
यूपी के मऊ सदर सीट से बाहुबली मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी के खिलाफ विधानसभा चुनाव लड़ रहे बीजेपी प्रत्याशी अशोक सिंह ने अंसारी और समाजवादी पार्टी पर कई बड़े आरोप लगाए हैं. उन्होंने आजतक से बात करते हुए कहा कि मुख़्तार लड़े या उनका बेटा लड़े, एक ही बात है.
अशोक सिंह ने कहा, ये सरकार के बदौलत चुनाव लड़ते रहे हैं और सरकार के बल पर ही गुंडागर्दी की है. इस बार मऊ की जनता ने मन बनाया है कि 25 सालों का कलंक मिटा देना है. उन्होंने कहा, मैंने बताया कि ये सरकारों की बदौलत अब तक चुनाव जीतते रहे लेकिन ये योगी की सरकार है जहां न दबंगई चलेगी न गुंडई चलेगी और जो बाहरी लोगों को बुलाकर यहां माहौल बनाया जाता था वो भी अब नहीं होगा.
अशोक सिंह ने कहा कि मुख्तार अंसारी चुनाव लड़ने के पहले ही भाग चुके हैं. मेरे भाई का दोष क्या था वो ठेकेदारी करते थे, मुख्तार को 10 पर्सेंट गुंडा टैक्स चाहिए था इसलिए उसकी हत्या करवा दी. उस हमले में 3 लोगों को गोली मारी गई थी. मुख्तार अंसारी पर गुंडागर्दी का आरोप लगाते हुए अशोक सिंह ने बताया कि पहली बार चुनाव लड़ने आये थे तो एक पुरानी मारुति 800 कार थी आज बेटा लग्जरी कार पर चल रहा है, ये जनता का लूटा हुआ पैसा है. उन्होंने कहा कि, मैं मुख्तार से लड़ रहा हूं कोई खौफ नहीं है, मैंने मुकदमा भी मजबूती से लड़ा और चुनाव भी मजबूती से लड़ रहा हूं, मरना 1 दिन मुझे और उन्हें भी है इसलिए कोई खौफ नहीं है.
बात अगर मुख्तार अंसारी के बेटे की करें तो अब्बास इससे पहले 2017 के विधानसभा चुनाव में मऊ जिले की घोसी सीट से बहुजन समाज पार्टी (bahujan samaj party) के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं. हालांकि, तब उन्हें भाजपा प्रत्याशी फागू चौहन से हार का सामना करना पड़ा था.
निशानेबाजी के शौकीन अब्बास अंसारी के पास बहुत सारे अलग-अलग किस्म के असलहों के साथ ही करोड़ों की चल-अचल सम्पत्ति भी है.
नामांकन के साथ जमा किए गए शपथ पत्र के मुताबिक अब्बास अंसारी पर कुल 5 मुकदमे दर्ज हैं. इसमें पहला मुकदमा लखनऊ के थाना महानगर में, दूसरा लखनऊ के ही थाना हजरतगंज, तीसरा गाजीपुर के थाना कोतवाली, चौथा प्रवर्तन निदेशालय ईडी इलाहाबाद क्षेत्र तो पांचवा आचार संहिता के उल्लंघन में मऊ के दक्षिण टोला थाने में दर्ज है.
अब्बास अंसारी के शपथ पत्र के मुताबिक उनके पास कुल 8 शस्त्र लाइसेंस हैं, जो वर्तमान में पुलिस और एसटीएफ के कब्जे में हैं.
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