
उत्तर प्रदेश में चुनाव हैं और चुनाव से पहले सियासी चाल का सिलसिला भी तेज हो चला है. जातीय सम्मेलनों की सियासत के बीच पीस पार्टी ने लखनऊ में एक कार्यक्रम आयोजित किया था. पीस पार्टी की ओर से आयोजित कार्यक्रम में बखेड़ा खड़ा हो गया. कार्यक्रम में साधु-संतों को बुलाया गया था. कार्यक्रम में पहुंचे साधु-संतों को जब पीस पार्टी का झंडा थमाया गया, वे भड़क उठे.
साधु-संतों ने पीस पार्टी की ओर से आयोजित समागम का बहिष्कार कर दिया. संतों ने ये कहते हुए हंगामा खड़ा कर दिया कि उन्हें संत समागम के नाम पर बुलाकर पीस पार्टी का झंडा हाथ में थमा दिया गया. संतों का आरोप था कि उन्हें नहीं पता था कि किस पार्टी का प्रोग्राम है. जानकारी के मुताबिक लखनऊ के चौक स्थित अटल बिहारी कन्वेंशन सेंटर में पीस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर अयूब खान की ओर से संत समागम के लिए प्रदेश से संतों को बुलावा भेजा गया था.
पीस पार्टी के संत समागम में यूपी के संत-महात्मा इस समागम में पहुंचे थे. हालांकि, समागम में पहुंचने के बाद साधु-संतों ने कार्यक्रम का बहिष्कार कर दिया. साधु-संतों के मुताबिक उनको संत सम्मेलन के नाम से बुलाया गया था और यहां आने पर पता चला कि उनके हाथ में पीस पार्टी का झंडा थमा दिया गया जिससे साधु-संत खासे नाराज दिखे.
आजमगढ़ और प्रदेश के अन्य जिलों से आए साधु-संत कार्यक्रम का बहिष्कार करके छोड़कर वापस चले गए. साधु-संतों का आरोप था कि हम कई दिन से भूखे-प्यासे इस समागम के लिए पहुंचे थे लेकिन यहां पर आकर पता चला कि ये पीस पार्टी का झंडा थमाया जा रहा है. इस वजह से हम खासे नाराज हैं और इस कार्यक्रम को छोड़कर जा रहे हैं. इस संबंध में पीस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अयूब खान से संपर्क किया गया लेकिन उन्होंने इसे लेकर कुछ भी बोलने से साफ मना कर दिया.