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Mant Assembly Seat: राम मंदिर लहर हो या मोदी लहर, मथुरा की इस सीट पर कभी नहीं जीत पाई बीजेपी

मांट विधानसभा सीट प्रदेश की उन चंद सीटों में से एक है जहां भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का अब तक खाता नहीं खुल सका है. मांट विधानसभा सीट बीजेपी के लिए चुनौती बनी हुई है.

यूपी Assembly Election 2022 मांट विधानसभा सीट यूपी Assembly Election 2022 मांट विधानसभा सीट
मदन गोपाल शर्मा
  • मथुरा,
  • 07 दिसंबर 2021,
  • अपडेटेड 7:23 PM IST
  • आठ बार के विधायक हैं पंडित श्याम सुंदर मिश्रा
  • मांट से 8 बार जीती है कांग्रेस, अभी बसपा का कब्जा

उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में एक विधानसभा सीट है मांट विधानसभा सीट. मांट, मथुरा जिला मुख्यालय से 32 किलोमीटर दूर है और यह जिले की सबसे पुरानी तहसील भी है. यमुना एक्सप्रेस-वे भी इस विधानसभा सीट से होकर गुजरता है और इस विधानसभा क्षेत्र में एक टोल प्लाजा भी पड़ता है जिसे मांट टोल प्लाजा के नाम से जाना जाता है.

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मांट विधानसभा सीट प्रदेश की उन चंद सीटों में से एक है जहां भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का अब तक खाता नहीं खुल सका है. मांट विधानसभा सीट बीजेपी के लिए चुनौती बनी हुई है. इस सीट से बीजेपी के कद्दावर नेता भी जमानत बचा पाने में भी असफल रहे हैं. राम मंदिर लहर हो या मोदी लहर, बीजेपी यहां तीसरे नंबर से आगे कभी नहीं बढ़ सकी. लोकसभा चुनाव में कई दफे मांट विधानसभा की जनता ने बीजेपी के पक्ष में मतदान किया लेकिन विधानसभा चुनाव में इसके उलट ही हुआ.

राजनीतिक पृष्ठभूमि

मांट विधानसभा सीट की सियासी पृष्ठभूमि की बात करें तो 20 में से आठ बार कांग्रेस चुनावी बाजी जीतने में सफल रही है. इस विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं पर पंडित श्याम सुंदर शर्मा की पकड़ मजबूत है. श्याम सुंदर शर्मा आठ बार के विधायक हैं. 1989 में पहली दफे विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए पंडित श्याम सुंदर शर्मा को 2012 के चुनाव में राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) के जयंत चौधरी ने हराया था. हालांकि, जयंत ने ये सीट छोड़ दी और इसके बाद हुए उपचुनाव में फिर से पंडित श्याम सुंदर शर्मा विधायक निर्वाचित हुए.

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सियासी दलों के लिहाज से बात करें तो यहां सर्वाधिक आठ बार कांग्रेस, दो दफे अखिल भारतीय लोकतांत्रिक कांग्रेस पार्टी, बीकेडी, आरएलडी, एलडी और बसपा को एक-एक बार जीत हासिल की है. एक दफे यहां से निर्दलीय उम्मीदवार को भी जीत मिली है. 1989 से लेकर 2007 के विधानसभा चुनाव तक पंडित श्याम सुंदर शर्मा लगातार विधायक रहे.

2017 का जनादेश

मांट विधानसभा सीट से 2017 के विधानसभा चुनाव में निवर्तमान विधायक पंडित श्याम सुंदर शर्मा बसपा के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे. आठ बार के विधायक पंडित श्याम सुंदर शर्मा को राष्ट्रीय लोक दल के योगेश नौहवार ने कड़ी टक्कर दी. कड़े मुकाबले में पंडित श्याम सुंदर शर्मा 432 वोट के करीबी अंतर से हराने में सफल रहे. बीजेपी के सतीश शर्मा तीसरे और कांग्रेस के जगदीश नौहवार चौथे नंबर पर रहे थे.

सामजिक ताना-बाना 

मांट विधानसभा क्षेत्र जाट बाहुल्य सीटों में गिनी जाती है. अनुमानों के मुताबिक जाट के बाद ब्राह्मण, दलित, ठाकुर वोटर भी अच्छी तादाद में हैं. इन जातियों के मतदाता भी मांट विधानसभा सीट के चुनाव परिणाम को प्रभावित करने की स्थिति में हैं. 2017 चुनाव के आंकड़ों के मुताबिक इस विधानसभा क्षेत्र में 3 लाख 16 हजार 496 मतदाता हैं. 

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विधायक का रिपोर्ट कार्ड

मांट विधानसभा सीट से विधायक पंडित श्याम सुंदर शर्मा का जन्म 15 जुलाई 1952 को गांव पंचहरा में पंडित लोकमणि शर्मा के यहां हुआ था. पंडित श्याम सुंदर शर्मा ने यूपी बोर्ड से इंटरमीडिएट किया और आगरा विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएट की पढ़ाई की और इसके बाद वे राजनीति में आ गए. साल 1989 में पंडित श्याम सुंदर शर्मा मांट विधानसभा सीट से पहली बार विधायक निर्वाचित हुए और इसके बाद फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. पंडित श्याम सुंदर शर्मा का दावा है कि उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान क्षेत्र में काफी विकास कार्य कराए हैं. शिक्षा पर भी काफी काम किया है.

 

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