपा कुंडा में राजा भैया के समर्थन में कोई प्रत्याशी नहीं उतारती रही, जिसके चलते वो आसानी से कुंडा सीट से जीतते रहे हैं. लेकिन, इस बार सपा ने उनके खिलाफ अपना प्रत्याशी गुलशन यादव को उतार दिया है, जिससे राजा की सियासी राह कठिन हो गई है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement