
उत्तर प्रदेश चुनाव में इस बार काफी दागियों को टिकट दिए गए हैं. दागियों को टिकट देने का फैसला कई पार्टियों पर भारी भी पड़ सकता है. पत्नी की हत्या के आरोपी अमन मणि त्रिपाठी को अपना उम्मीदवार बनाना बहुजन समाज पार्टी (BSP) के लिए खतरा पैदा कर सकता है. अमनमणि त्रिपाठी को टिकट मिलने के बाद उनकी सास सीमा सिंह ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. सारा सिंह ने बसपा सुप्रीमो मायावती पर निशाना साधते हुए कहा कि एक तरफ मायावती कानून की बात करती हैं तो दूसरी तरफ कानून हाथ में लेने वाले को बसपा का उम्मीदवार बनाती हैं. इस तरह कैसे प्रदेश में मां-बहनों की रक्षा हो सकेगा.
कवियत्री मधुमिता शुक्ला की बहन निधि शुक्ला ने भी अमन को टिकट देने पर नाराजगी जाहिर की है. निधि ने कहा कि जब मायावती मुख्यमंत्री थीं, तब वे मधुमिता हत्याकांड में न्याय दिलवा रही थीं. लेकिन आज उसी आरोपी को अपनी पार्टी का टिकट दे रही हैं. ये कैसा न्याय है. मायावती से अपील है कि वे ऐसे अपराधियों को पार्टी से निकालें. अगर ऐसा नहीं होता है तो पूरे प्रदेश में ब्राह्मण और क्षत्रिय बसपा का विरोध करेंगे. बता दें कि 7 फरवरी को बसपा ने अमन मणि त्रिपाठी को महराजगंज जिले की नौतनवा विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया था.
इस तरह हुआ था अमनमणि और सारा की लव स्टोरी का अंत
बसपा के प्रत्याशी अमन मणि और सारा सिंह की लव स्टोरी का अंत काफी दुखद रहा था. 9 जुलाई 2015 को संदिग्ध हालत में सारा सिंह की मौत हो गई थी, जब वह अमनमणि त्रिपाठी के साथ दोपहर में कार पर सवार होकर लखनऊ से दिल्ली की तरफ जा रही थीं. इस केस में अमन मणि त्रिपाठी को आरोपी बनाया गया था. सीबीआई मामले की जांच कर रही है. इसके अलावा उनके पिता और पूर्व मंत्री अमर मणि त्रिपाठी और माता मधु मणि त्रिपाठी 2003 में लखनऊ में कवयित्री मधुमिता शुक्ला की हत्या के लिए दोषी ठहराए जाने के बाद पहले से ही जेल में सजा काट रहे हैं.