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लखीमपुर खीरी, किसान, असुरक्षा... प्रियंका गांधी ने काशी में योगी-मोदी को ऐसे घेरा

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में थीं. यहां उन्होंने किसान न्याय रैली को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और सीएम योगी पर जमकर हमला बोला.

किसान न्याय रैली में प्रियंका (फोटो-ANI) किसान न्याय रैली में प्रियंका (फोटो-ANI)
aajtak.in
  • वाराणसी,
  • 10 अक्टूबर 2021,
  • अपडेटेड 5:20 PM IST
  • आज वाराणसी में थीं प्रियंका गांधी
  • प्रियंका गांधी ने मोदी-योगी को घेरा
  • किसान न्याय रैली को किया संबोधित

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के संसदीय क्षेत्र वाराणसी (Varanasi) में थीं. यहां उन्होंने 'किसान न्याय रैली' को संबोधित किया. इस दौरान प्रियंका ने पीएम मोदी (PM Modi) और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) पर जमकर हमला बोला. प्रियंका गांधी ने लखीमपुर हिंसा पर तो मोदी-योगी को घेरा ही, साथ ही किसानों के मुद्दे, आवार पशु की समस्या और असुरक्षा को लेकर भी घेरा. प्रियंका ने क्या-कुछ कहा, आइए जानते हैं...

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1. सब मिले हुए हैं तो न्याय के लिए जनता किसके पास जाए

'लखीमपुर खीरी में जो हुआ. इस देश के गृह राज्यमंत्री के बेटे ने अपने गाड़ी के नीचे 6 किसानों को निर्ममता से कुचल दिया और सब परिवार, 6 के 6 परिवार कहते हैं कि हमें पैसे नहीं चाहिए, हमें मुआवजा नहीं चाहिए, हमें न्याय चाहिए. लेकिन हमें न्याय दिलवाने वाला नहीं दिख रहा है. सारे परिवारों ने मुझसे कहा कि उन्हें न्याय मिलने की उम्मीद नहीं है. अगर सरकार, मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री, गृह राज्यमंत्री, विधायक सभी मिले हुए हैं तो जनता किसके पास जाए.' 

'प्रधानमंत्री लखनऊ आ सकते थे आजादी के प्रदर्शन को देखने के लिए, वो दो घंटे की दूरी पर लखीमपुर नहीं जा सकते थे उन किसानों के आंसू पोंछने के लिए. हम कांग्रेस के कार्यकर्ता हैं, हमने देश की आजादी की लड़ाई लड़ी है. हमें कोई चुप नहीं कर सकता. कोई नहीं रोक सकता. कांग्रेस के जितने भी कार्यकर्ता हैं, किसी से नहीं डरते हैं. हमें जेल में डालिए, हमें मारिए, हमें कुछ भी कर लीजिए, हम लड़ते रहेंगे, जब तक गृह राज्यमंत्री इस्तीफा नहीं देंगे, हम लड़ते रहेंगे, हिलेंगे नहीं.'

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2. किसानों को मोदी ने आंदोलनजीवी, योगी ने उपद्रवी कहा

'जो किसान आंदोलन कर रहे थे, उन्हें प्रधानमंत्री ने आंदोलनजीवी कहा, आतंकी कहा. योगीजी ने उपद्रवी कहा. धमकाने की कोशिश की. गृह राज्यमंत्री ने धमकाकर कहा कि मैं 2 मिनट में तुम्हें सबक सिखा दूंगा. दुनिया के कोने-कोने तक प्रधानमंत्री घूम सकते हैं. लेकिन अपने घर से मात्र 10 किलोमीटर दूर दिल्ली के बॉर्डर पर जाकर किसान से नहीं मिल सकते. अपने आप को गंगापुत्र कहने वाले हमारे प्रधानमंत्री ने गंगा मैया के आशीर्वाद से खेतों में फसल लहलहाने वाले करोड़ों गंगापुत्रों का अपमान किया है. उनकी पूरी आमदनी, उनकी खेती, उनकी फसल अपने खरबपति मित्रों को देने की साजिश की है.'

3. आवारा पशु की समस्या कितनी बड़ी, क्या जानते हैं?

'क्या वो जानते हैं कि आपके प्रदेश में किसान कितनी समस्याओं से जूझ रहा है. क्या वो जानते हैं कि आवारा पशु की कितनी बड़ी समस्या यहां है. क्या रात को आपकी सड़कों पर उन्होंने चलकर देखा है कि हर आधे किलोमीटर पर आवारा पशु बैठे हुए हैं. मैंने देखा है. किसानों की बिजली के दाम तीन बार बढ़ा दिए हैं. क्या नरेंद्र मोदी ने देखा है कि आपको कितने बड़े-बड़े बिल मिल रहे हैं. जब आपको बिजली नहीं मिल रही है, फिर भी आपको बिल मिल रहे हैं.'

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4. देश में पीएम और उनके दोस्त को छोड़कर कोई सुरक्षित नहीं

'जब-जब मैं लोगों से बात करती हूं तो एक बात उभर कर आती है कि यहां कुछ हो नहीं रहा है. कमाई नहीं है, रोजगार नहीं है, किसान त्रस्त है, नदियों के पास रहने वाला निषाद त्रस्त है, महिला त्रस्त है, दलित त्रस्त है, लेकिन सब कहते हैं कि दीदी मीडिया में आता है कि सब सुरक्षित हैं. इस देश में सिर्फ दो तरीके के लोग ही सुरक्षित हैं. एक जो भाजपा के साथ जुड़ा है और दूसरे उनके खरबपति मित्र. इस देश का न मजदूर सुरक्षित है, न मल्लाह सुरक्षित है, न दलित सुरक्षित है, न गरीब सुरक्षित है, न महिला सुरक्षित है, इस देश में सिर्फ प्रधानमंत्री, उनके मंत्री, उनकी पार्टी के लोग, जो सत्ता में हैं और उनके खरबपति दोस्त सुरक्षित हैं.'

 

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