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अयोध्या के बाद काशी से सियासी दांव, मोदी के 'ड्रीम प्रोजेक्ट' से कैसे होगा बीजेपी को फायदा?

बीजेपी ने अयोध्या के बाद काशी से भी सियासी दांव चला है. यूपी चुनाव से ठीक पहले होने जा रहे काशी विश्वनाथ कॉरिडोर से बीजेपी को सियासी फायदा मिलने की उम्मीद भी है और वो इसलिए क्योंकि पूर्वांचल की सियासत का एक केंद्र बनारस भी है.

प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी का ज्यादा फोकस इस समय पूर्वांचल पर. (फोटो-PTI) प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी का ज्यादा फोकस इस समय पूर्वांचल पर. (फोटो-PTI)
कुमार अभिषेक
  • वाराणसी,
  • 13 दिसंबर 2021,
  • अपडेटेड 1:51 PM IST
  • यूपी चुनाव से पहले काशी कॉरिडोर का उद्घाटन
  • पूर्वांचल की सियासत का एक केंद्र भी है बनारस

उत्तर प्रदेश में अगले कुछ महीनों में विधानसभा चुनाव होने हैं. उससे पहले आज काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन हो गया. जबकि लोकसभा चुनाव से पहले अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा. अयोध्या और काशी से बीजेपी को सियासी फायदा मिलने की भी उम्मीद है. 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन के दौरे पर वाराणसी में हैं. काशी विश्वनाथ कॉरिडोर को प्रधानमंत्री मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट भी माना जाता है. ऐसे में पीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट से बीजेपी को चुनावों में फायदा मिलने की उम्मीद है.

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प्रधानमंत्री मोदी का ये वाराणसी दौरा पूर्वांचल के लिहाज से भी काफी अहम माना जा रहा है, क्योंकि पूर्वांचल की सियासत का एक केंद्र बनारस भी है. पीएम मोदी यहां से सांसद भी हैं, इसलिए इसका महत्व और बढ़ जाता है. ऐसे में चुनाव से पहले काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण से इसका बड़ा संदेश इस इलाके में जा सकता है. एक बात ये भी है कि प्रधानमंत्री मोदी का इस समय पूरा जोर पूर्वांचल में है. पिछले एक महीने में पीएम कई बार पूर्वांचल का दौरा कर चुके हैं. 

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पूर्वांचल क्यों?

पूर्वांचल बीजेपी के लिए सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ है और वो इसलिए क्योंकि जितने भी प्रयोग अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी ने किए हैं, खासकर अपने गठबंधन और सियासी समीकरणों को लेकर, वैसी स्थिति यूपी के दूसरे इलाकों में नहीं है. बीजेपी और प्रधानमंत्री दोनों इसे महसूस कर रहे हैं कि अगर बीजेपी के लिए पूर्वांचल जीतना मुश्किल होता है तो उनके लिए सत्ता में आने की बड़ी चुनौती होगी. यही वजह है कि आप चाहें प्रधानमंत्री को देख लें, योगी को देख लें या पूरी पार्टी को देख लें, तो उन्होंने पूरा फोकस पूर्वांचल पर कर रखा है.

12 सीएम-9 डिप्टी सीएम से चर्चा करेंगे

राजनीतिक लिहाज से प्रधानमंत्री का ये दौरा इसलिए भी अहम है क्योंकि अपने संसदीय क्षेत्र से मोदी 12 राज्यों के मुख्यमंत्री और 9 उप मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा भी करेंगे. बीजेपी के महासचिव अरुण सिंह ने बताया कि पीएम मोदी क्रूज पर एक कॉन्क्लेव भी करेंगे, जिसे 'मुख्यमंत्री परिषद' नाम दिया गया है. इस कॉन्क्लेव में असम, अरुणाचल, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, मणिपुर, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री शामिल होंगे. कॉन्क्लेव में बिहार और नागालैंड के डिप्टी सीएम भी शामिल होंगे. उन्होंने बताया कि वाराणसी में पहली बार इस तरह की कॉन्फ्रेंस हो रही है. इसके उद्घाटन सत्र को बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा संबोधित करेंगे.

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