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अखिलेश यादव के सहयोगी राजभर बोले- जिन्ना को पीएम बना दिया होता तो देश का बंटवारा न होता

राजभर ने पत्रकारों पर भड़कते हुए कहा, जिन्ना के अलावा आप लोग महंगाई का सवाल क्यों नहीं पूछते. यह सारा कुछ भारतीय जनता पार्टी की वजह से हो रहा है. भारतीय जनता पार्टी से हिंदू मुसलमान और भारत-पाकिस्तान हटा दीजिए तो उनकी जुबान बंद हो जाती है.

सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर (फाइल फोटो) सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर (फाइल फोटो)
रोशन जायसवाल
  • वाराणसी,
  • 10 नवंबर 2021,
  • अपडेटेड 8:08 PM IST
  • राजभर बोले- जिन्ना के विचारों को पढ़िए
  • अटल बिहारी और आडवाणी भी करते थे जिन्ना की तारीफ- राजभर

सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने विवादित बयान दिया है. राजभर ने कहा, अगर जिन्ना को देश का पहला प्रधानमंत्री बना दिया होता, तो देश का बंटवारा न हुआ होता. 

दरअसल, अखिलेश यादव ने एक सभा में जिन्ना को लेकर बयान दिया था. इसे लेकर काफी विवाद हुआ था. इस बारे में जब ओम प्रकाश राजभर से पूछा गया तो उन्होंने कहा, अगर जिन्ना को देश का पहला प्रधानमंत्री बना दिया होता, तो देश का बंटवारा न हुआ होता. राजभर ने कहा, अटल बिहारी वाजपेई से लेकर लालकृष्ण आडवाणी तक जिन्ना की तारीफ किया करते थे, इसलिए उनके विचारों को भी पढ़िए. 

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पत्रकारों पर भड़के ओपी राजभर

जब इस बारे में और सवाल पूछे गए, तो वे भड़क गए. उन्होंने कहा, जिन्ना के अलावा आप लोग महंगाई का सवाल क्यों नहीं पूछते. यह सारा कुछ भारतीय जनता पार्टी की वजह से हो रहा है. भारतीय जनता पार्टी से हिंदू मुसलमान और भारत-पाकिस्तान हटा दीजिए तो उनकी जुबान बंद हो जाती है. 

दरअसल, राजभर की पार्टी ने अखिलेश यादव की पार्टी सपा के साथ गठबंधन का ऐलान किया है. आगामी चुनाव में दोनों पार्टियां साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगी. हालांकि, अभी सीटों के बंटवारे को लेकर फैसला नहीं हुआ है.

क्या कहा था अखिलेश ने?

31 अक्टूबर को ANI ने अखिलेश यादव के भाषण का वीडियो पोस्ट किया था जिसमें पूरी बात सुनी जा सकती है. अखिलेश यादव कहते हैं, “सरदार पटेल ज़मीन पहचानते थे, ज़मीन को पकड़ कर के फैसले लेते थे. वो ज़मीन को समझ लेते थे तभी फैसले लेते थे. इसीलिए आयरन मैन के नाम से जाने जाते है, लौह पुरुष के नाम से भी जाने जाते हैं. सरदार पटेल जी, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, जिन्ना एक ही संस्था में पढ़कर के बैरिस्टर बनकर आये थे. एक ही जगह पर पढ़ाई-लिखाई की उन्होंने, वो बैरिस्टर बने. उन्होंने आज़ादी दिलाई. अगर उन्हें किसी भी तरह का संघर्ष करना पड़ा तो वह पीछे नहीं हटे. एक विचारधारा (RSS) जिसपर पाबन्दी लगायी. अगर किसी ने पाबन्दी लगायी थी तो लौहपुरुष सरदार पटेल ने लगायी थी.”

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भाजपा के निशाने पर आए अखिलेश यादव

इस बयान के बाद अखिलेश यादव भाजपा के निशाने पर आ गए थे. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने अखिलेश यादव को आतंकवादियों का मददगार तक बता दिया था. वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस बयान को 'शर्मनाक' और 'तालिबानी मानसिकता' वाला बताया. इसके साथ ही सीएम योगी ने अखिलेश से माफी मांगने की बात भी कही थी. 

बसपा का बयान

बहुजन समाज पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री रहे नकुल दुबे ने आज बुधवार को लखनऊ में हुई प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि जिन्ना का मसला सपा और राजभर के बीच में ही रहने दिया जाए. उन्होंने कहा कि मेरा यह कहना है कि बहुजन समाज पार्टी सबको साथ लेकर चल रही है. हमारे लिए वह नाम ऑब्‌सलीट्‌ है, उस नाम को चर्चा करने की आवश्यकता नहीं है. हम लोग पुरानी बात क्यों कर रहे हैं कि 50 साल 60 साल पहले कांग्रेस ने ये किया, वो किया. बात करनी है तो 2014 और 2017  के बाद की बात करिए. कम से कम 2014 से पहले इस देश में कोई चीज बिक तो नहीं रही थी, आज तो हर चीज बिक रही है. 

 

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