
यूपी के गाजीपुर जिले की एक विधानसभा सीट है मोहम्मदाबाद विधानसभा सीट. ये विधानसभा क्षेत्र स्वतंत्रता संग्राम में अहम भूमिका निभाने वाला क्षेत्र है. इस विधानसभा क्षेत्र के मतदाता बलिया लोकसभा सीट से सांसद चुनने के लिए मतदान करते हैं. उपराष्ट्रपति रहे हामिद अंसारी और पूर्व केंद्रीय मंत्री, इस समय जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल (एलजी) मनोज सिन्हा भी इसी इलाके से आते हैं.
मोहम्मदाबाद विधानसभा क्षेत्र की सीमा गाजीपुर जिले की जंगीपुर, जहूराबाद और जमानिया विधानसभा क्षेत्र के साथ ही पड़ोसी जिले बलिया की फेफना विधानसभा सीट से भी लगती हैं. ये विधानसभा सीट पिछले चार दशक से राजनीतिक रसूख और वर्चस्व को लेकर भी चर्चा में रहती है. इस विधानसभा सीट पर मुख्तार अंसारी और अफजाल अंसारी के परिवार का सात बार कब्जा रहा है. गाजीपुर लोकसभा सीट से सांसद अफजाल अंसारी यहां से पांच और उनके बड़े भाई शिबगतुल्लाह अंसारी दो बार विधायक रहे हैं.
राजनीतिक पृष्ठभूमि
मोहम्मदाबाद विधानसभा सीट के चुनावी अतीत की बात करें तो इस सीट पर कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (सीपीआई) के उम्मीदवार पांच बार जीते हैं. इस सीट से समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को भी जीत मिली है. इस सीट से साल 1977 में राम जनम राय जनता दल से विधायक निर्वाचित हुए और 1980 में कांग्रेस के विजय शंकर सिंह.
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मोहम्मदाबाद विधानसभा सीट से 1985, 1989, 1991, 1993 और 1996 के चुनाव में अफजाल अंसारी पांच बार विधायक विधायक रहे. 2002 में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कृष्णानंद राय ने अफजाल अंसारी को हराकर उन्हें जीत का छक्का लगाने से रोक दिया था. कृष्णानंद राय की हत्या के बाद उपचुनाव हुए और बीजेपी के टिकट पर उनकी पत्नी अलका राय विधायक निर्वाचित हुईं. 2007 में सपा और 2012 में कौमी एकता दल के टिकट पर अफजाल अंसारी के बड़े भाई शिबगतुल्लाह अंसारी जीते.
2017 का जनादेश
मोहम्मदाबाद विधानसभा सीट से 2017 के चुनाव में बीजेपी ने फिर से अलका राय को उम्मीदवार बनाया. अलका राय के सामने बसपा के टिकट पर शिबगतुल्लाह अंसारी थे. बीजेपी की अलका ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी बसपा के शिबगतुल्लाह अंसारी को 32 हजार वोट से अधिक के अंतर से हरा दिया. कांग्रेस उम्मीदवार जनक कुशवाहा अपनी जमानत भी नहीं बचा पाए थे.
सामाजिक ताना-बाना
मोहम्मदाबाद विधानसभा सीट की गिनती भूमिहार बाहुल्य सीट के रूप में होती है. इस विधानसभा क्षेत्र में करीब चार लाख मतदाता हैं. अनुमान के मुताबिक यहां सबसे ज्यादा भूमिहार मतदाता हैं. अनुसूचित जाति, यादव, बनिया, ब्राह्मण जाति के मतदाता भी अच्छी तादाद में हैं. मुस्लिम और अन्य पिछड़ी जातियों के मतदाता भी चुनाव परिणाम निर्धारित करने में निर्णायक भूमिका निभाते हैं.
विधायक का रिपोर्ट कार्ड
मोहम्मदाबाद विधानसभा सीट से दूसरी बार विधायक अलका राय का दावा है कि उनके कार्यकाल में इस इलाके का चातुर्दिक विकास हुआ है. उन्होंने करोड़ों रुपये की लागत से इलाके में कई विकास कार्य कराए हैं. हालांकि, विरोधी दलों के नेता विधायक के दावों को खोखला बता रहे हैं.