
सुहेलदेव पार्टी के प्रमुख ओमप्रकाश राजभर ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर 'पंचायत आजतक' के मंच पर खुलकर बातचीत की. उन्होंने कहा कि अगर संजय निषाद साथ आ जाएं तो भारतीय जनता पार्टी का उत्तर प्रदेश में खाता भी नहीं खुलेगा. उन्होंने कहा कि 2022 में बीजेपी को सत्ता से बेदखल करने के लिए पूरे प्रदेश में घूम रहा हूं.
राजभर ने कहा, ''मैं दो साल बीजेपी के साथ सरकार में रहा. जो वादा बीजेपी ने मेरे साथ किया, उसे उन्होंने नहीं निभाया. अमित शाह ने लोकसभा चुनाव के 6 महीने पहले सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट लागू करने के लिए कहा था. लेकिन नहीं लागू हुआ. उन्होंने उत्तर प्रदेश में अनिवार्य फ्री शिक्षा की घोषणा, घरेलू बिजली माफ करने की बात कही थी, लेकिन नहीं किया.''
उन्होंने बीजेपी को घेरे में लेते हुए कहा, 'मेरे घर जाने वाली सड़क के लिए मुख्यमंत्री से लेकर डीएम तक को कहा लेकिन नहीं बना. फिर मैंने फावड़ा लेकर बनवाया. मैं चुनौती देता हूं बीजेपी को, वो एक गांव चिन्हित कर लें और चलकर देख लें 100 में से 90 शौचालय में दरवाजे नहीं हैं.'
इसे भी क्लिक करें --- पंचायत आज तक 2021: दिनेश शर्मा बोले- मुनव्वर राणा का सम्मान करता हूं, उन्हें प्रदेश से विदा करने जाना पड़ेगा
प्रेमचंद प्रजापति, बाबू रामपाल समेत कई नाम गिनाते हुए राजभर ने कहा कि संजय निषाद भी हमारे साथ हैं. शिवपाल यादव से बातचीत पर राजभर ने कहा, 'मैं उनसे बराबर मुलाकात करता हूं. शिवपाल यादव ने कहा कि समय आने दो और अब टाइम आ रहा है.' राजभर ने कहा कि अभी मेरे साथ कृष्णा पटेल, बाबू सिंह कुश्वाहा, प्रेमचंद प्रजापति, बाबू रामपाल, राम कर्ण कश्यप, अनिल चौहान हैं. छह दिन पहले ही हम लोगों ने मिलकर बैठक की है. हम लोग भी दांव लगाए हैं.
उन्होंने कहा, 'उत्तर प्रदेश में 43 परसेंट अकेले पिछड़ा वोट है. भारतीय जनता पार्टी को उत्तर प्रदेश में 14 साल तक कोई ठिकाना नहीं मिला. जब ओम प्रकाश राजभर मिले, अनुप्रिया पटेल मिलीं, तब जाकर सत्ता मिली है. भूल गए हैं क्या ये लोग.'
अनुप्रिया पटेल के मंत्री बनाए जाने पर उन्होंने कहा कि जितने नेता भाजपा में हैं वो बोल नहीं पाते हैं. सब लोडर हैं. एक मंत्री भी आवाज उठा दे तो दूसरे दिन ही उन्हें बीजेपी बाहर का रास्ता दिखा देगी. मैंने अकेले विपक्ष की भूमिका निभाई है.
बीजेपी जैसी बड़ी पार्टी के खिलाफ नीति पर उन्होंने कहा कि मैं बनारस छोड़कर बलिया में बैठ गया हूं. बलिया में सात सीटें हैं, बीजेपी को एक नहीं जीतने दूंगा. मऊ और आजमगढ़ में भी बीजेपी को एक भी सीट नहीं मिलेगी. अगर एक सीट जीत गए तो राजनीति छोड़ दूंगा. अगर संजय निषाद सामने आ जाएं तो बीजेपी का खाता तक नहीं खुल पाएगा.